दिव्या भारती के केस से जुड़े अनसुलझे रहस्य, Divya Bharti Mystery Case

Divya Bharti Mystery Case

Divya Bharti Mystery Case: तो आखिर Divya भारती की मौत से ठीक पहले और मौत के बाद क्या कुछ हुआ था? मौत की असल वजह क्या थी? दिव्या भारती के साथ घटी घटना के समय घर में कौन-कौन था और दिव्या भारती की मौत को उनके पति साजिद नाडियाडवाला और underworld की साजिश क्यों कहा जाता है? चलिए जानते हैं सब कुछ इस स्टोरी में विस्तार से.

दिव्या भारती की मौत के बारे में बात करने से पहले थोड़ा इनके शुरुआती सफर पर एक नज़र डाल लेते हैं। Divya Bharti का जन्म 25 फरवरी 1974 को Mumbai में हुआ था. इनके पिता का नाम Om Prakash Bharti तथा माँ का नाम Mita Bharti था। अपनी खूबसूरती और कमाल की अदाकारी के दम पर बहुत कम समय में Bollywood में कामयाबी की बुलंदी पर पहुँचने वाली Divya Bharti बचपन से ही बहुत ज्यादा खूबसूरत थी.

Divya Bharti Mystery Case

Divya Bharti Mystery Case

बचपन में इनकी खूबसूरती ऐसी थी कि एक पल तो लोगों के लिए यकीन करना भी मुश्किल होता था कि ये कोई doll नहीं बल्कि वास्तव में छोटी बच्ची है. बहुत कम उम्र में ही Divya Bharti ने modeling की दुनिया में कदम रख दिया था. जब इनकी उम्र 16 साल थी तभी इन पर एक दिन Govinda के भाई की नज़र पड़ी और उन्होंने Divya Bharti को अपनी film में लेने का फैसला किया। हालांकि किसी कारणवश ये deal final नहीं हो सकी.

इसके कुछ समय बाद 2 और producer सामने आए. जिन्होंने Divya को अपनी फिल्मों में लेने का मन बनाया। मगर बात यहाँ भी नहीं बनी और फिर इंतजार लंबा होता देख दिव्या भारती ने अपने फिल्मी career की शुरुआत साउथ की फिल्मों से करने का फैसला किया और उन्होंने 1990 में साउथ के सुपरस्टार वेंकटेश के साथ अपनी पहली तेलुगू फिल्म की। इस फिल्म का नाम बॉबीली राजा था।

बॉक्स ऑफिस पर फिल्म बहुत ज्यादा कमाल तो नहीं कर पाई। मगर दिव्या भारती की खूबसूरती ने हर किसी का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया था। यही वजह थी कि इस film के flop होने के बावजूद इन्हें back to back south की कई फिल्में मिली। south की फिल्मों में काम करने के बाद जब इन्हें अच्छी खासी पहचान मिल गयी तो Bollywood से भी इन्हें offer आने लगे और finally 1992 में इन्हें इनकी पहली Hindi film Vishwatma भी मिल गयी.

ये film ज्यादा नहीं चली मगर इस film के गाने सात समुंदर पार ने Divya Bharti की दीवानगी को सात समुंदर पार या कहिए कि पूरी दुनिया में फैला दिया। इस film के बाद से ही Divya Bharti के आगे फिल्मों की line लग गयी और हर बड़े producer में Divya Bharti को अपने साथ जोड़ने की होड़ मच गयी. कहा तो यहाँ तक जाता है कि उस दौर की जितनी बड़ी हीरोइनें थी सभी से काम छीनने लगे और वो सभी फिल्में Divya Bharti को मिलती चली गयी.

इस कारण Divya Bharti 90 के दशक के के दौर की highest paid Bollywood actress भी बन गयी. एक तरफ उनका filmy career उड़ान भर रहा था तो दूसरी तरफ उनकी personal life में भी काफी बदलाव आ रहे थे. इनकी पहली super hit film Shola और Shabnam की shooting के दौरान actor Govinda ने इनकी मुलाकात director producer Sajid Nadiawala से करवाई।

बाकियों की तरह Sajid Nadiadwala भी Divya Bharti की खूबसूरती को देखकर अपना दिल हार गए. यही पर दोनों में दोस्ती हुई और देखते ही देखते ये दोस्ती प्यार में बदल गयी. फिर दुनिया की नज़रों से बचकर बेहद ही गुपचुप तरीके से पहले Divya Bharti, Divya से Sana Nadiawala बन गयी और फिर 10 मई 1992 को Divya Bharti ने Sajid Nadiadwala के साथ शादी कर ली। इस शादी को गुप्त रखने की सबसे बड़ी वजह ये थी कि उन दिनों एक trend था कि शादी के बाद actress की fan following काफी कम हो जाती थी. इस कारण उन्हें काम मिलना भी बंद हो जाता था और चूँकि दिव्या भारती का career पूरी उड़ान पर था। इसलिए उन्होंने शादी को secret रखने का फैसला किया ताकि उनका फ़िल्मी career प्रभावित ना हो।

शादी के बाद साजिद नाडियाडवाला ने मुंबई के अँधेरी वेस्ट के Versova में स्थित तुलसी apartment के fifth floor पर एक flat किराए पर लिया था। दिव्या भारती यहीं रहती थी। दिव्या रहती तो मुंबई में थी मगर काम के सिलसिले में ये अक्सर बाहर और दूसरे राज्यों में आया-जाया करती थी। बात 5 अप्रैल 1993 की है। दिव्या भारती एक काम के सिलसिले में हैदराबाद जाती है।

यहाँ सारे काम निपटाने के बाद प्लान था कि वो अपने दोस्तों के साथ एक पार्टी में जाएंगी और कुछ shopping भी करेंगी। मगर जरूरी काम खत्म होने के बाद वो अपने सारे दूसरे plan को postponed कर देती हैं और वापस मुंबई आ जाती हैं। अब तक दिव्या भारती एक superstar बन चुकी थी और इनके पास बहुत सारा पैसा भी आ चूका था.

मगर ये अब तक Mumbai में अपना घर नहीं ले पाई थी. इसी कसक को पूरी करने के लिए वो लंबे समय से कोशिश में लगी हुई थी. इत्तेफाक से Hyderabad से वापस आने के बाद एक flat के सिलसिले में इनकी बात भी बन जाती है और Mumbai के बेहद ही posh इलाके में एक four BHK flat की deal भी ये final कर लेती है. घर खरीदने की खुशी परिवार वालों के साथ share करने के लिए अपने छोटे भाई कुणाल भारती को भी बुला भेजती है.

इसके अलावा अपनी खुशी में शामिल होने के लिए ये अपनी costumes designer दोस्त Nita Lulla को भी बुला लेती है. Nita Lulla अपने पति doctor Shyam Lulla के साथ रात के लगभग 9 बजे Divya Bharti के यहाँ आ भी जाती है. Nita Lulla और doctor Shyam Lulla के Divya Bharti के घर आने के पीछे की एक दूसरी वजह भी Divya Bharti की मौत के बाद सामने आयी थी. हम उस पर आगे बात करेंगे। फिलहाल कहानी पर वापस आते हैं।

दिव्या भारती की ज्यादातर फिल्मों की costume designer नीता लुल्ला ही थी. इसी छोटी सी party के बहाने नीता और दिव्या अपने आने वाली फिल्म आंदोलन के costume design को भी final करने में लग जाती हैं. इन सभी बातचीत के दौरान घर में मौजूद ये तीनों शराब भी पीते हैं। श्याम, नीता और दिव्या के अलावा इस घर में एक और व्यक्ति मौजूद था और वो थी बचपन से दिव्या भारती की देखरेख करने वाली नौकरानी अमृता कुमारी।

इस meeting के दौरान अमृता कुमारी लगातार kitchen में इन लोगों की पसंद की snacks तैयार कर रही थी. इस समय तक साजिद नाडियाडवाला यानी दिव्या भारती के पति घर नहीं लौटे थे. बातचीत और शराब का दौर 9 बजे शुरू होता है जो लगभग 11 साढ़े ग्यारह तक चलता ही रहता है. अब तक दिव्या का भाई कुणाल यहीं था. मगर वो देर रात को जरुरी काम की बात कहकर यहाँ से निकल जाता है.

इन्हीं सबके बीच दिव्या भारती hall में आती है, जहाँ पर नीता और श्याम बैठे हुए थे. यहीं पर दिव्या अपने glass में फिर से शराब डालती है और TV on करने के बाद थोड़ी देर यही पर बैठती है. थोड़ी देर बैठने के बाद वो balcony की तरफ बढ़ जाती है. balcony में एक खिड़की भी बनी हुई थी. ये Tulsi apartment की इकलौती खिड़की थी जिसमें लोहे का grill नहीं लगा हुआ था.

इसके पीछे की वजह बताई जाती है कि अक्सर Divya खुद को शांत करने के लिए यही पर बैठा करती थी. हमेशा की तरह इस रात भी Divya Bharti के हाथ में शराब लेकर इसी खुली खिड़की पर आकर बैठती है. बैठते समय वो बाहर hall में बैठी हुई Neeta से लगातार बातें भी कर रही थी. अभी Divya भारती खिड़की पर ठीक ढंग से बैठ भी नहीं पाई थी कि वो अपनी गर्दन दूसरी तरफ घुमाकर बाहर बैठे लोगों से कुछ बातें करने की कोशिश करती है तभी अचानक से उनका balance बिगड़ता है और वो अचानक से नीचे गिरकर सीधे पांचवे तल्ले से जमीन पर पहुँच जाती है.

ये सब कुछ इतनी तेजी से होता है कि kitchen में मौजूद अमृता को भी कुछ सोचने तक का समय नहीं मिल पाता है. Divya के गिरते ही अचानक से Amrita चिल्लाती है. Amrita की चीख सुनकर hall में बैठे Nita और Shyam दौड़ते हुए नीचे की तरफ जाते है. इस चीख पुकार को आसपास के flat में रहने वाले दूसरे लोग भी नीचे की तरफ भागते है. नीचे खून से लथपथ Divya बिलकुल बेसुध पड़ी हुई थी. शरीर में किसी तरह की कोई हरकत नहीं हो रही थी. हालांकि साँसे अभी भी चल रही थी.

Doctor Shyam Lullah, Divya को वहाँ मौजूद दूसरे लोगों की मदद से तुरंत RN Kapoor hospital लेकर जाते है. ये वही hospital है जहाँ अक्सर रहस्यमयी मौत मरने वाले Bollywood stars के शव लाए जाते है. इधर doctor Shyam की पत्नी घर की नौकरानी अमृता के साथ वहां से कुछ ही दूरी पर स्थित दिव्या के माता-पिता के घर इस बात की जानकारी देने चली जाती हैं कि दिव्या खिड़की से गिर गई हैं।

अस्पताल पहुंचते ही दिव्या को dead ऑन arrival यानी अस्पताल पहुंचते ही मृत घोषित कर दिया जाता हैं। महज 19 साल की उम्र में कमाल की अदाकारा दिव्या भारती दुनिया से चली जाती हैं। अब तक रात के लगभग डेढ़ बज चुके थे। तब technology इतनी advance नहीं थी. इसलिए दिव्या की मौत की खबर लोगों तक नहीं पहुंच पाई थी. दिव्या का शव casualty ward की एक trolley में रखा हुआ था। पास में ही Divya के पिता और भाई के अलावा कुछ चुनिंदा लोग भी खड़े हुए थे. Divya के पिता का रो रो कर बुरा हाल था वो बस एक ही रट लगाए जा रहे थे कि उन्होंने मेरी बेटी को मार दिया है.

पास में ही Divya का भाई Kunal भी था जो Divya की मौत से बस 10 minute पहले तक Divya के साथ ही था और नए घर खरीदने की खुशी में शामिल था. कमाल की बात तो ये थी कि Divya की मौत को कई घंटे बीत चुके थे. मगर Divya की माँ का कहीं भी अता पता नहीं था. बल्कि वो रात के पौने 4 बजे अस्पताल आती है। अस्पताल पहुँचने तक उन्हें इस बात की जानकारी नहीं थी कि उनकी बेटी अब इस दुनिया में नहीं है बल्कि उन्हें बताया गया था कि वो गिर गई है और कुछ चोट आई है।

बाद में हुए खुलासे के मुताबिक जैसे ही Divya की माँ पर, Divya के पिता और भाई की नजर पड़ती है। दोनों उसी की तरफ तेजी से भागते हैं और दोनो एक साथ Mita पर चिल्लाते हुए कहते हैं कि जो हुआ है सब तुम्हारी वजह से हुआ है। मतलब दोनों Divya की मौत का जिम्मेदार Divya की माँ को ही बता रहे थे। इन दोनों की के बावजूद दिव्या की माँ बिल्कुल खामोश रहती है और कोई जवाब नहीं देती है। इस बात का रहस्य आज तक कोई नहीं समझ पाया कि दिव्या की मौत के लिए दिव्या के पिता और भाई दिव्या की माँ को क्यों तब जिम्मेदार ठहरा रहे थे? और दिव्या की माँ को अस्पताल आने में इतना लंबा समय कैसे लग गया?

खैर थोड़ी देर दिव्या की माँ वहीं पर रुकती है और फिर थोड़ी देर बाद वहां से निकल जाती है। अब तक दिव्या के पति साजिद नाडियाडवाला को भी दिव्या की मौत की खबर हो चुकी थी। थोड़ी देर में साजिद भी अस्पताल पहुँच जाते हैं और सीधे उस ward में जाते हैं. जहाँ पर दिव्या के शव को रखा गया था. दिव्या को देखने के बाद साजिद बिलकुल खामोश रहते हैं. वो किसी तरह से कुछ भी react नहीं कर पाते हैं और कुछ ही पल बाद नीचे
गिरकर बेहोश हो जाते हैं.

doctor के मुताबिक वो दिव्या की मौत के सदमे को बर्दाश्त नहीं कर पाते हैं. इसी वजह से shock के हालत में चले जाते हैं. साजिद की स्थिति भी तेजी से बिगड़ने लगती हैं और तत्काल उन्हें ICU में admit कराने की नौबत आ जाती है. थोड़ी देर बाद होश में आ जाते है मगर उनका व्यवहार भयानक तरीके से बदलने लगता है और वो अजीब हरकतें करने लगते है. इस कारण अंत में उन्हें कुछ दवाई देकर doctor की निगरानी में ही सुलाया जाता है. तारिक बदलकर 6 अप्रैल 1993 हो चुकी थी.

अब लगभग सुबह हो चुकी थी. Divya की मौत की खबर अब industry से जुड़े लोगों तक भी पहुँच चुकी थी. Divya को देखने सबसे पहले आने वाले industry से जुड़े लोगों में Prahlad Nehlani थे जो अपनी पत्नी और बेटे के साथ आए थे. इसके अलावा को देखने सबसे पहले आने वाले चुनिंदा लोगों में Saif Ali Khan, Sanjay Kapoor, Boney Kapoor और Govinda इत्यादि शामिल थे. इधर मौके पर police भी पहुँच जाती है और लोगों के बयान दर्ज करना शुरू कर देती है. सभी कागज़ी कार्यवाही पूरी करने के बाद Divya का postmortem किया जाता है. postmortem में खुलासा होता है कि ऊँचाई से गिरने की वजह से Divya के सर में काफी गहरी चोट आयी थी बहुत ज़्यादा internal bleeding हुई थी. इस कारण ही उनकी मौत हो गयी.

इसके अलावा जान की हड्डी भी बुरी तरीके से टूट चुकी थी. सभी जाँच पड़ताल के बाद 7 अप्रैल 1993 को दिव्या का शव परिवार वालों को सौंप दिया जाता है। सभी formalities के बाद मुंबई के विले पार्ले स्थित क्रिमेटोरियम में दिव्या का अंतिम संस्कार किया जाता है. अंतिम संस्कार से जुड़ी रस्म को साजिद नाडियाडवाला पूरी करते है।

दिव्या इस दुनिया से जा चुकी थी. मगर अपने पीछे सैकड़ों सवाल छोड़ गई थी. जिसका जवाब हर जानना चाह रहा था। सबसे बड़ा सवाल तो यही था कि दिव्या ने ऊपर से कूद कर suicide कर लिया है या फिर उनकी साजिश के तहत हत्या की गई है। जब पुलिस ने लोगों से पूछताछ करना शुरू किया तो एक के बाद एक कई खुलासे होने शुरू हो गए। पुलिस ने सबसे पहले घर के अंदर मौजूद डॉक्टर श्याम लुल्ला और उनकी पत्नी नीता का बयान दर्ज किया था।

दोनों अपने बयान में एक ही बात कहते हैं कि वो पक्के तौर पर नहीं कह सकते कि दिव्या ने जानबूझकर ऊपर से छलांग लगाई या फिर balance बिगड़ने की वजह से गलती से वो गिर गई। कमाल की बात ये थी कि इस घर में इस हादसे के वक्त एक और सदस्य था वो थी घर की नौकरानी Amrita. मगर police ने पहले Amrita का बयान लेना ज़रूरी नहीं समझा। इसके पीछे की वजह क्या थी. कोई नहीं जानता। इससे भी ज्यादा चौंकाने वाली बात तो ये थी कि Divya Bharti की मौत के ठीक एक महीने बाद अचानक से Amrita की भी मौत हो जाती है.

कहा जाता है कि heart attack की वजह से Amrita की मौत हो गयी. खैर police 4 साल तक इस मामले की जाँच करती रहती है और finally सभी संभावित angle से जाँच करने के बाद police Divya Bharti की मौत को clear accidental death का मामला बताती है. पुलिस किसी भी तरीके की साजिश से इंकार करती है, पुलिस ने भले ही अपनी जाँच में इसे एक हादसा बता दिया था, मगर बाद में कुछ unofficial sources से कई चौंकाने वाले खुलासे हुए.

एक दावा किया गया कि जब दिव्या हैदराबाद से वापस आती है, तो वहां से वो एक दोस्त की पार्टी में जाती है. वहां वो बहुत ज्यादा शराब पीती है और फिर नशे में ही घर वापस आती है. यहां साजिद से उनकी काफी लड़ाई हो जाती है. इस दौरान साजिद घर से निकलने लगता है. इस पर दिव्या कहती है कि अगर तुम 10 मिनट में वापस नहीं आए तो फिर तुम मुझे कभी नहीं देख पाओगे। साजिद काफी देर तक वापस नहीं आते हैं और फिर दिव्या के मौत की खबर आती है।

दिव्या की करीबी रही एक और दोस्त ने unofficial तरीके से दावा किया था कि दिव्या की मौत से पहले किसी बात को लेकर दिव्या और साजिद में काफी ज्यादा लड़ाई होती है। उन दिनों दिव्या severe depression से भी जूझ रही थी. इस कारण लड़ाई के दौरान दिव्या काफी aggressive होने लगती है. बात बढ़ता देख साजिद डॉक्टर श्याम लुला को तुरंत फोन करके बुलाते है. डॉक्टर श्याम अपनी पत्नी नीता के साथ आते है. जब दोनों पति-पत्नी साजिद के यहाँ पहुँचते है तब भी दिव्या और साजिद लड़ रहे थे.

दिव्या का भाई कुणाल भी वहीं पर मौजूद था. दोनों के बीच हो रही लड़ाई को देखते हुए श्याम तुरंत साजिद को घर से बाहर जाने के लिए कहता है. डॉक्टर श्याम के कहने पर साजिद वहां से निकल जाता है. इसके बाद Nita और Divya मिलकर शराब पीते है, TV देखते है और इसी सब के दौरान सब कुछ शांत होने के बाद Divya balcony की तरफ बढ़ जाती है. यहीं पर वो खिड़की पर बैठने की कोशिश करती है और नीचे गिर जाती है, जिससे उनकी मौत हो जाती है.

अब चलिए उस point पर आते है जो Divya की मौत को रहस्यमयी बनाता है. जिस खिड़की से Divya Bharti गिरी थी उसके नीचे parking हुआ करता था. वहाँ पर अक्सर कोई ना कोई गाड़ी खड़ी रहती थी. मगर जब Divya Bharti खिड़की से गिरी तो वहाँ पर कोई भी गाड़ी नहीं थी. इस कारण Divya सीधे नीचे concrete से बनी जमीन पर गिरी और उनकी मौत हो गई। उस रात वहाँ पर गाड़ी का ना होना क्या महज इत्तेफाक था।

आज तक इसका स्पष्ट जवाब नहीं मिल पाया है। जैसा की थोड़ी देर पहले हमने आपको बताया कि एक तो Divya की माँ, Divya की मौत के कई घंटों बाद अस्पताल पहुँचती है और जब वो अस्पताल पहुँची तो Divya के भाई और पिता ने Divya की मौत के लिए Divya की माँ को ही जिम्मेदार बताना शुरू कर दिया था। उन तीनों के इस व्यवहार पीछे का रहस्य क्या था आज तक उजागर नहीं हो पाया है.

Divya की मौत के समय उस घर में मौजूद नौकरानी Amrita का बयान लेने में समय क्यों लगाया गया. इसका भी स्पष्ट जवाब आज तक नहीं मिल पाया। Amrita की एक महीने बाद heart attack से मौत क्या वास्तव में heart attack से ही थी. Amrita की मौत ने भी Divya की मौत को रहस्यमयी बना दिया। कहा जाता है कि Amrita ने दावा किया था कि उस building के सभी apartment की खिड़कियों में auto stopper लगा हुआ यहाँ तक की जिस खिड़की पर Divya बैठी हुई थी. उस पर भी एक auto stopper हुआ करता था.

मगर बाद में आगे की जाँच में खुलासा हुआ कि वहाँ से auto stopper गायब था. इस खुलासे ने भी Divya की मौत को थोड़ा रहस्यमय बनाया। क्या किसी ने साजिश के तहत auto stopper वहाँ से गायब कर दिया था. एक दावा किया जाता है कि Divya की मौत के पीछे underworld की साजिश हो सकती है.

इस दावे के पीछे बहुत ज्यादा explanation तो नहीं है. मगर कहा जाता उन दिनों underworld के बड़े खिलाड़ियों तथा साजिद नाडियाडवाला में काफी करीबी रिश्ते थे। underworld का काफी पैसा बॉलीवुड में भी लगा हुआ था और वो बड़े-बड़े actor और actress के काम में सीधा दखल देते थे। कुछ दावों के मुताबिक underworld से जुड़े लोगों ने दिव्या भारती पर भी दबाव बनाना शुरू कर दिया था।

मगर दिव्या भारती उन लोगों की मर्जी के मुताबिक कुछ भी करने से मना करने लगी। बस इसी वजह से दिव्या भारती को साजिश के तहत खत्म कर दिया गया. साजिश पर एक समय Dawood Ibrahim समेत underworld के दूसरे don से जुड़े होने का आरोप लगा था. यहाँ तक की T-Series के founder Gulshan Kumar के murder के बाद Bal Thackeray तक ने दावा किया था कि तीन लोग Bollywood से है जिनका सीधा संबंध Dawood Ibrahim के gang से है और उसी ने Gulshan Kumar को मरवाने में अहम भूमिका निभाई है.

कथित तौर पर उन तीन लोगों में Sajid Nadiadwala का नाम आया था. दावों के मुताबिक Sajid से इस सिलसिले में कई बार police ने पूछताछ भी की थी। हालांकि ये आरोप कभी साबित नहीं हो सके। कुल मिलाकर कई दावों और अफवाहों के बीच दिव्या भारती की भी मौत या फिर murder की theory में उलझ कर रह गई। दोस्तों वैसे तो पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक दिव्या की मौत clear cut accidental death का मामला है। मगर आपको क्या लगता है? दिव्या की मौत के पीछे किसी की साजिश हो सकती है या फिर ये accidental death का ही मामला था? Comment box में जरूर बताएं।

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