Biography Old Actress Chitra: पुराने दौर की एक अभिनेत्री, जिसे एक्शन सिनेमा की सुपरस्टार एक्ट्रेस कहा गया. जिसने 95 गोल्डन जुबली हिट फिल्में देने का दावा भी किया था. जी हाँ उनका नाम है चित्रा।
मशहूर अभिनेत्री चित्रा भी ऐसे ही कलाकारों में आती है, जिन्होंने लगभग 111 फिल्मों में काम किया था। एक इंटरव्यू में उन्होंने 95 गोल्डन जुबली फिल्में देने का दावा किया था। इस बात में कितनी सच्चाई है ये सिर्फ उस दौर के दर्शक बता सकते हैं। तो कृपया इस बात पर अपने विचार कमेंट बॉक्स में जरूर प्रकट करें।
हमारे हिसाब से चित्रा एक एक्शन हीरोइन थी और 50 से 60 तक के जमाने में हर प्रकार की एक्शन फिल्में चलती थी। तो इस हिसाब से उनका दावा झूठा नहीं हो सकता। अफ़सर उन निशा बेगम उर्फ़ चित्रा का जन्म 17 मई 1997 में हैदराबाद के नवाबी खानदान में हुआ था। उस दौर में शायद ही कोई हीरोइन इतने बड़े खानदान से जुड़ी हुई थी।
आपको बता दूँ कि के आसिफ की धर्मपत्नी और अपने जमाने की मशहूर अदाकारा निगार सुल्ताना, चित्रा की रिश्तेदार थी। दोनों ही हैदराबाद के नवाबी खानदान से जुड़े हुए थे। चित्रा की बड़ी बहन युसूफ उन निशा बेगम ने भी हिंदी सिनेमा में काम किया था. हालांकि फिल्मी पर्दे पर उन्हें पारसीस नाम से पहचान मिली। चित्रा को बचपन से फिल्में देखने का बड़ा शौक था। पिताजी दिन में 2-2 फिल्में दिखाकर उनका शौक पूरा करते थे। फिल्मों के लिए वो अपने पिताजी को बहुत परेशान करती थी। मात्र 11 साल की उम्र में कमाल अमरोही से उनकी मुलाकात हुई।
कमाल अमरोही को देखकर चित्रा हीरोइन बनने की जिद करने लगी। इस पर अमरोही साहब ने उनसे कहा तुम तो इतनी छोटी हो, तुम्हारी उम्र 11 साल की है इतनी जल्दी हीरोइन कैसे बनोगी? अभी 3-4 साल ठहर जाओ. कमाल अमरोही के बाद सच साबित हुई चार-पाँच साल के बाद चित्रा घूमने के इरादे से मुंबई आई वहां उन्हें पता चला कि प्रेम नारायण अरोड़ा “चोर बाजार” नामक फिल्म बना रहे हैं.
फिल्म के लिए उन्हें 16-17 साल की लड़की की जरूरत थी. मौका देखकर चित्रा ने उनसे मुलाकात की. क्योंकि चित्रा को उर्दू बोलना और लिखना आता था. इसलिए अरोरा ने उन्हें सेकंड हीरोइन के रूप में कास्ट कर लिया। तो इस तरह उनकी पहली फिल्म 1954 में रिलीज हुई और बॉक्स ऑफिस में अच्छी कमाई भी हुई.
ये देखकर चित्रा के पिताजी ने फिल्मों के लिए पूरी आजादी दे दी. उन्होंने चित्रा को कह दिया था कि तुम्हें अगर फिल्मों में काम करना अच्छा लगता है तो वो तुम जरूर करो. उस वक्त चित्रा ना सिर्फ अच्छी एक्ट्रेस थी बल्कि वो गाना और डांस भी कर लेती थी.
हमारे हिसाब से 1954 की मयूर पंख फिल्म में उन्होंने एक डांस भी किया था. हालांकि उस फिल्म में उनका किरदार इतना अहम भी नहीं था. चोर बाजार के बाद मान फिल्म रिलीज हुई जिसमें उनके हीरो अजित थे. इस फिल्म के बाद उन्हें बहुत सारी फिल्मों के ऑफर आने लगे. खास रूप से थ्रिलर और एडवेंचर वाली फिल्में।
टार्जन, जिम्बो, हातिम, अली बाबा जैसे प्रसिद्ध कैरेक्टर वाली फिल्मों में चित्रा हमेशा दिखती थी. अगले 15 सालों में उन्होंने लगभग 50 से भी अधिक फिल्मों में काम किया। चित्रा ने अभिनय को हमेशा प्राथमिकता दिया। इसलिए वो दिन में 4 फिल्मों की शूटिंग करती थी. अभिनय से मिले हुए पैसों से उनका घर चलता था। जैसे-जैसे जमाना बदला वैसे-वैसे चित्रा को काम मिलना बंद होने लगा। क्योंकि एक दौर ऐसा आया जब एडवेंचर फिल्में बनना बंद हो चुका था।
कमाल अमरोही के रजिया सुल्तान में भी उन्होंने एक किरदार निभाया था। कुछ लोग कहते हैं कि उन्होंने आजीवन शादी नहीं की। 70 के दौर में किसी एक इंसान ने उन्हें प्यार में धोखा दिया था। साथ ही माता-पिता के गुजर जाने के बाद वो अकेली भी पड़ गई थी. पर कुछ लोग उन्हें शादीशुदा बताते हैं।
नब्बे के दौर में उन्होंने एक अखबार को interview भी दिया था। जिसमें उन्होंने उस दौर की हीरोइन की आलोचना करते हुए कहा था कि फिल्मों के लिए अंग प्रदर्शन करना उन्हें बिल्कुल पसंद नहीं है। अपने दौर में चित्रा बहुत बड़ी हीरोइन थी। वो बड़े बैनर की फिल्मों में नहीं दिखती थी. क्या इसलिए दुनिया ने उन्हें भुला दिया। अंतत 11 जनवरी 2006 को लंबी बीमारी के कारण चित्रा ने आखिरी साँस ली। चित्रा जैसी ना जाने सैकड़ों अभिनेत्रियां थी जिन्हें कभी फिल्मी सितारों के रूप में देखा नहीं गया.