जब बीच स्टेडियम से Virat Kohli झुक कर सबकी आँखों मे महान बन गए, The Historical Show Time by Virat Kohli for His Idol Sachin Tendulkar in Eden Garden Kolkata

Historical Show Time by Virat Kohli
Historical Show Time by Virat Kohli: आज से 1000 साल बाद भी अगर आप किसी को इंडियन क्रिकेट की गाथा सुनाएंगे तो दो नामों के बिना आप कोई भी कहानी पूरी नहीं कर पाएंगे. पहला सचिन तेंदुलकर और दूसरा विराट कोहली. क्योंकि जैसे कई हजारों क्रिकेटर के क्रिकेट खेलने की inspiration सचिन थे. ठीक वैसे ही कोहली के क्रिकेटर बनने की inspiration भी Sachin Tendulkar ही थे.

जब कोहली ने कहा बस एक बार उस 22 गज की पट्टी पे सचिन सर के साथ खेलना चाहता हूँ

जब भी कोई प्लेयर debut करता है तो उसको debut पे हमेशा टीम की Cap दी जाती है और उससे पूछा जाता है कि आप इस कैप को पहन के क्या अचीव करना चाहते हो? तो इस मौके पे हर प्लेयर कुछ ना कुछ कहता है. लेकिन कोहली ने पता है क्या कहा था कि मैं बस एक बार उस 22 गज की पट्टी पे सचिन सर के साथ खेलना चाहता हूँ?
Historical Show Time by Virat Kohli
 

जब सचिन ऐसा कर सकते हैं तो कोहली क्यों नहीं

आप लोगों ने ये तो सुना होगा कि जब कोहली मात्र 18 साल के थे और अपनी स्टेट टीम Delhi के लिए रणजी मैच खेल रहे थे तो अचानक उन्हें उनके पिता की मौत की खबर मिली थी. पर कोहली उसके बावजूद अगली सुबह मैदान पर उतरे थे और अपनी टीम को फॉलो ऑन से बचाया था. इस पे भी जब कोहली से उसी सुबह मैदान पर उतरने का कारण पूछा गया था तो उन्होंने बड़ी ही आसानी से 2 वजह गिना दी थी.
पहला उन्होंने सिर्फ इतना कहा कि चलता हुआ मैच बीच में छोड़ जाना उनके लिए पाप है और यही उनके पिता ने भी सिखाया था और दूसरा उन्होंने 1999 वर्ल्ड कप के उस किस्से का उदाहरण दिया जब सचिन ने अपने पिता को खोया था. पर उसके बावजूद वो वापस मैदान में लौटे थे और केन्या के खिलाफ 140 रन की पारी खेली थी. कोहली ने कहा था कि जब सचिन ऐसा कर सकते हैं तो मैं क्यों नहीं.
 

सचिन के साथ खेलने की इच्छा हुई पूरी

लेकिन जैसा मैंने आपको शुरू में बताया कोहली ने जब डेब्यू कैप मिलने पर एक दिन सचिन के साथ खेलने की इच्छा जाहिर करी थी. वो इच्छा तो उनकी पूरी हो गई. क्योंकि ऐसे कई मैच रहे जिसमें सचिन और कोहली ने साथ में भारत के लिए खेला. लेकिन जब सचिन तेंदूलकर रिटायर हुए थे तब भी कोहली ने कहा था कि मैं हमेशा पहले सचिन को टीवी पे देखता आया था. फिर इच्छा हुई कि एक दिन सचिन के साथ उसी पिच पे दूसरे end पे खड़ा रहकर उन्हें खेलता देखूंगा वो इच्छा भी पूरी हुई. तो बस एक सपना और था कि एक दिन पिच पे बस मैं खेलूँ और खुद सचिन तेंदुलकर स्टैंड्स में बैठ के मेरा खेल देखें और कोहली की इस ख्वाहिश को पूरा करने के लिए सिर्फ ऐसा माहौल बनने में पूरे 3 साल लग गए।

जब Sachin Tendulkar ने Virat Kohli की पूरी इन्निंग्स स्टैंड में बैठ के देखी 

तारीख थी 19 मार्च 2016 टी-ट्वेंटी वर्ल्ड कप में भिड़ने वाले थे. भारत और पाकिस्तान और कोलकाता में चल रहे इस को मैच देखने पता है कौन आया था? गॉड ऑफ क्रिकेट सचिन तेंदुलकर इससे बेहतरीन क्या हो सकता था? जब भारत-पाकिस्तान का मैच हो वो भी टी-20 वो भी वर्ल्ड कप का और वो भी देखने कौन आया है सचिन तेंदुलकर. ये इतना खतरनाक इत्तेफाक था कि खुद ऊपर वाला भी रो पड़ा और मैच शुरू होने से पहले ही भारी बरसात होने लगी। कोहली से मैच से पहले उनके emotions के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ये उनकी लाइफ का अब तक का सबसे perfect moment है. जिसका इंतजार वो सालों से कर रहे थे.
Virat Kohli कुछ भी करके बस इतना चाहते थे कि ये match शुरू हो. लेकिन बारिश रुकने का नाम नहीं ले रही थी. पर निर्धारित समय से लगभग 1 घंटे बाद जब match शुरू हुआ तो match के ओवरों को घटा के उसे 18 over per side का कर दिया गया और अब वो होने वाला था जो पूरे देश की आँखे पहली बार देखने वाली थी. कुछ ऐसा जिसे देख आज हर भारतवासी Virat Kohli और Sachin Tendulkar की शान में झुकने वाला था.

कोलकाता के ईडन गार्डन में ऐसा क्या होने वाला था 

तो उस मैच में टॉस जीत के भारतीय कप्तान एमएस धोनी ने पहले गेंदबाजी का फैसला किया. पाकिस्तान की तरफ से शरजील और शहजाद की जोड़ी ओपनिंग के लिए आती है. पर बारिश के कारण रन बनाना इतना मुश्किल रहता है कि 18 ओवर के मैच में एक वक्त पाकिस्तान का स्कोर 7 ओवर में बिना कोई विकेट खोए सिर्फ 34 रन का होता है और तभी अगले ओवर में रैना की बॉल पे पांड्या का शानदार कैच शार्जील को पवेलियन की तरफ रवाना कर देता है.
उसके बाद 10वें ओवर में बुमराह ने शहजाद को कोहली के हाथों कैच आउट करा देते हैं और उसके बाद पिच पे आए अफरीदी पांड्या का शिकार बन जाते हैं. पाकिस्तान का स्कोर होता है 11.4 ओवर में 60 रन पे 2 विकेट। लेकिन यहाँ से शोएब मालिक और उमर अकमल एक तेज साझेदारी कर पाकिस्तान का स्कोर आगे ले जाते हैं. लेकिन 16वें over में पहले जडेजा अकमल को और फिर 17वें over में नेहरा ने मलिक को कैच आउट करा पाकिस्तान को मात्र 118 पर रोक देते हैं। score देखने में जरूर छोटा सा लग रहा होता है पर पिच इतनी गीली थी कि बैटिंग करना बहुत ही मुश्किल था और सच में जो भारत का कोई भी फैन नहीं चाहता था अब आगे वही होने वाला था।
भारत की तरफ से opening के लिए आई शिखर धवन और रोहित शर्मा की जोड़ी। लेकिन जब भारत का score दो ओवर में 14 रन पे था. रोहित शर्मा पाकिस्तान के पेशर मोहम्मद सामी का शिकार बन गए और उसके पिच पे आए विराट कोहली। लेकिन अब आपको लग रहा होगा कि शायद यहाँ से कहानी भारत की तरफ जा सकती थी. लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं होने वाला था. उल्टा जब भारत का स्कोर 4.2 ओवर में 23 रन पे था तो एक के बाद एक बॉल पे पहले धवन और फिर रैना बोल्ड हो गए. देखते ही देखते भारत का स्कोर 23 रन पे एक विकेट से 23 रन पे 3  विकेट पे आ गया. मैच अब भारत से पाकिस्तान की तरफ हो चूका था. इसके बाद युवराज और कोहली बस single और double से score आगे बढ़ाते रहे और अगले 5-6 over तक एक भी boundary भारत की तरफ से देखने को नहीं मिली.
फिर उसके बाद कोहली का छक्का और फिर युवराज का छक्का भारत को वापस मैच में ला देता है. लेकिन यहाँ मैच आता क्या दिखाई पड़ता है. युवराज उसी ओवर में एक और छक्के की कोशिश में कैच आउट हो जाते है. पर विराट कोहली अब भी पिच पे तैनात थे और उनका साथ देने मौजूद थे एमएस धोनी और अब एक तस्वीर पूरा
देश देखने वाला था जिस तस्वीर को क्रिकेट इतिहास की सबसे यादगार तस्वीर में से एक कहा जाता है. जब भारत को जरूरत होती है 22 बॉलों पे 15 रन की और कोहली 49 के स्कोर पर होते है तभी वो एक सिंगल ले अपना अर्धशतक पूरा कर लेते है उसके बाद सब सोचते है कि विराट कोहली अपना बल्ला अर्ध शतक के लिए उठाएंगे लेकिन कोहली स्टैंड की तरफ इशारा करते है, जहाँ से सचिन तेंदुलकर इस मैच को देख रहे थे.
 

जब कोहली ने झुककर सचिन का सम्मान किया

तभी कोहली अपने दोनों हाथों को खड़ा कर उनके सम्मान में झुक जाते हैं. क्योंकि कोहली ने आज वो पा लिया था जो वो हमेशा से करना चाहते थे. कोहली की inspiration कोहली का आइडल आज उसके सामने बैठ के उसकी ये winning पारी देख रहा था और उसके लिए ताली भी बजा रहा था और इससे बड़ी achievement क्या हो सकती है कि जो पूरी दुनिया का आइडल है, आज वो आपका दर्शक बना हुआ था.
इसके बाद धोनी ने छक्के और सिंगल से मैच तो भारत को जरूर जीता दिया। लेकिन जैसा मैंने कहा अगले दिन दुनिया के हर अखबार में भारत की जीत के चर्चे कम और कोहली के इस महान gesture की बातें ज्यादा थी. क्योंकि ऐसी तस्वीरें खींची नहीं जाती है. ये तस्वीरें बस कैद हो जाती है और ये उन चंद तस्वीरों में से एक होती है जिसका इस्तेमाल करे बिना आप कभी भी आने वाली पीढ़ी को क्रिकेट की महानता नहीं समझा पाएंगे। आज जो कोई भी ये आर्टिकल पढ़ देख रहा है, क्या आपको कोहली का ये gesture या फिर कहूँ आपको ये मैच याद था कमेंट में जरूर बताएं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *