भ्रष्टाचार ख़त्म करने का फॉर्मूला इस देश ने खोज लिया, क्या भारत से भी काफी खत्म होगा करप्शन, Way to Remove Corruption from India

Way to Remove Corruption From India

Way to Remove Corruption from India: साल था 2002 पूर्वी Europe के देश Georgia की राजधानी Tbilisi में शादी समारोह का आयोजन हो रहा था. दूल्हा बने थे एक युवा police कर्मी। साल भर पहले ही उन्होंने हजारों Dollar रिश्वत देकर traffic police में नौकरी हासिल की थी. नौकरी बनी रहे इसके लिए उन्हें हर हफ्ते रिश्वत देनी पड़ती थी वो भी तब जबकि उनका मासिक वेतन था सिर्फ 10 Dollar.

आपके मन में भी सवाल आ सकता है कि फिर वो रिश्वत कैसे देते थे तो जवाब है कि वो खुद भी जमकर रिश्वत वसूलते थे. शादी के मौके पर साथियों की ओर से तोहफे में उन्हें Tbilisi के उस highway पर 3 दिन की posting मिली, जहाँ ऊपरी कमाई सबसे ज्यादा होती थी. Georgia की ये तस्वीर 2000 के दशक के शुरुआती वर्षों की है. तब ये सबसे corrupt देशों में शुमार था.

Way to Remove Corruption from India

वर्ल्ड economic फोरम ने अपनी एक रिपोर्ट में बताया है कि किसी देश की अर्थव्यवस्था के लिए भ्रष्टाचार कितना नुकसानदेह हो सकता है. दुनिया के कई देश इस दिक्कत से जूझ रहे हैं. वैश्विक भ्रष्टाचार सूचकांक में 180 देशों में भारत 85 वें स्थान पर फिलहाल मौजूद है. लेकिन ये देश कर क्या सकते हैं तो आज दुनिया जहान में इस सवाल का जवाब जॉर्जिया में आए बदलाव में तलाशा जा सकता है.

इस आर्टिकल में पड़ताल इसी सवाल की कि क्या किसी देश के लिए भ्रष्टाचार खत्म करना संभव है. इस सवाल का जवाब तलाशने के लिए हम बात करेंगे Georgia में आये बड़े-बड़े बदलाव की जीससे हमें ये समझने में मदद मिलेगी की वाकई भारत से भी क्या भ्रष्टाचार ख़त्म किया जा सकता है. आइये समझते हैं विस्तार से.

1. भ्रष्टाचार मंज़ूर नहीं 

“जब आप एक ऐसे समाज में बड़े होते है जहाँ भ्रष्टाचार होता है तब इसका असर हर तरफ दिखाई देता है. शुरुआत से लेकर आखिर तक.”    – Natalia Anteleva

हमारी पहली expert पत्रकार Natalia Anteleva बताती है कि इक्कीसवीं सदी के पहले दशक में Georgia में भ्रष्टाचार ने हर तरफ बनाई हुई थी.

“मैं जब बच्ची थी उन दिनों ज्यादातर समय बिजली नहीं रहती थी. system की मरम्मत जो रकम तय थी वो सब ऊर्जा मंत्री की जेब में जा रही थी.”    – Natalia Anteleva

नतालिया बताती है कि बिजली ना रहने पर घर गर्म रखना मुश्किल था। उन दिनों तमाम बच्चों की ठंड से मौत हो गई। दिक्कतें और भी थी. पर्याप्त मात्रा में ब्रेड नहीं थी. तब के कृषि मंत्री ने देश का ज्यादातर गेहूं बेच दिया था। सरकारी नौकरियों में वेतन बहुत कम था और ये माना जाता था कि कर्मचारी इसकी भरपाई रिश्वत लेकर करेंगे और इसकी चोट आम लोगों पर पड़ती थी।

पत्रकार Natalia के अनुसार आप सड़क से गुजरते और कोई पुलिस वाला आपकी गाड़ी रुकवाता। वो कहता कि आपके पास पर्यावरण सर्टिफिकेट नहीं है. आपको अपना लाइसेंस जमा कराना होगा। और आप कहते कि क्या मैं इसके लिए जुर्माना भर सकता हूं? तो वो तैयार हो जाता।

जॉर्जिया में साल 2003 तक हालात ऐसे हो गए कि हर कोई उगता गया। उस साल चुनाव में हुई धांधली के विरोध में लोग सड़कों पर उतर आए.

“मुझे याद है जब मैं मतदान केंद्र पर पहुँची तब मेरा नाम list में नहीं था. मेरे पिता का नाम था जबकि उनकी मौत को 7 साल हो चुके थे. तब चुनाव में धांधली की गयी. विरोध प्रदर्शन की अगवाही पूर्व कानून मंत्री मिखाइल सकाश विल्ली कर रहे थे. इसके 2 साल पहले वो तब चर्चा में आए थे जब उन्होंने cabinet meeting में तस्वीरें लहराते हुए आरोप लगाया था कि सरकारी अधिकारी जनता के पैसे से आलीशान ईमारते खरीद रहे है.”    – Natalia Anteleva

अब वो एक अलग party बना चुके थे. नवंबर 2003 में वो अपने समर्थकों के साथ संसद में दाखिल हो गए. तत्कालीन राष्ट्रपति भाग गए. दो महीने बाद नए सिरे से चुनाव हुए और मिखाइल सकाश विल्ली  के गठबंधन को 96% vote मिले। इसके बाद Georgia में सुधार का दौर शुरू हुआ इस काम में युवाओं की team को लगाया गया.

2. जॉर्जिया में नई शुरुआत

“जब मैं पहली बार मंत्रालय गया और जो पहली छवि मेरे दिमाग में आयी वो ये थी कि वहाँ की इमारत दरक रही थी और बड़ी अजीब सी गंध आ रही थी. वहाँ का sewage system ठीक से काम नहीं कर रहा था जो उन दिनों में बड़ी आम बात थी.”

                                                                                                                                         -Shota Utyas Willi  

हमारे दूसरे expert Shota Utyas Willi, Think Tank Georgian Foundation for strategic and international studies में काम करते हैं. साल 2004 में नई सरकार युवा प्रतिभाओं को नियुक्त कर रही थी. Shota को भी साथ जुड़ने का प्रस्ताव मिला। उन्हें और उनके साथियों को बताया गया अगले आठ या नौ महीनों में उन्हें कुछ ऐसा कर दिखाना है जिससे बदलाव नज़र आए. नई सरकार को पता था कि अपनी छवि बचाने के लिए उसे तेज़ी से कदम उठाने होंगे।

“हमने सुधार की शुरुआत traffic police से करने का फैसला किया। हमने सोचा कि जब तक आम लोग रोज़ की ज़िंदगी में भ्रष्टाचार का सामना करते रहेंगे तब तक उन्हें यकीन नहीं होगा कि सरकार इस मुद्दे पर कुछ कर रही है.”

-Shota Utyas Willi

 

और जैसा कि हमने शुरुआत में बताया था कि Georgia में ट्रैफिक पुलिस रिश्वत लेने के लिए बदनाम थी.

शोटा बताते हैं कि सरकार के सामने प्रश्न ये था कि जो लोग सारी जिंदगी रिश्वत वसूलते रहे हों उन्हें रास्ता बदलने के लिए तैयार कैसे किया जाए।

“हमने तय किया कि फोर्स में सुधार नामुमकिन है. अच्छा ये होगा कि पूरी फोर्स को ही बर्खास्त कर दिया जाए और नए सिरे से शुरुआत की जाए.”   -Shota Utyas Willi

रातों-रात जॉर्जिया की पूरी ट्रैफिक पुलिस फोर्स यानी 16000 लोग बर्खास्त कर दिए गए। शोटा और उनकी टीम ने नए लोगों को नियुक्त किया। force में लिए लोगों की संख्या कम थी और उन्हें बेहतर वेतन देना संभव था. नए नियुक्त हुए लोगों के लिए code of conduct यानी की नियमावली तय की गयी. अगर किसी को भी रिश्वत लेते पकड़ा जाता तो उसे तुरंत बर्खास्त कर दिया जाता इसका असर भी दिखा।

“police को लेकर लोगों की धारणा बदल गयी. क्योंकि ऐसा कुछ देख रहे थे जिसकी कभी उम्मीद नहीं थी. पुलिस के जवान विनम्र थे. force में काफी संख्या में महिलाएं थी. पुलिसकर्मी चुस्त दुरुस्त थे. ट्रैफिक पुलिस में सुधार के जरिए हमने एक नया ब्रांड तैयार किया। उसके बाद हमने पुलिस के दूसरे हिस्सों का भी सुधार किया.”     -Shota Utyas Willi

ये भी कहा जाता है कि दूसरे पुलिसकर्मी कहीं ज्यादा भ्रष्ट थे. उनमें से कई गैंगस्टर जैसे थे। सरकार ने पुलिस फोर्स से करीब 30000 लोगों को हटा दिया। इसके एवज में उन्हें ठीक-ठाक रकम दी गई। हटाए गए लोगों में से अधिकतर ने चुपचाप फैसला मंज़ूर कर लिया।

Shota के मुताबिक ये उनका सर्वश्रेष्ठ फैसला था. दरअसल भ्रष्ट तंत्र virus की तरह होता है अगर वक्त मिलता है तो वो खुद को नयी स्थिति के मुताबिक ढाल लेते है और फैलने लगते है. ऐसे में सरकार को ना सिर्फ तेज़ी से कदम उठाना था बल्कि उन्हें देश के हर मंत्रालय में इन्हीं तरीकों को लागू करना था. Shota बताते है कि ऐसा नहीं हो सकता कि आप किसी एक क्षेत्र में सुधार करें और दूसरे को छोड़ दे. अगर आप police में सुधार करते है तो न्याय व्यवस्था में भी सुधार करना होगा। शिक्षा health care और tax ढांचे में भी सुधार करना होगा।

3. संपर्क को लेकर सतर्कता 

“मैंने Georgia का दौरा किया मैं ये देखना चाहता था कि उन्होंने किस तरह भ्रष्टाचार पर काबू किया। मैंने उन देशों पर अध्ययन किया है जहाँ भ्रष्टाचार बड़ी समस्या है और इसे दूर करना लगभग नामुमकिन दिखता है.”    -Yohan Envale 

हमारे तीसरे expert Yohan Envale Swedish Institute of International Affairs में researcher है. Georgia की कामयाबी की कहानी का अध्ययन करते वक्त उन्हें जो विषय बेहद दिलचस्प लगा वो था higher education प्रणाली में किया गया सुधार।

“प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों में दाखिले के लिए 15, 20 या 30  हजार Dollar देने होते थे. फिर अपनी पसंद का grade हासिल करने के लिए भी पैसे देने होते थे. 2003 के पहले जॉर्जिया में मजाक में एक कहानी सुनाई जाती थी कि एक व्यक्ति एक यूनिवर्सिटी प्रोफेसर के पास गया और उसने कहा कि मुझे फिक्र है कि मेरा बेटा यूनिवर्सिटी की परीक्षा शायद ही पास कर पाएगा. इस पर प्रोफेसर ने कहा कि मैं 30000 डॉलर की शर्त लगा सकता हूं कि वो कर लेगा.”    -Yohan Envale

पुलिस फाॅर्स की तरह ही यहां भी हर किसी को बर्खास्त कर दिया गया. उसके बाद कम तादाद में अच्छे लोगों को नियुक्त किया गया. योहान बताते हैं कि घूसखोरी रोकने के लिए लोगों और अधिकारियों के बीच होने वाले संपर्क को बहुत हद तक सीमित किया गया। नई सरकार गठन के डेढ़ साल बाद सभी यूनिवर्सिटी में प्रवेश परीक्षा कराई गई. योहान बताते हैं कि परीक्षा के पर्चे छपने के लिए ब्रिटेन की कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी की प्रिंटिंग प्रेस में भेजे गए। छपाई के बाद उन्हें पुलिस वैन के जरिए बैंकों की सुरक्षित दराजों में रखा गया. वो बताते हैं कि परीक्षा हुई तो सभी केंद्रों पर पुलिस तैनात की गई। सभी कमरों में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए.

“ये किसी James Bond movie की तरह था. इसका विरोध भी हुआ. पुराने प्रोफेसर, शिक्षक, प्रशासन और कुछ छात्र इसके विरोध में थे.”    -Yohan Envale

लेकिन राष्ट्रपति साकाश विली कदम पीछे लेने को तैयार नहीं हुए। यूहान बताते हैं कि देश में बदलाव के लिहाज से ये सबसे महत्वपूर्ण कदम था। वो बताते हैं कि भ्रष्टाचार पर रोक से पैसा सीधे सरकार के खजाने में जा रहा था। कर जमा करना हो, ट्रैफिक से जुड़े जुर्माने हो या फिर सरकार को किए जाने वाले दूसरे भुगतान, सब कुछ ऑनलाइन होने लगा। सरकार की आमदनी काफी बढ़ गई। राष्ट्रपति साकाश विली पहले कार्यकाल में देश का budget बारह गुना तक बढ़ गया.

अगर नतीजे की बात करें तो Georgia में तंत्र ढर्रे पर आ गया. पहले ऐसा नहीं था. हर कोई मानता रहा है कि Georgia model बहुत ही कामयाब है. world economic forum के corruption index में Georgia की ranking सुधर गयी. लेकिन तत्कालीन राष्ट्रपति Sakas Willi की कहानी यही खत्म नहीं हुई.

4. बदलाव के सबक 

“Sakas Willi  का case इस बात का उदाहरण है कि सत्ता कैसे किसी को विकृत कर देती है.”    -Eka Gigawari

हमारी चौथी expert Eka Gigawari Georgia में Transparency International की प्रमुख है. साल दो हज़ार चार में वो उन युवाओं में शामिल थी. जिन्हें नए police बल में भर्ती किया गया. साल दो हज़ार आठ में उन्होंने गुस्से में police बल छोड़ दिया।

“सरकार ने जब लोगों को सुरक्षा बलों गृह मंत्रालय और police से निकाला तब दिक्कत ये थी कि सरकार ने उन्हें अपने तौर तरीके बदलने का मौका नहीं दिया। लोगों को निकाले जाने की कार्यवाही कानून के मुताबिक नहीं हुई.”     -Eka Gigawari

राष्ट्रपति साकाश विली इस कदर जल्दी में थे कि वो कानूनी प्रक्रिया की अनदेखी करने लगे. हालांकि ये भी कहा जाता है कि अगर उन्होंने पूरी प्रक्रिया का पालन किया होता तो हर कर्मचारी के बारे में जानकारी जुटाने में कई साल निकल जाते और हो सकता था कि तब तक बदलाव का मौका हाथ से निकल जाता. लेकिन उनके फैसलों से लोगों की शिकायतें बढ़ रही थी.

“गवर्नमेंट सरकार के खिलाफ केस जीतना नामुमकिन था. कोई भी जजों को रिश्वत नहीं दे रहा था लेकिन वहाँ self censorship जैसी स्थिति थी. जजों को ऐसे फैसले देने की अनुमति नहीं थी जो सरकार के फैसलों के विरोध में हो.”                                                                                                                                                                   -Eka Gigawari

एका बताती है कि कई बार कानून का पालन करने वाली एजेंसियों को उन लोगों के खिलाफ औजार के तौर पर आजमाया जाने लगा. जो सरकार के खिलाफ बोलते थे. वो बताती है कि राष्ट्रपति साकाश विली ये मानने लगे कि वो अकेले व्यक्ति है जो देश को बचा सकते हैं. उन्हें इस बात का पक्का यकीन था कि अगर वो राष्ट्रपति पद से हटे तो Georgia दोबारा पुराने भ्रष्ट तंत्र में फंस जाएगा. ऐसे में वो सत्ता में बने रहने के लिए हर हथकंडा आजमाने लगे. उनके राष्ट्रपति बनने के कुछ वक्त बाद एक विधेयक पारित हुआ. जिसके तहत शक्तियां संसद की बजाय राष्ट्रपति के हाथ में आ गई.

“अहम मुद्दों पर फैसला लेने के मामले में उनके पास ज्यादा ताकत थी. इसे सही ठहराने के लिए बताया गया कि फिलहाल इतने सुधार और बदलाव हो रहे हैं कि राष्ट्रपति के पास ज्यादा ताकत और फैसले लेने की ज्यादा आजादी होनी चाहिए.”                                                                                                                                                                     –Eka Gigawari

तब ज्यादातर लोगों ने इसे ठीक माना. लेकिन दो कार्यकाल पूरा करने के बाद साल दो हज़ार तेरह में Sakasvili चुनाव हार गए. Sakas vili की आशंका के उलट उनके कार्यकाल में जो सुधार हुए थे. उनमें से ज्यादातर बने रहे. Georgia में सब कुछ perfect यानी की पूरी तरह से ढर्रे पर नहीं है. बहुत से लोग अभी भी गरीबी रेखा के नीचे है बेरोजगारी भी है लेकिन ये बात हर कोई मानता है कि Georgia काफी हद तक भ्रष्टाचार मुक्त और रहने के लिहाज से सुरक्षित है.

लौटते है उसी सवाल पर कि क्या किसी देश के लिए भ्रष्टाचार खत्म करना संभव है? इसका जवाब है हाँ बिलकुल ऐसा हो सकता है हमारे expert के मुताबिक इसके लिए जरूरी है कि लोगों का समर्थन आपके साथ हो आपके पास हर किसी को निकाल बाहर करने और नई शुरुआत करने का साहस हो आपको प्रशासन में बैठे अधिकारियों और लोगों के बीच एक निश्चित दूरी कायम करनी होगी। आपके हाथ में इतनी शक्तियां भी होनी चाहिए कि आप फैसले लागू कर पाए. सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि आपको ये भी समझना होगा कि शिकंजा कब ढीला करना है ताकि लोग आपके तौर तरीकों से उकता ना जाए.

आपको क्या लगता है अगर इस तरह के प्रशासकीय मॉडल पर काम किया जाए तो भारत भ्रष्टाचार मुक्त हो सकता है. कमेंट में अपना सुझाव दें.

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