IPL 2023: आई पी एल 2023 में लागू हुए 5 नए नियम, जानिए इंपैक्ट प्लेयर का क्या रहेगा रोल, New Rules For IPL 2023

New Rules For IPL 2023

New Rules For IPL 2023: दुनिया भर की सबसे महंगी और पसंद की जाने वाली T20 लीग यानी कि आईपीएल का सोलवा सीजन आज से शुरू होने जा रहा है। वहीं इस बार इंडियन प्रीमियर लीग में कई नियम लागू किए गए हैं। जिसके बारे में कई सारे फैंस कंफ्यूज है। दरअसल आई पी एल 2023 सीजन के लिए कुल 5 नए नियम लागू किए गए हैं। जिनमें से सबसे ज्यादा इंपैक्ट प्लेयर नियम चर्चा में बना हुआ है।

जानकारी के लिए बता दें कि पिछले आईपीएल सीजन से आईपीएल में अब 10 टीमें हिस्सा ले रही है। वहीं इस बार आईपीएल 2023 का सीजन 31 मार्च से शुरू होकर 28 मई तक खेला जाएगा। बता दें कि 21 मई तक ग्रुप स्टेज के मुकाबले आयोजित होंगे जिसके पश्चात टेबल की टॉप 4 टीमें प्लेऑफ के लिए क्वालीफाई करेगी वही बाकी सभी टीमों का सफर वहीं पर खत्म हो जाएगा।

New Rules For IPL 2023 (आई पी एल 2023 में लागू हुए 5 नए नियम)

New Rules For IPL 2023

अंक तालिका में पहले और दूसरे नंबर की टीम को फाइनल में पहुंचने के लिए 2 मौके मिलेंगे। वही अन्य बाकी टीमों को फाइनल में पहुंचने के लिए लगातार दो मुकाबले जीतने होंगे। बता दें कि इस टूर्नामेंट का फाइनल मुकाबला 28 मई को नरेंद्र मोदी क्रिकेट स्टेडियम में खेला जाएगा। आइए अब हम आपको आई पी एल 2023 के नए नियमों के बारे में बताते हैं।

टॉस के बाद बताएंगे अपनी प्लेइंग इलेवन

पिछले सीजन तक आईपीएल में टॉससे पहले दोनों कप्तानों को अपनी-अपनी प्लेइंग इलेवन बताना रहती थी। यानी टॉस जीतने के पश्चात कप्तान बल्लेबाजी या गेंदबाजी के अनुसार अपनी प्लेइंग इलेवन नहीं चुन सकते थे।

परंतु अब नए नियम के अनुसार टॉस के बाद प्लेइंग इलेवन बता सकते हैं यदि कोई कप्तान पहले बल्लेबाजी करने की स्थिति में अलग रणनीति और अलग प्लेइंग इलेवन के साथ उतरना चाहता है तो वह ऐसा कर सकता है। यानी अब कप्तान टॉस जीतने के बाद अपनी रणनीति अनुसार प्लेइंग इलेवन बता सकते हैं।

इंपैक्ट प्लेयर नियम

आई पी एल 2023 के नए नियमों में इंपैक्ट प्लेयर सबसे ज्यादा चर्चा में रहा। बता दें कि इस नियम के अनुसार टॉस के समय प्लेइंग इलेवन देते समय कप्तान पांच खिलाड़ियों को सब्सीट्यूट के रूप में चुन सकता है। जोकि इंपैक्ट खिलाड़ी हो सकता है हालाकी एक मुकाबले में एक ही इंपैक्ट प्लेयर का उपयोग किया जा सकता है।

यानी अब बीच मैच में कोई भी कप्तान अपनी प्लेइंग इलेवन में से किसी एक खिलाड़ी को बाहर कर इंपैक्ट प्लेयर को मैदान पर बुला सकता है। आसान शब्दों में कहे तो यदि कोई गेंदबाजी टीम शुरुआत से ही खराब प्रदर्शन कर रही है। सभी गेंदबाज रन लुटा रहे हैं ऐसी स्थिति में कप्तान अपने किसी एक गेंदबाज को बिठाकर इंपैक्ट खिलाड़ियों को मैदान पर बुलाकर उससे गेंदबाजी करवा सकता है ऐसा ही बल्लेबाजी टीम के लिए भी लागू होता है।

डीआरएस के लिए हुआ यह नियम लागू

गौरतलब है कि अभी तक डीआरएस केवल एलपीडब्ल्यू या कैच आउट इत्यादि पर लिया जा सकता था। परंतु अब इसमें एक और नया नियम लागू कर दिया गया है। बता दे कि अब कमर से ऊपर वाली गेंद यानी नो बॉल और वाइट गेंद पर भी डीआरएस लिया जा सकता है। यानी मैच के दौरान किसी बल्लेबाज को लगता है कि यह गेंद वाइड होनी चाहिए परंतु एंपायर वाइड करार नहीं देता है तो वह इस पर भी अब डीआरएस ले सकते हैं।

स्लो ओवर रेट नियम

इस नियम के अनुसार गेंदबाजी कर रही टीम को निर्धारित समय के अंदर अपने ओवर पूरे करने होंगे। यदि निर्धारित समय के अंदर गेंदबाजी टीम ओवर पूरे नहीं कर पाती है तो फिर बचे हुए ओवर मैं पेनल्टी के तहत एक अतिरिक्त प्लेयर को 30 गज की बाउंड्री के अंदर आना होगा। जानकारी के लिए बता दें कि पावरप्ले के बाद 5 प्लेयर 30 गज की सीमा से बाहर रह सकते हैं परंतु पेनल्टी के बाद बाहर केवल चार ही प्लेयर रह पाएंगे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *