Biggest Election Fraud: क्या आपने कभी सुना है कि आपका नाम वोटर लिस्ट से गायब हो सकता है? ऐसा सच में हो रहा है। इस ब्लॉग में हम उन घटनाओं को समझेंगे जिनमें भारत में वोटर लिस्ट से बड़े पैमाने पर नाम हटाए गए हैं। ये न केवल लोकतंत्र को नुकसान पहुंचा रहा है, बल्कि जनता के अधिकार भी छीने जा रहे हैं। आइए देखें कि ये पूरा मामला क्या है और आप इसे रोकने के लिए क्या कर सकते हैं।
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Biggest Election Fraud
वोटर लिस्ट से नाम हटाने की घटनाएं
2024 के लोकसभा चुनाव में मुंबई की डॉक्यूमेंट्री फिल्म निर्माता सिमंतिनी धुरु वोट डालने पहुंचीं। लेकिन उन्हें बताया गया कि उनका नाम वोटर लिस्ट में नहीं है। क्या ये चौंकाने वाला नहीं है? खासतौर पर तब जब उन्होंने सिर्फ कुछ महीने पहले नया वोटर कार्ड प्राप्त किया था।
चुनाव आयोग के कार्यालय में पता चला कि किसी “केवल शाह” नामक व्यक्ति ने उन्हें मृत घोषित करवा दिया था। बिना किसी मृत्यु प्रमाणपत्र के, उनके नाम को वोटर लिस्ट से हटा दिया गया। और ऐसा मामला सिर्फ उनके साथ नहीं हुआ।
उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जैसी जगहों पर भाजपा ने मात्र 2,678 वोटों से जीत हासिल की, जबकि 32,000 से ज्यादा नाम वोटर लिस्ट से गायब कर दिए गए। अधिकतर नाम उन क्षेत्रों से हटाए गए, जहां भाजपा को पिछले चुनाव में कम वोट मिले थे।
वोटर लिस्ट में छेड़छाड़ कैसे हो रही है?
- बिना ग्राउंड वेरिफिकेशन नाम हटाना: नियमों के अनुसार, किसी का नाम हटाने से पहले बूथ लेवल ऑफिसर (BLO) द्वारा ग्राउंड वेरिफिकेशन जरूरी है। लेकिन कई मामलों में इसे नजरअंदाज किया गया।
- बिना नोटिस दिए नाम हटाना: वोटर को 15 दिनों की नोटिस देने का प्रावधान है। लेकिन लोग बताते हैं कि उन्हें कोई नोटिस नहीं मिला।
- बल्क में एप्लीकेशन: चुनाव आयोग के नियम हैं कि बल्क में एप्लीकेशन नहीं दी जा सकती। बावजूद इसके हजारों नाम बिना प्रक्रिया का पालन किए हटाए गए।
मामला कितना गंभीर है?
- यूपी के अलीगंज क्षेत्र में 30% यादव और मुस्लिम वोटर हैं। यहां के 53 बूथों में नाम हटाने की दर सबसे ज्यादा थी।
- मेरठ में 3.8% वोटर लिस्ट से हटा दिए गए। मुस्लिम और दलित बहुल इलाकों पर यह प्रभाव सबसे अधिक पड़ा।
- दिल्ली में खजूरी खास क्षेत्र में 120 वोटर लिस्ट से हटा दिए गए, जिनमें से 90% मुसलमान थे।
आपको अपना वोट बचाने के लिए क्या करना चाहिए?
- अपना नाम वोटर लिस्ट में चेक करें:
- इलेक्टोरल सर्च पोर्टल पर जाएं।
- 1950 हेल्पलाइन पर कॉल करें या “Voter Helpline” ऐप्प डाउनलोड करें।
- नाम न होने पर आवेदन करें:
- चुनाव आयोग की वेबसाइट पर जाकर फॉर्म 6 भरें।
- पर्सनल डिटेल, पता, और जरूरी डॉक्यूमेंट अपलोड करें।
- ग्राउंड वेरिफिकेशन जरूर होने दें:
- अगर कोई आपका नाम हटवाने की कोशिश करता है, तो वेरिफिकेशन के लिए तैयार रहें।
- अपने अधिकारों के प्रति सचेत रहें:
- सही जानकारी रखना और समय पर जांच करना ही आपका सबसे बड़ा हथियार है।
लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई
“हर चुनाव वही लोग तय करते हैं जो वोट डालने पहुंचते हैं।” लेकिन जब नाम ही वोटर लिस्ट में न रहे, तो कोई कैसे वोट करेगा? वोटर लिस्ट से नाम हटाने की ये साजिशें लोकतंत्र पर हमला हैं। हमें अपने अधिकारों के प्रति सतर्क रहना होगा और दूसरों को जागरूक करना होगा।
इस जानकारी को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाएं। वोट देना किसी का व्यक्तिगत अधिकार है और इसे बनाए रखना हर नागरिक की जिम्मेदारी है। भारत जैसे लोकतांत्रिक देश में हर नागरिक के वोट की अहमियत है। क्या आपका नाम वोटर लिस्ट में है? अभी जांचें और इस ब्लॉग को साझा करें।
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