Lionel Messi Biography: बचपन में मेसी को एक ऐसी गंभीर बीमारी हो गई थी, जिसके बाद डॉक्टर्स ने कहा था कि उन्हे अपना खेल छोड़ना पड़ेगा। मेसी का जीवन बेहद कठिनाइयों और संघर्षों से भरा रहा है, पिता एक फैक्ट्री में मजदूरी किया करते थे और मां लोगों के घरों में काम करके गुजारा करती थी। लेकिन आज मेसी किसी पहचान के मोहताज नहीं है। इंस्टाग्राम पर उनके फोलोअर्स की संख्या करीब 40 करोड़ है। मेसी के पास एक नहीं बल्कि दो देशों की नागरिकता है।
उनकी नेटवर्थ इतनी है जितना कई देशों का पूरा बजट भी नहीं होता। 36 साल के बाद मेसी के कारण अर्जेंटीना ने फीफा वर्ल्ड कप में जीत दर्ज की है। लेकिन कैसे एक मजदूर का बेटा इस मुकाम तक पहुंचा और अपनी बीमारी का सामना मेसी ने कैसे किया, मेसी को क्यों अपना घर छोड़कर स्पेन जाना पड़ा था, इन सबके बारे में आज की वीडियो मे हम बात करने वाले है, बस आप बने रहे वीडियो के अंत तक हमारे साथ।
मेसी ने सन 1986 में फीफा विश्व कप जीता था और इसके एक साल बाद 24 जून सन 1987 को अर्जेंटीना के Rosario शहर में एक बच्चे का जन्म होता है, जिसका नाम Lionel Messi रखा जाता है। मेसी एक बेहद ही साधारण परिवार से ताल्लुक रखते थे। उनके पिता का नाम Jorge Messi है, जो एक स्टील फैक्ट्री में मजदूरी किया करते थे। और मां लोगों के घरों में जाकर काम करती थी। लेकिन आपने ये बात तो सुनी होगी, कि जेब खाली हो फिर भी मना करते नहीं देखा, मैंने अपनी जिन्दगी में पिता से अमीर शख्स नहीं देखा। और ये बात मेसी के पिता पर भी अच्छे से लागू होती थी।
मेसी के दो भाई और एक बहन भी है। और अपने सभी बच्चों को मेसी के पिता ने कभी किसी चीज की कमी महसूस नहीं होने दी। मेसी जब 5 साल के हुए तो घर के पास मौजूद एक ट्रेनिंग क्लब Grandoli के लिए फुटबॉल खेलना शुरू कर दिया था। इसी से आप अंदाजा लगा सकते है कि बचपन से ही मेसी को फुटबॉल खेलने का कितना जुनून था। मेसी के फुटबॉल खेलने के अंदाज से सभी को लगने लगा था कि एक दिन ये बच्चा बहुत बड़ा प्लेयर बनेगा और दुनिया में अपना नाम रोशन करेगा। साल 1995 में मेसी जब 8 साल के हुए तो उन्होंने Newell’s Old Boys Team की ओर फुटबॉल खेलना शुरू किया। और यहां अपने शानदार प्रदर्शन से उन्होंने सभी को impress कर लिया। मेसी जब खेलते थे तो 15 मिनट तक उनसे कोई फुटबॉल नहीं छीन पाता था। उनका गोल करने का अंदाज भी हमेशा से ही अनोखा रहा है। उनका मैच देखने वाले दर्शक हवा में सिक्के उछाला करते थे।
लेकिन जब मेसी 11 साल के हुए थे तो अचानक उनके और उनके परिवार पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा। पता चला कि मेसी को Growth Hormone Deficiency नाम की एक गंभीर बीमारी है, जिससे बच्चे के ग्रोथ होर्मोन बढ़ना बंद हो जाते है और ब्चचे का विकास रूक जाता है। इस बीमारी के कारण मेसी का पूरा करियर दाव पर लग जाता है। डॉक्टर्स ने कह दिया था कि इस बच्चे को फुटबॉल खेलना बंद करना होगा और प्रॉपर ट्रीटमेंट लेना होगा, तभी कुछ हो सकता है। बीमारी का इलाज बेहद महंगा था और मेसी के परिवार के पास बहुत ज्यादा पैसे नहीं थे। लेकिन फिर भी मेसी के पिता ने उनका अच्छे से इलाज कराया। हर महीने 1500 डॉलर्स का खर्च मेसी की दवाइयों पर आता था। इतना ही नहीं मेसी को रोजाना अपने पैरों पर इन्जेक्शन लगवाने पड़ते थे। एक 11 साल के बच्चे के लिए रोजाना जांघ के पास इन्जेक्शन लगावान कितना दर्दनाक होगा और बच्चे को कितनी तकलीफ होती होगी, इसका अंदाजा लगाना भी मुश्किल है। लेकिन मेसी जल्द से जल्द बस ठीक होना चाहते थे। बीमारी के दौरान भी मेसी ने अपनी प्रैक्टिस जारी रखी।
इलाज लंबा था और कुछ समय में उनके परिवार की सारी सेविंग्स खत्म हो गई। इसी बीच मेसी के एक जानने वाले ने Barcelona Football Club के director को मेसी के बारे में बताया। बार्सीलोना के निदेशक ने जब मेसी का खेल देखा तो वह काफी प्रभावित हुए। और उन्होंने मेसी के परिवार के सामने एक ऑफर पेश किया। उन्होंने कहा कि मेसी के इलाज का सारा खर्च उनका क्लब वहन करेगा, लेकिन बदले में मेसी को उनके क्लब की ओर से फुटबॉल खेलना होगा। मेसी के परिवार ने खुशी खुशी ये ऑफर स्वीकार कर लिया, क्योंकि इससे मेसी को ट्रीटमेंट भी मिल रहा था और करियर को एक शुरूआत।
मेसी अपने परिवार के साथ स्पेन छोड़कर अर्जेंटीना शिफ्ट हो गए और बेहतर ट्रीटमेंट के कारण वे बहुत जल्द स्वस्थ हो गए। 14 साल की उम्र में मेसी ने Barcelona Youth Academy की La Masia टीम से खेलना शुरू किया और अपने खेल से सभी को प्रभावित किया। 16 नवंबर साल 2003 को Porto के against मेसी ने अपना पहला मैच खेला और करियर की शुरूआत की। साल 2004 में मेसी को स्पेन की international टीम से खेलने का अवसर दिया गया, लेकिन उन्होंने यह ऑफर ठुकरा दिया। क्योंकि मेसी असल में अपनी मातृभूमि अर्जेंटीना के लिए खेलना चाहते थे।
साल 2005 में Hungary के खिलाफ उन्होंने अपना पहला अंतर्राष्ट्रीय मैच खेला। हालांकि उनके पहले मैच में एक मिनट बाद ही रेफ्री ने उन्हें रेड कार्ड देकर बाहर का रास्ता दिखा दिया था। लेकिन इसके बाद मेसी ने हर मैच में दमदार प्रदर्शन कर अर्जेंटीना को जीत दिलाई। मेसी लगातार लोकप्रिय होते गए। दुनिया भर में उनकी फैन फोलोइंग बढ़ने लगी। मेसी का जन्म अर्जेंटीना में हुआ था, इसीलिए उन्हें वहां की नागरिकता तो प्राप्त थी ही, लेकिन बार्सीलोना की ओर से लंबे समय तक खेलने के कारण स्पेन ने भी उन्हें अपने देश की नागरिकता प्रदान की। साल 2014 फीफा वर्ल्ड कप में मेसी ने अर्जेंटीना को फाइनल मुकाबले तक पहुंचाने में अहम योगदान दिया, लेकिन उनकी टीम विजेता नहीं बन पाई।
वहीं साल 2016 में अर्जेंटीना की टीम Copa Ameirca cup जीतते से चूक गई थी और इसके बाद उन्हें एक गहरा झटका लगा था। मेसी को इतना बुरा लगा था कि उन्होंने फुटबॉल से सन्यास लेने का मन बना लिया था। लेकिन जब उनके फैंस और अन्य लोगों ने उन्हें समझाया तो उन्होंने अपना विचार बदल लिया। हालांकि इससे पहले जब वे 10 साल के थे, तब भी एक बार फुटबॉल ना खेलने का फैसला उन्होंने किया था। असल मे मेसी अपनी दादी के काफी करीब थे। उनके माता पिता दोनों वर्किंग थे, इसी वजह से वे दादी के साथ अपना टाइम स्पेंड करते थे। दादी ही उन्हें फुटबॉल अकैडमी तक छोड़कर आया करती थी और वापस लाती थी। लेकिन जब मेसी 10 साल के थे तो उनकी दादी का देहांत हो गया, जिसके बाद कुछ समय के लिए मेसी ने फुटबॉल खेलना बंद कर दिया था। पर पिता के समझाने के बाद उन्होंने दोबारा प्रैक्टिस शुरू की और दुनिया में अपना नाम रोशन करके दिखाया।
मेसी ने साल 2022 में अर्जेंटीना को फीफा विश्व कप में एतिहासिक जीत दर्ज कराई। ये पूरा टूर्नामेंट कतर में आयोजित किया गया था। मेसी के अवॉर्ड्स की बात करें तो ये वीडियो बहुत लंबी खींच जाएगी। उन्हें अब तक ढेरों पुरस्कार और अवॉर्ड से सम्मानित किया जा चुका है। बेस्ट फुटबॉलर, गोल्डन बॉल अवॉर्ड, वर्ल्ड प्लेयर ऑफ द ईयर के अलावा वे 7 बार Ballon d’Or का खिताब भी अपने नाम नाम कर चुके है। स्पेनिश la liga की ओर स 300 गोल करने वाले मेसी इकलौते खिलाड़ी है।
साल 2008 में मेसी ने एक कैलेंडर ईयर में 91 गोल दागकर गिनीज़ बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराया था। इससे पहले ये रिकॉर्ड जर्मनी के प्लेयर मूलर के नाम था, जिन्होंने 1972 में 85 गोल दागे थे। मेसी की पर्सनल लाइफ की बात करें तो साल 3 जून 2017 को उन्होंने अपनी गर्लफ्रेंड Antonela Roccuzzo से शादी की थी। मेसी जब 5 साल के थे, तब से Antonela को जानते है। इन दोनों के तीन बच्चे है, जो अक्सर फुटबॉल के मैदान में अपने पिता को चियर करते हुए नजर आ जाते है।
मेसी की नेटवर्थ की बात करें तो उनके पास 600 मिलियन डॉलर्स से अधिक की संपत्ति है। वे रोजाना 1 लाख डॉलर्स से अधिक की कमाई करते है। अर्जेंटीना और स्पेन सहित दुनिया के कई देशों में उनके पास शानदार प्रॉपर्टी मौजूद है। उनके पास कई लग्ज़री गाड़ियां मौजूद है। साथ ही वे एक प्राइवेट जेट के भी मालिक है। अर्जेंटीना में उनके घर के आसपास वाले एऱिया को नो फ्लाइंग जोन घोषित किया हुआ है। अपने पैसे का इस्तेमाल में चैरिटी में भी करते है।
मेसी ने The Lio Messi foundation नाम से एक चैरिटेबल फाउंडेशन बना रखा है, जिसके जरिए वे जरूरतमंद लोगों की मदद करते है। मेसी इंस्टाग्राम पर दूसरे सबसे अधिक फोलोअर्स पाने वाले शख्स भी है। उनके कुल 398 फोलोअर्स है और इस मामले में वे बस क्रिस्टियानो रोनाल्डो से ही पीछे है। फीफा विश्व कप में जीत के बाद माना जा रहा था कि वे सन्यास ले लेंगे, लेकिन मेसी ने कहा कि वे अर्जेंटीना के लिए फिलहाल खेलना जारी रखेंगे।
तो दोस्तों देखा आपने कि कितने संघर्षों और कठिनाइयों के बाद मेसी एक स्टार फुटबॉलर बन पाए है। उनकी ये स्टोरी करोडों लोगों को मोटीवेट करती है कि जीवन मे कभी भी हार नहीं माननी चाहिए।