अमर सिंह चमकीला एक ऐसा सिंगर जिसकी मौत स्टेज पर हुई, Punjabi Singer Amar Singh Chamkila Biography, अमर सिंह चमकीला की बायोग्राफी

Punjabi Singer Amar Singh Chamkila Biography

Punjabi Singer Amar Singh Chamkila Biography: कुछ गायक इतने प्रसिद्ध होते हैं कि उनके मृत्योपरांत लोग उन्हें वर्षों तक याद करते हैं। उन्हीं में से एक सिंगर का नाम है अमर सिंह चमकीला। जिनकी मृत्यु महज 27 वर्ष की उम्र में हो गई थी। मृत्यु किसी बीमारी से नहीं हुई थी अपितु गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। वह पेशे से एक पंजाबी सिंगर थे। जिसके परिणाम स्वरूप 80 के दशक में उनके समक्ष सिंगिंग की दुनिया में कोई नहीं टिकता था। उनके एक शो में लाखों की भीड़ होती थी।

27 साल के इस गायक (Amar Singh Chamkila) को गोलियों से स्टेज पर कर दिया था छलनी, आज तक नहीं सुलझ पाई हैं मौत की गुत्थी

यहां तक कई सूत्रों के मुताबिक अमर सिंह चमकीला का स्टेज शो रात और दिन दोनों के समय चलता था और उन्हें आराम करने के लिए एक क्षण भी फुर्सत नहीं मिलता था वह अपने मधुर सिंगिंग अंदाज में जब स्टेज पर परफॉर्म करते थे दर्शक उनके गाने पर झूम उठते थे और झूम करके नाचने लगते थे। लेकिन होनी को कौन टाल सकता है एक स्टेज परफॉर्म करते समय उनकी हत्या कर दी गई जिसमें उनकी स्टेज परफॉर्मर उनकी पत्नी की भी मृत्यु हो गई।

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अमर सिंह चमकीला का जन्म कब और कहां हुआ था?

अमर सिंह चमकीला का जन्म भारत के पंजाब प्रांत के लुधियाना जिले के डोगरी नामक गांव में 21 जुलाई 1960 को हुआ था। अमर सिंह चमकीला ki यदि परिवारिक पृष्ठभूमि की बात करें तो वह एक मध्यमवर्गीय परिवार से तालुक रखते थे।

अमर सिंह चमकीला के माता और पिता का नाम क्या है?

अमर सिंह चमकीला के माता का नाम करतार कौर और पिता का नाम हरिराम सिंह है। अमर सिंह चमकीला के पिता श्री राम सिंह पेशे से वहां कृषक थे। उनके परिवार की आजीविका कृषि पर आधारित है। बचपन के समय अमर सिंह चमकीला के पास इतने संसाधन नहीं थे कि जिसके माध्यम से उनको ऐसा अनुकूल एटमॉस्फेयर दिया जा सके जहां पर वह सिंगिंग को परफॉर्म कर सकें हालांकि हुनर कब तक दबा रहेगा कभी न कभी उसे अवसर अवश्य ही मिलता है निखरने के लिए।

अमर सिंह चमकीला के परिवार में माता-पिता के अलावा और कौन-कौन से सदस्य थे-

अमर सिंह चमकीला के अलावा उनके परिवार में उनकी दो बड़ी बहने और दो भाई भी थे और अमर सिंह चमकीला ने दो शादी की थी। पहली पत्नी का नाम गुरमेल कौर था। लेकिन आपसी रंजिश के कारण गुरमेल कौर से अमर सिंह चमकीला का तलाक हो गया था। और फिर उनकी दूसरी पत्नी का नाम अमरजोत कौर है। जो एक सिंगर भी थी और अपने पति अमर सिंह चमकीला के साथ स्टेज परफॉर्म करती थी उसी स्टेज परफॉर्म के दौरान उनकी की भी मृत्यु हो गई थी। अमर सिंह चमकीला के दो बेटे और तीन बेटियां हैं जिनमें से उनका एक बेटा कमल सिंह चमकीला एक सिंगर है।

अमर सिंह चमकीला की एजुकेशन बैकग्राउंड क्या है?-

अमर सिंह चमकीला की एजुकेशन बैकग्राउंड की बात करें तो उन्होंने अपने डोगरी गांव से आठवीं पास की है और वित्तीय संकट के कारण आगे की पढ़ाई उनकी नहीं हो पाई। जिसके परिणाम स्वरुप वह पढ़ाई छोड़ दिए और सिंगिंग की दुनिया में अपना कदम रखा जिसमें वह 1979 से लेकर के 1988 तक काफी एक्टिव थे।

अमर सिंह चमकीला का सिंगिंग कैरियर कैसा रहा है?-

अमर सिंह चमकीला पंजाब के ऐसे सिंगर थे जो पंजाब के ड्रग्स, शराब, दारु के ऊपर संगीत लिखते और गाते थे और युवाओं को उनके हकीकत से रूबरू कराते थे कि जो युवा भटक गए हैं वह मार्ग पर आ जाएं। चमकीला नाम उन्हें पंजाब के लोगों ने दिया है जिसका अर्थ है जो चमकता हो अर्थात जब अमर सिंह चमकीला स्टेज पर परफॉर्म करते थे तालियों की गड़गड़ाहट से पूरा सो गुंजायमान हो उठता था। अमर सिंह चमकीला को सबसे पहले सुरिंदर सिंह सोनिया के साथ परफॉर्म करने के लिए मिला।

जिसके बाद उन्होंने सुरेंद्र सिंह सोनिया के साथ मंच शेयर करके अपनी एक अलग पहचान बनाई लेकिन आपसी विवादों के कारण सुरिंदर सिंह सोनिया और अमर सिंह चमकीला का साथ ज्यादा दिन तक नहीं चल सका फिर अमर सिंह चमकीला ने अकेले ही “ताकु ते तकुआ” एल्बम नामक एलबम को लिखा भी और गाया भी इस। इस एल्बम को चरणजीत सिंह आहूजा द्वारा प्रोड्यूस किया गया। 1980 के दशक में अमर सिंह चमकीला ने उषा किरण और अमर नूरी के साथ भी कम समय के लिए मंच को साझा किया।

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लेकिन अमर सिंह चमकीला को अपने सिंगिंग में कुछ ना कुछ कमी दिखती थी। उस कमी को भरपाई करने के लिए वह कई सिंगर के साथ मंच को साझा किया लेकिन उनकी इस कमी को कोई नहीं पूरा कर पाया। लेकिन जब उनकी मुलाकात सिंगर अमरजोत कौर से हुई। जिन्होंने अमर सिंह चमकीला के साथ मंच साझा किया। इस मंच को पंजाब के लोगों ने भर भर के प्यार दिया और भीड़ भी काफी होने लगी तो असली कैरियर की शुरुआत उनकी अमरजोत कौर के साथ ही मानी जाती है उन्होंने अमरजीत और के साथ “तलवार में कलगीधर दी हां”, बाबा तेरा ननकाना,नाम जाप ले नामक गाने को गाया।

उनके गाने युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत और जो ड्रग्स की तस्करी करते थे उनके लिए विचारोत्तेजक थे। भारतीय फिल्म संगीतकार अमित त्रिवेदी ने अमर सिंह चमकीला के गायन शैली को देख कर के उन्हें “एल्विस” कंहा।

अमर सिंह चमकीला की मृत्यु से संबंधित विवाद क्या है?-

अमर सिंह चमकीला की मृत्यु के पीछे कई कारणों को बताया जाता है एक कारण यह है कि वह उग्रवादी गाना गाते थे अर्थात उनके गाने को सुनकर के एक तबका प्रभावित होता था और कुछ तबका उनसे ईर्ष्या करता था और वहीं दूसरी ओर कुछ लोग कहते हैं कि अमर सिंह चमकीला ने जो प्रेम विवाह किया था अमरजीत कौर से इससे उनके फैन उनसे नाराज थे वहीं एक कारण यह भी माना जाता है कि उनके गाना इतना हिट होने लगे थे जिसके परिणाम स्वरूप उनके प्रतिद्वंदी भी कई हो गए।

जो उनसे जलन रखते थे कि इसके रहते हमारा कुछ नहीं हो सकता। इसलिए इसे दुनिया से जल्दी से हटा देना ही बुद्धिमानी है हालांकि अभी इनकी मृत्यु के पीछे की जो गुत्थी है वह भी सुलझी नहीं है। अमर सिंह चमकीला की मृत्यु मेहसामपुर में एक स्टेज शो के दौरान 24 जुलाई 1988 को कुछ युवकों द्वारा उनकी पत्नी के साथ जो उस अमर सिंह चमकीला के साथ परफॉर्म कर रही थी मारकर हत्या कर दिया गया।

अमर सिंह चमकीला का नेटवर्थ कितना है-

अमर सिंह चमकीला के यदि कुल नेटवर्थ के विषय में बात करें तो लगभग 80 के दशक में 4 मिलियन से लेकर के 6 मिलीयन के बीच में था यह आंकड़ा अमर सिंह चमकीला के बेटे ने एक साक्षात्कार में बताया था।

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