Biggest Secret Revealed By Dhoni: इस आर्टिकल का topic individually किसी player पे नहीं होने वाला है बल्कि आज का लेख एक incident पे होने वाला है. जिसमें भारतीय team के तीन सबसे बड़े cricketers involve थे. एमएस धोनी, सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली क्योंकि इस किस्से के अंदर धोनी ने सचिन और कोहली के बारे में ऐसे-ऐसे खुलासे किए थे जो इससे पहले शायद उन दोनों ने खुद ना करें हो. तो इस आर्टिकल को बस end तक जरूर पढियेगा क्योंकि इस आर्टिकल के end होने तक आपकी जुबां भी ये कहने मजबूर हो जाएगी कि ऐसी भी कोई बात थी जो हमें पता तक नहीं थी.
अब देखिए अगर आप किसी भी cricketer का past उठा के देखेंगे तो जो भी बंदा cricketer बनने का सपना देखता है एक छोटी उम्र से ही वो ऐसा करने के लिए practice शुरू कर देता है and जाहिर सी बात है बचपन से ही वो cricket देखने का शौकीन भी होता है. पर अगर आपने एमएस धोनी the untold स्टोरी movie देखी होगी या आप थोड़ा बहुत भी एमएस धोनी के past से वाकिफ होंगे तो आपको एक चीज तो समझ आ गई होगी कि धोनी का पहला interest फुटबॉल था और दूर-दूर तक उनके mind में cricketer बनने का कोई प्लान भी नहीं था और यही reason था कि उनका cricket में entry लेना एक accident ही था।
धोनी ने अक्सर ये भी reveal करा है कि वो कोई बहुत ज्यादा cricket देखते भी नहीं थे। अब अगर आप लोगों ने सचिन की जिंदगी पर बनी movie सचिन a billion treams देखी होगी तो उसमें एक scene था जिसमें धोनी ये कहते हुए सुनाई पड़ते हैं कि वो सोते वक़्त हमेशा अपनी family से ये कि जब सचिन बैटिंग पे आ जाए तो उठा देना और धोनी ने एक बार खुद भी कहा था कि जैसे ही सचिन आउट हो जाते थे तो वो टीवी बंद करके वापिस से सो जाते थे.
मतलब कुल मिलाकर धोनी के लिए क्रिकेट का दूसरा अर्थ सिर्फ सचिन तेंदुलकर था सेम चीज विराट कोहली भी कई मौकों पर कहते हुए नजर आए हैं कि शायद अगर उन्होंने अपने जीवन में सचिन को क्रिकेट खेलते हुए नहीं देखा होता तो वो कभी क्रिकेटर बनते ही नहीं और कोहली से उनके करियर में जब भी ये सवाल कि उन्हें सचिन के successor के रूप में देखा जाता है और दुनिया को लगता है कि वही है जो सचिन के record को तोड़ सकते हैं। तो इस पे भी कोहली ने हमेशा यही जवाब दिया जिसे देख के मैंने cricket खेलना शुरू किया है। अगर मैं उनका one tenth भी बन जाऊँ तो वो भी मेरे लिए बहुत बड़ी success होगी।
लेकिन अब जब मैं बात करूँ main किस्से की तो ये भी आप सब जानते होंगे कि multiple मौकों पे धोनी, विराट कोहली की एकदम खुल के तारीफ करते हुए आए हैं। और वहीं कोहली भी धोनी को सम्मान देते रहे हैं। पर लगभग एक साल पहले की ही बात है जब धोनी किसी interview में बैठे थे और उनसे एक सवाल करा गया था कि आप सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली दोनों के कैप्टन रहे हैं। अगर आपसे कोई एक choose करने को कहा जाए तो आप किसके साथ जाएंगे? अब इस पे धोनी का जो जवाब आया वो आपको काफी कुछ सीखा भी देगा और साथ ही साथ सचिन और कोहली के बारे में बहुत कुछ बता भी देगा और मैं ये बता दूँ कि ये स्टेटमेंट तरफ से तब आया था जब विराट कोहली अपने एकदम पीठ पे थे।
धोनी ने बोला था कि मैं कभी दो players को compare करने पर believe नहीं करता। पर ये सवाल आप जब भी किसी से पूछेंगे तो पीछे दिल से एक ही आवाज आती है कि सचिन तेंदुलकर is the best batsman world has ever seen. उन्होंने कहा कि हम बड़ी आसानी से विराट कोहली और सचिन तेंदुलकर का comparison करने लगते हैं लेकिन ऐसा करते वक़्त हम दोनों के वक़्त और situations को compare करना भूल ही जाते हैं। हम दोनों की centuries को compare करते है लेकिन जहाँ हम Virat Kohli को currently कई difficult situation में centuries मारते हुए देखते आ रहे है तो वही हम ये भूल जाते है कि Sachin के सामने condition और situation क्या थी.
Dhoni ने आगे बताया कि आप अगर मुझसे ये पूछेंगे कि दोनों में से बड़ा legend कौन है तो मैं कभी भी एक नाम नहीं लूँगा। लेकिन मैं ये ज़रूर कहूँगा कि दोनों ही player अपने अपने वक्त के legend है. इसके आगे Dhoni ने एक बड़ी कमाल की बात बोली कि हम ये चीज पे जितना time waste करते है कि Sachin से बड़ा player कौन है? उससे ज्यादा हमें इस चीज पे time invest करना चाहिए कि ऐसा इन दोनों में क्या है? जो इन दोनों को इतना बड़ा player बनाता है? जिसपे खुद Dhoni ने बताया कि मैंने आज तक इन दोनों प्लेयरों से ज्यादा work ethics को follow करने वाला player नहीं देखा।
Dhoni ने कहा था कि वो दोनों जब भी किसी practice session के लिए उतरते हैं तो वैसे ही उतरते हैं जैसे वो पहली बार किसी session में उतर रहे हों। वही energy जो किसी player को पहली बार महसूस होती है और हर session में उनका motive बस एक ही होता है कि कुछ ना कुछ इस session से नया ले के जाना है. उन दोनों को इस चीज से कभी फर्क नहीं पड़ता कि उस session की facilities कैसी है. माहौल कैसा है अगर उस session में बारिश भी हो रही होगी तो वो उस दिन को या उस session को बर्बाद नहीं जाने देते है. बल्कि उस बारिश में भी best क्या करा जा सकता है कि session productive हो ये सोचते है. इसके बाद Dhoni ने Sachin और Kohli के बारे में एक ऐसी बात reveal करी जिसे सुनके आपको में इन दोनों पे और भी ज्यादा proud feel होगा।
तो जैसा मैं आपको बता रहा था कि धोनी ने कोहली और सचिन के बारे में एक ऐसी बात reveal करी जिसे सुन के आपको भी proud होगा और वो ये है कि उन्होंने कहा कि सचिन ने जिस तरीके से लगातार क्रिकेट खेलने के लिए खुद को बीस साल फिट रखा है वो बहुत ही बड़ी चीज है और यहाँ पे धोनी से मैं भी agree करूँगा क्योंकि हमने समय के Sehwag, Yuvraj और Gambhir की running between the wicket कम होने की बातें सुनी है. लेकिन चाहे हम Sachin के carrier के end time की भी बात कर लें. कभी भी हमने ये नहीं सुना कि Sachin between the wicket slow हो गए थे और अगर आपने closely notice करा हो तो 2009-2010 के आसपास Sachin ने थोड़ा सा fat ज़रूर gain किया था पर world cup के पास आते ही उन्होंने खुद को पूरे तरीके से transform कर लिया जो हमें उनके carrier के end तक देखने को मिला।
अब वहीं जब धोनी सचिन की fitness पे comment कर रहे थे तो उन्होंने कोहली की fitness पे भी एक बड़ा
ही कमाल का बयान दिया कि कोहली जिस तरीके से अपनी fitness पे काम करते हैं तो उनका हमेशा यही मानना रहता है कि इस तरीके से अपने ऊपर काम करो कि आने वाले दस साल तक आप चल सको. अगर आप हर दिन
उस दिन से आने वाले दस सालो के लिए सोच के अपनी fitness पे ध्यान दोगे तो आप हमेशा अपनी fitness के peak पे रहोगे। शायद यही reason भी है कि कोहली इंडिया के सबसे ज्यादा फिट player में से एक है. धोनी ने अपनी इस बात को यही कह के end कर दिया कि मैं आपके comparison करने वाले statement पे तो कुछ नहीं कहूँगा लेकिन ये जरूर बोलूँगा कि हमें ये सोच के proud feel करना चाहिए कि cricket इतिहास के दो सबसे बड़े players हमें यानी इंडिया को मिले तो अगर भारत को ऐसा कुछ मिला है तो हमें उन्हें compare नहीं बल्कि उनकी achievements को उनके milestones को उनकी काबिलियत को और उनकी legacy को celebrate करना चाहिए। हम सभी को धोनी की इस बात से agree जरूर करना चाहिए। अगर आपको ये किस्सा पसंद आया तो आप कमेंट करके बताये की आप धोनी के इस व्यूज पर सोचते हैं.