6 ग्रैंड स्लैम अवार्ड्स, ₹205 करोड़ का नेट वर्थ, 4 क्रिकेट कप्तानों की रिश्तेदार, दुबई में घर और महंगी कारों का कलेक्शन, Sania Mirza Biography in Hindi & Controversies

Sania Mirza Biography and Success Story in Hindi

Sania Mirza Biography:पिछले दिनों भारत की टेनिस क्वीन सानिया मिर्जा ऑस्ट्रेलियन ओपन 2023 में मिक्स्ड डबल्स का फाइनल हार गईं। टेनिस करियर में यह उनका आखिरी ग्रैंड स्लैम मैच था। मुकाबले के बाद फेयरवेल स्पीच में उनके आंसू छलक पड़े। उन्होंने कहा, ‘ग्रैंड स्लैम करियर खत्म करने के लिए मेलबर्न से बेहतर कुछ नहीं। मुझे कोर्ट पर घर जैसा अहसास कराने के लिए सभी का धन्यवाद।’

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Sania Mirza Biography

Sania Mirza Biography and Success Story in Hindi

टेनिस के सबसे बड़े टूर्नामेंट में शामिल, ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट में सानिया मिर्जा का सफर अब थम गया है। कुछ दिनों बाद वो अपना आखिरी प्रोफेशनल मैच खेलने वाली है। यह मुकाबला कब होने वाला है, इसके बारे में आगे जानेंगे। इसके अलावा इस नए स्टोरी में सानिया की उपलब्धियां, लग्जीरियस लाइफस्टाइल, नेट वर्थ और कार कलेक्शन का भी जिक्र भी करेंगे और इनके फॅमिली के बारे में जानेंगे। साथ-साथ ही उनसे जुड़े कुछ विवादों के बारे में भी जानेंगे।

सानिया फरवरी 2023 में खेलेंगी, अपना आखिरी मुकाबला

36 साल की सानिया मिर्जा ने साल 2003 में प्रोफेशनल टेनिस करियर की शुरुआत किया था। 27 जनवरी 2023 को उन्होंने अपने टेनिस करियर का आखिरी ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट खेला। सानिया ने एक इंटरव्यू में बताया था कि 19 फरवरी से शुरू होने वाला WTA 1000 इवेंट, उनके प्रोफेशनल टेनिस करियर का आखिरी टूर्नामेंट होने वाला है। इसके बाद वह प्रोफेशनल टेनिस से संन्यास ले लेंगी।

शुरुआत रिजेक्शन के साथ हुई थी

सानिया मिर्जा ने सबसे पहले 6 साल की उम्र में टेनिस खेलने की इच्छा जताई, तभी उनकी मां उन्हें हैदराबाद की एक टेनिस एकेडमी में एडमिशन कराने को ले गई। उस टेनिस अकादमी के कोच ने उन्हें एडमिशन देने से मना कर दिया था। कोच ने उस समय बोला कि, इसका साइज (हाइट) तो टेनिस रैकेट से भी छोटा है। ये कैसे टेनिस खेल पाएगी। उनके मां के बहुत अधिक रिक्वेस्ट करने पर उन्होंने सानिया को अपने tenis academy में दाखिला दे दिया। कुछ ही दिनों के बाद वही कोच सानिया के घर गए थे और उनकी मां को कहा इतनी कम उम्र में किसी को भी इतना अच्छा खेलते हुए नहीं देखा है।

मुंबई में पैदा हुईं सानिया, हैदराबाद में टेनिस सीखा

मुंबई में 15 नवंबर 1986 को सानिया का जन्म हुआ। जन्म के कुछ ही सालों बाद उनका परिवार, हैदराबाद शिफ्ट हो गया था। वहां पर वह अपनी छोटी बहन “अनम” के साथ बड़ी हुईं, सानिया का कोई अपना भाई नहीं है. यहीं पर उन्होंने टेनिस खेलना सीखा और अपनी स्किल्स पर काम किया। हैदराबाद के ही नासर स्कूल में स्कूली शिक्षा पूरा करने के बाद, सेंट मैरी कॉलेज से उन्होंने अपने ग्रेजुएशन को पूरा किया।

पिता रहे खेल पत्रकार, बहन है क्रिकेटर अजहरुद्दीन की बहू

सानिया मिर्जा के परिवार का खेलों से पुराना रिश्ता है। उनके पिता इमरान मिर्जा खेल पत्रकार हुआ करते थे। सानिया के मेंटर होने के साथ-साथ वह 20 सालों तक उनके कोच भी थे। सानिया की बहन अनम मिर्ज़ा भारत के पूर्व क्रिकेटर और कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन की बहू हैं। अनम मिर्जा ने दिसंबर 2019 में मोहम्मद असदुद्दीन से शादी किया था।

सानिया की दादी भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान गुलाम अहमद की मौसी थीं। गुलाम अहमद की बहन के बेटे आसिफ इकबाल भी एक समय पाकिस्तान क्रिकेट टीम के कप्तान हुआ करते थे। सानिया मिर्ज़ा ने भी पाकिस्तानी टीम के ही एक और कप्तान शोएब मलिक से शादी की है। इस तरीके से सानिया मिर्ज़ा कुल 4 इंटरनेशनल पूर्व क्रिकेट कप्तानों की रिश्तेदार हुयी।

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दुबई में हैं सानिया का शानदार बंगला

शादी के बाद दुबई के पाम जुमेराह में मौजूद ‘द आइलैंड बंग्लॉ’ में सानिया मिर्जा अपने पाकिस्तानी पति शोएब मलिक और अपने बेटे इजहान के साथ रहती हैं। पाम जुमेराह में भारत के सानिया मिर्जा के अलावा उद्योगपति मुकेश अंबानी, क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर और बॉलीवुड स्टार शाहरुख खान जैसी हस्तियों के भी बंगले मौजूद हैं। हैदराबाद की रामोजी राव फिल्म सिटी में भी सानिया का एक आलीशान घर है।

58.65 करोड़ सिर्फ प्राइज मनी से कमाए

सानिया मिर्जा ने अपने लम्बे अंतर्राष्ट्रीय टेनिस करियर के दौरान करीब 58.65 करोड़ रुपए प्राइज मनी से कमाई है। प्राइज मनी उसे कहते हैं जो किसी भी खिलाड़ी को कोई भी टूर्नामेंट में जितने के बाद दी जाती है। कई बड़ी कंपनियों ने भी उन्हें उसके खेलने के समय में अपना ब्रांड एम्बेसडर बनाया। फिलहाल ओवरऑल उनकी नेट वर्थ करीब 205 करोड़ रुपए से अधिक की है। अपने टेनिस करियर के दौरान सानिया एयर इंडिया, टाटा टी, एडिडास, हैथवे केबल, टीवीएस स्कूटी और विल्सन जैसे टॉप ब्रांड्स को प्रोमोट कर चुकी हैं।

कमाल का है इनका कार कलेक्शन

लग्जरी लाइफ जीने के साथ-साथ सानिया को लग्जरी कार का भी बड़ा शौक है। फिलहाल उनके पास BMW 7-सीरीज, जगुआर XE, मर्सिडिज बेंज, BMW 5-सीरीज और रेंज रोवर इवोक जैसे भी मौजूद हैं। हैदराबाद के के ही मुर्तुजागुड इलाके में सानिया मिर्जा का एक टेनिस एकेडमी भी है, जिसे उन्होंने साल 2013 में शुरू किया था और उन्होंने दुबई में भी अपने टेनिस एकेडमी की ब्रांच खोल दिया है।

करियर में अब तक 43 ट्रॉफी जीत चुकी है

जूनियर लेवल पर भी खेलते हुए उन्होंने 10 सिंगल्स और 13 डबल्स टाइटल जीते हैं। साल 2001 में सीनियर लेवल पर सानिया ने डेब्यू करने के बाद साल 2003 में उन्होंने अपना प्रोफेशनल टेनिस करियर शुरू किया। 16 साल की उम्र से ही प्रोफेशनल टेनिस करियर शुरू करने वाली सानिया ने सिंगल्स, विमेंस डबल्स और मिक्स्ड डबल्स में 20 साल तक अंतराष्ट्रीय लेवल पर टेनिस खेला है। इनमें से उन्होंने 6 ग्रैंड स्लैम के अलावा कुल 43 ट्रॉफी भी जीती है। साल 2005 में उन्होंने पहली बार WTA सिंगल्स का टाइटल भी जीता था।

इन सबके अलावा सानिया मिर्ज़ा ने 2 बार फ्रेंच ओपन और 3 बार ऑस्ट्रेलियन ओपन जीतने के करीब पहुंची थीं, लेकिन वो खिताब नहीं जीत सकीं।

सानिया मिर्ज़ा ने साल 2022 में विंबलडन का सेमीफाइनल भी खेला

अपने टेनिस करियर के आखिरी दौर में सानिया मिर्जा 2 बार ग्रैंड स्लैम जीतने के बहुत करीब पहुंचीं, लेकिन वह एक भी जीत नहीं सकीं थी। साल 2022 में ही विंबलडन में मेट पैविक के साथ उन्होनें मिक्स्ड डबल का सेमीफाइनल खेला और अब वो ऑस्ट्रेलियन ओपन के भी मिक्स्ड डबल इवेंट में खिताब जीतने के बहुत करीब पहुंच गयी थी। लेकिन, अंत में ब्राजील की जोड़ी से हार गईं।

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साल 2013 में आखिरी सिंगल्स खेला

सानिया मिर्जा ने विमेंस सिंगल्स से साल 2004 में प्रोफेशनल टेनिस खेलना शुरू किया। डबल्स में मिलती ज्यादा सफलता को देखते हुए और रिस्ट इंजरी के चलते साल 2013 में उन्होंने सिंगल्स खेलना बंद कर दिया था। उन्होंने अपने करियर के आखिरी 10 सालों में विमेंस और मिक्स्ड डबल्स खेलने पर ही अपना फोकस रखा।

सेरेना विलियम्स के खिलाफ भी 2 बार भिड़ीं

सानिया टेनिस के लेजेंड सेरेना विलियम्स से भी अपने करियर में 2 बार मुकाबला कर चुकी है। दोनों ही बार उन्हें मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा था। 21 जनवरी 2005 को 18 साल की उम्र में ही ऑस्ट्रेलियन ओपन के ही विमेंस सिंगल्स में उन्होंने पहली बार सेरेना का सामना किया था और उस मुकाबले में उन्हें 6-1, 6-4 से सेरेना विलियम्स से हार का सामना करना पड़ा था।

सानिया ने अपने फेयरवेल स्पीच में कहा था कि सेरेना के खिलाफ मैच से ही वह अपने टेनिस करियर की असली शुरुआत मानती हैं। साल 2016 में वह विमेंस डबल्स मुकाबले में भी सेरेना से भिड़ी थीं। लेकिन, यहां भी उन्हें हार का ही सामना करना पड़ा था।

चारों ग्रैंड स्लैम जीते

सानिया मिर्जा ने अपने टेनिस करियर में 6 बार ग्रैंड स्लैम जीते हैं। 3 मिक्स्ड डबल्स से और 3 ही विमेंस डबल्स में भी जीते हैं। मिक्स्ड डबल्स में उन्होंने साल 2009 का ऑस्ट्रेलियन ओपन, साल 2012 का फ्रेंच ओपन और साल 2014 का US ओपन टाइटल जीता है। वहीं, विमेंस डबल्स में उन्होंने साल 2015 का विंबलडन, साल 2015 का US ओपन और साल 2016 का ऑस्ट्रेलियन ओपन टाइटल जीता था। इस तरह से उन्होंने विमेंस और मिक्स्ड डबल्स खेलते हुए सभी 4 ग्रैंड स्लैम खिताब अपने नाम किये हैं।

ओलिंपिक खेलों में पहुंची थीं मेडल के बहुत करीब

सानिया साल 2016 के रियो ओलिंपिक खेल में भारत को मेडल जिताने के काफी करीब पहुंची थीं. लेकिन वह उस गेम में सेमीफाइनल में हारकर मेडल नहीं जीत सकीं। ओलिंपिक खेलों के अलावा उन्होंने एशियन गेम्स और कॉमनवेल्थ गेम्स में भी भारत की तरफ से खेला है। एशियन गेम्स के अलग-अलग संस्करण में उन्होंने भारत को 2 गोल्ड, 3 सिल्वर और 3 ब्रॉन्ज मेडल जिताए हैं।

कॉमनवेल्थ गेम्स 2010 के दौरान उन्होंने सिंगल्स का सिल्वर और विमेंस डबल्स का ब्रॉन्ज मेडल जीता था। साल 2003 के एफ्रो-एशियन गेम्स के दौरान उन्होंने अलग-अलग इवेंट्स के 4 गोल्ड मेडल अपने नाम किए थे। ​​​​​​

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रोहन बोपन्ना ही थे, पहले पार्टनर

6 साल की उम्र से ही टेनिस खेल रहीं सानिया 14 साल की उम्र में पहली बार मिक्स्ड डबल्स खेलने के लिए कोर्ट में उतरी थीं और उस समय 22 साल के रोहन बोपन्ना उनके टेनिस पार्टनर थे। 27 जनवरी 2023 को जब उन्होंने आखिरी ग्रैंड स्लैम मैच खेला था तो तब भी भारत के बोपन्ना ही उनका मिक्स्ड डबल में साथ दे रहे थे। दोनों के परिवार और बच्चे भी इस मैच को देखने मेलबर्न के टेनिस कोर्ट पहुंचे थे।

सानिया-बोपन्ना की जोड़ी ने 6 साल पहले साल 2017 में फ्रेंच ओपन में मिक्स्ड डबल्स का खिताब जीता था। ऑस्ट्रेलियन ओपन में सानिया मिर्जा और महेश भूपति की जोड़ी ने साल 2009 में मिक्स्ड डबल में चैंपियन बनी थीं। भारतीय पार्टनर के अलावा उन्होंने विदेशी पार्टनर्स के साथ भी ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट जीते हैं।

2015 में मिला खेल रत्न पुरस्कार

20 साल के लम्बे टेनिस करियर में सानिया मिर्जा ने छोटे-बड़े कई सारे अवॉर्ड भी जीते। लेकिन, इसमें से सबसे खास 5 अवॉर्ड रहे हैं। अंतराष्ट्रीय स्तर पर टेनिस खेलना शुरू करने के बाद ही साल 2004 में उन्हें अर्जुन अवॉर्ड मिला। साल 2005 में शानदार प्रोफेशनल डेब्यू के बाद उन्हें वर्ल्ड टेनिस असोसिएशन (WTA) ने न्यूकमर प्लेयर का अवॉर्ड भी दिया गया। साल 2006 में उन्हें पद्म श्री अवॉर्ड से भी सम्मानित किया गया। साल 2015 में मेजर ध्यानचंद खेल रत्न (तब राजीव गांधी खेल रत्न) अवॉर्ड से भारत सरकार ने उन्हें सम्मानित किया।

साल 2010 में शोएब से हुई शादी

पाकिस्तानी क्रिकेटर शोएब मलिक से सानिया मिर्ज़ा ने 12 अप्रैल 2010 को शादी की थी। निकाह की सभी रस्में हैदराबाद स्थित होटल और सानिया मिर्जा के घर पर हुईं थी। 15 अप्रैल 2010 को पाकिस्तान के लाहौर में एक शानदार रिसेप्शन दिया गया। साल 2018 में बेटे इजहान का जन्म हुआ। अपनी आत्मकथा ‘ऐस अगेंस्ट ऑड्स’ में सानिया ने लिखा है कि शोएब मालिक, उनकी लाइफ में उस समय आए, जब वो अपनी प्रोफेशनल लाइफ में कई साड़ी परेशानियों से जूझ रही थीं।

अब नजर डालते हैं, सानिया मिर्जा से जुड़ीं कॉन्ट्रोवर्सीस के बारे में..

पिछले दिनों तलाक की खबर भी आई

साल 2022 के नवंबर महीने में शोएब मलिक से सानिया के तलाक की खबरें आई थीं। हालांकि, उन दोनों की तरफ से इस पर कुछ भी बयान नहीं दिया गया। कुछ दिनों बाद सानिया ने शोएब मलिक के साथ एक फोटो भी सोशल मीडिया भी शेयर किया था। कुछ समय बाद दोनों ने मिलकर एक टॉक शो ‘मलिक-मिर्जा शो’ भी शुरू कर दिया था। ऐसे में उन दोनों के तलाक की खबरें भी खुद-ब-खुद खत्म हो गईं।

एक बार तिरंगे के सामने पैर रखने से हुई कॉन्ट्रोवर्सी

साल 2008 में सानिया मिर्जा के टेबल पर तिरंगा के सामने पैर रखने का एक फोटो वायरल हुआ था। मीडिया में तिरंगे के अपमान को लेकर तरह-तरह की खबरें चलने लगीं थी। इसके बाद से उन्होंने भारत में कोई भी टेनिस टूर्नामेंट खेलने से मना कर दिया था। लेकिन साल 2010 में वह फिर से भारत में प्रोफेशनल टेनिस खेलने लगीं थी।

सानिया मिर्जा के घर में शोएब मलिक के रहने पर भी विवाद

शोएब मालिक शादी से पहले भी सानिया के घर पर कई बार रहे थे और इसे लेकर भी जमकर विवाद हुआ था। उस समय मुस्लिम धर्मगुरुओं ने कहा था कि शादी से पहले दुल्हन के घर रहना, इस्लाम के खिलाफ है। तब सानिया के घर वालों ने तय किया था कि शोएब शादी से एक दिन पहले होटल में शिफ्ट हो जाएंगे। मीडिया के वजह से जब शोएब का घर से निकलना मुश्किल हुआ तो सानिया के चाचा ने जोर-जोर से चिल्लाना शुरू कर दिया और रिपोर्टर्स को लगा कि घर में झगड़ा हो रहा है। मीडिया ने जब उन्हें घेरा तो शोएब मालिक चुपचाप छोटी कार में नीचे लेटकर होटल पहुंचे थे। सानिया ने बाद में बताया था कि ये कार घर में सब्जी और सामान लाने के लिए लम्बे समय से इस्तेमाल की जाती रही है।

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‘पाकिस्तानी बहू’ वाली कॉन्ट्रोवर्सी

सानिया मिर्जा को तेलंगाना सरकार ने राज्य का ब्रांड ऐंबैसडर भी बनाया। जिसके बाद उन्हें ‘पाकिस्तान बहू’ कहकर इस पद के लिए अमान्य कहा गया, ऐसा इसलिए क्योंकि उनके पति पाकिस्तान से हैं। तेलंगाना के मुख्यमंत्री ने उन्हें 2 बार एक-एक करोड़ रुपए दिए, जब वो राज्य के ब्रांड एम्बेसडर हुआ करती थी। जिस कारण आयकर विभाग ने भी उस पैसे के लिए उनसे पूछताछ की। इस पर सानिया ने कहा कि ट्रेनिंग इनिशिएटिव के रूप में उन्हें ये पैसे उन्हें दिए गए थे, न कि ऐंबैसडर बनने के लिए।

उनके छोटे स्कर्ट पहनने पर भी हुई कॉन्ट्रोवर्सी

उनके अपने शहर हैदराबाद में भी मुस्लिम लड़की होने के चलते उन्हें कई बार मुस्लिम धर्मगुरुओं के कई बार ताने सुनने को मिले थे। टेनिस खेलते समय टी-शर्ट और स्कर्ट पहनने से उन्हें कई बार उन्हें रोका गया, ट्रोल किया गया. लेकिन उन्होंने फैमिली के सपोर्ट के वजह से उन्होंने टेनिस खेलना जारी रखा। साल 2005 के दौरान उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा था, ‘जब तक मैं भारत के लिए टेनिस खेल कर जीत रही हूं, तब तक लोगों को मेरे स्कर्ट के साइज की चिंता बिल्कुल नहीं होनी चाहिए।’

टेनिस संन्यास के बाद अब क्या करेंगी, सानिया मिर्ज़ा?

ऑस्ट्रेलियन ओपन के फाइनल मैच के बाद मेलबर्न के रॉड लेवर एरिना में उन्हें फेयरवेल स्पीच देने के लिए बुलाया गया। अपने फेयरवेल स्पीच के दौरान वह भावुक होकर रो पड़ीं और उन्होंने कहा कि यह खुशी के आंसू हैं। सानिया ने कहा कि 18 साल पहले मेलबर्न की इसी कोर्ट से उन्होंने अपने इंटरनेशनल टेनिस करियर की शुरुआत की थी। टेनिस खेलने से संन्यास के बाद वह अपने परिवार के साथ ज्यादा से ज्यादा समय बिताएंगी और साथ ही वो अंतरराष्ट्रीय स्तर के टेनिस मैच में वो कमेंट्री भी कर सकती है. साथ ही हैदराबाद और दुबई स्थित अपनी टेनिस एकेडमी को भी वो और ज्यादा ग्रो करने पर भी ध्यान देगी।

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