Monika Murder Case Canada: तारीख थी 22 जनवरी 2022 हरियाणा के सोनीपत जिले के गन्नौर थाने में एक 22 साल की लड़की की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई जाती है. रिपोर्ट दर्ज होते ही पूरे पुलिस महकमे में तहलका मच जाता है, क्योंकि गायब होने वाली लड़की ने कुछ समय पहले ही एक प्रतिष्ठित एग्जाम पास करके कनाडा की बड़ी यूनिवर्सिटी में एडमिशन पाते हुए जिले भर में चर्चा बटोरी थी और फिलहाल कनाडा में रहकर पढ़ाई कर रही थी. वो लड़की हाल ही में वापस हरियाणा आई थी.
केस दर्ज होने के बाद मामले की जांच के लिए केस क्राइम ब्रांच को सौंप दिया जाता है। महीनों तक जांच चलती रहती है. लेकिन पुलिस के हाथ खाली ही रहते हैं। मगर 9 महीने बाद एक ऐसी सच्चाई से पर्दा उठता है, जिसे सुनकर हर किसी के होश उड़ जाते हैं। इस लड़की को प्यार हुआ था। मगर प्यार में उसे धोखा मिला और इस धोखे की इतनी बड़ी कीमत उसे चुकानी पड़ी कि किसी ने कल्पना भी नहीं की थी।
पूरी कहानी सुनकर आप भी चौंक जाएंगे और शायद आप भी प्यार करने से पहले 10 बार सोचेंगे। इस घटना को अंजाम देने की पीछे की वजह बहुत ही अजीब थी. तो आखिर क्या है इस घटना की पूरी कहानी? लड़की के साथ क्या कुछ हुआ था और घटना के पीछे की वजह क्या थी. चलिए जानते है सब कुछ detail से. इस नयी कहानी में.
आप खुद को और अपनों को भी सुरक्षित रख पाए इसलिए भी इस case के बारे में जानना बहुत ज़रूरी है. तो चलिए कहानी शुरू करते है.
Monika Murder Case Canada
हम हरियाणा के मशहूर मोनिका मर्डर केस की बात कर रहे हैं। 22 साल की मोनिका हरियाणा केरोहतक जिले के बलंद गाँव की रहने वाली थी। बचपन से ही मोनिका पढ़ने में काफी तेज थी इसलिए परिवार वाले इससे बहुत आगे तक पढ़ाने का फैसला करते हैं। मोनिका भी उनकी उम्मीदों पर खरी उतरती है और लगातार पढ़ाई में बेहतर करती रहती है।
एक समय बाद मोनिका कनाडा की एक यूनिवर्सिटी से पढ़ाई करने का फैसला करती है। परिवार वाले भी मोनिका के इस फैसले में उसका साथ देते हैं। मगर समस्या ये थी कि कनाडा जाने से पहले मोनिका को एक exam clear करना था। इसी exam की तैयारी के लिए मोनिका अब अपने घर को छोड़कर हरियाणा के सोनीपत जिले के गन्नौर में रहने वाली अपनी मौसी के पास आ जाती है।
मौसी के पास आने के पीछे का कारण था कि यहाँ रहकर मोनिका अच्छे से पढ़ाई कर सके। यहाँ रहते हुए मोनिका अच्छे से पढ़ाई करने लगती है। मगर इसी पढ़ाई के दौरान एक दिन उसकी नजर पड़ोस में रहने वाले एक लड़के से मिलती है। एक दिन दो दिन होते-होते आए दिन अब उस लड़के और मोनिका की आंखें चार होने लगती है और देखते ही देखते दोनों एक दूसरे को दिल ही दिल में पसंद करने लगते हैं।
जिसे मोनिका पसंद करने लगी थी उस लड़के का नाम सुनील उर्फ चिल्ला था। बहुत जल्द मोनिका सुनील के प्यार में पड़ जाती है और दोनों एक दूसरे को दिलों जान से चाहने लगते हैं। इसी बीच मोनिका का exam भी आता है और वो IELTS exam पास करते हुए कनाडा जाने के लिए eligible हो जाती है। मोनिका की इस कामयाबी पर घर वाले बहुत ज्यादा खुश होते हैं। मोनिका की इस कामयाबी की चर्चा जिले भर में होती है।
सभी कागजी कार्यवाही पूरी करने के बाद finally अपनी पढ़ाई के लिए मोनिका 5 जनवरी 2022 को कनाडा चली जाती है। कनाडा जाकर मोनिका बिजनेस मैनेजमेंट का कोर्स करने लगती है। अभी मोनिका को गए कुछ ही दिन हुए थे कि सुनील फोन पर मोनिका को शादी करने के लिए जल्द से जल्द भारत बुलाने लगता है। सुनील की जिद की वजह से मोनिका महज 17 दिनों बाद कनाडा से वापस भारत आ जाती है।
17 दिनों बाद यानी 22 जनवरी 2022 को मोनिका बिना अपने परिवार वालों को बताए कनाडा से वापस हरियाणा आ जाती है। यहाँ आने के बाद वो अपने lover सुनील से मिलती है और ये दोनों चुपचाप दुनिया की नजरों से बचकर साथ रहने लगते हैं। फिर 29 जनवरी 2022 को मोनिका गाजियाबाद के आर्य समाज मंदिर
में सुनील के साथ गुपचुप तरीके से शादी कर लेती है। शादी के अगले ही दिन यानी 30 जनवरी 2022 को मोनिका अब बिना किसी को बताए वापस कनाडा चली जाती है और अपनी पढ़ाई में लग जाती है। अब अगले
कुछ महीने तक मोनिका कनाडा में ही रहती है। मगर उसके व्यवहार में काफी बदलाव आने लगता है। जब
भी उसके परिवार से कोई उसे फोन करता था तो मोनिका अक्सर कॉल काट दिया करती थी। या फिर बातों को
टाल देती थी।
ऐसा अप्रैल महीने तक चलता रहता है। अप्रैल महीने के अंत तक स्थिति ऐसी बन जाती है कि मोनिका अपने परिवार के सभी रिश्तेदारों का फोन उठाना तक बंद कर देती है। यहाँ तक की करीबी रिश्तेदारों के नंबर को ब्लॉक लिस्ट में भी डाल देती है। कुल मिलाकर परिवार वाले चाह कर भी मोनिका से संपर्क नहीं कर पा रहे
थे। अब अगले कई दिनों तक मोनिका के परिवार वाले मोनिका से संपर्क करने की कोशिश करते रहते हैं।
मगर कहीं भी मोनिका का अता-पता नहीं चलता है।
अंत में मोनिका की मौसी गन्नौर थाने में जाकर मोनिका की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाती है। इस रिपोर्ट में
मोनिका की मौसी अपने पड़ोसी सुनील पर मोनिका के अपहरण का शक है, इस रिपोर्ट के आधार पर गन्नौर पुलिस अपनी जांच आगे बढ़ाती है। मगर जांच की रफ्तार इतनी धीमी थी कि मोनिका के परिवार वाले हरियाणा के मुख्यमंत्री और फिर गृहमंत्री तक अपनी गुहार लेकर जाते हैं कि इस केस को क्राइम ब्रांच को सौंप दिया जाए।
मोनिका के परिवार वालों के request पर अब इस केस की जांच रोहतक आईजी को सौंप दी जाती है। रोहतक आई जी इस केस की जांच भिवानी सीआईए टीम को सौंप देते हैं। अब पुलिस सबसे पहले इस केस के prime accused सुनील की तलाश में लगती हैं। काफी कोशिशों के बाद भी सुनील का कहीं अता-पता नहीं चलता है। मगर पुलिस वाले हिम्मत नहीं हारते हैं और अपनी मेहनत जारी रखते हैं। इसी क्रम में
कहीं से पुलिस को पता चलता है कि सुनील उत्तर प्रदेश में रह रहा है.
बस इसी गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस छापेमारी करके उत्तर प्रदेश से ही 2 अप्रैल दो हजार तेईस को सुनील को गिरफ्तार कर लेती है। गिरफ्तारी के बाद सुनील को स्थानीय अदालत में पेश किया जाता है। जहाँ से आठ दिनों की पुलिस रिमांड में उसे भेज दिय सुनील पुलिस के सभी आरोपों को निराधार बताता है और खुद को बेगुनाह बताते हुए कहता है कि। मोनिका के परिवार वाले उसे फंसा रहे हैं।
मगर पुलिस सुनील की मीठी बातों में आने की बजाय अपने अंदाज में पूछताछ शुरू करती है। पुलिस की सख्ती के आगे सुनील की सारी चालाकी फेल होने लगती है और फिर एक हैरान कर देने वाली सच्चाई से पर्दा उठता है। सुनील बताता है कि मोनिका से उसकी पहली मुलाकात तब हुई थी जब मोनिका अपनी मौसी के यहाँ पढ़ने के लिए आई थी. तब सुनील मोनिका की मौसी के यहाँ से दूध लेने आया जाया करता था।
यही मोनिका की मौसी मोनिका की मुलाकात सुनील से करवाती है और दोनों एक दूसरे को भाई-बहन मानने लगते हैं। यहाँ तक कि रक्षाबंधन के मौके पर मोनिका सुनील को राखी भी बांधती है। मगर दोनों राखी के कसम को लंबे समय तक निभा नहीं पाते हैं और पवित्र रिश्ते को दागदार करते हुए एक दूसरे के प्रेम में पड़ जाते हैं और चुपचाप शादी करने तक का फैसला कर लेते हैं। सुनील पुलिस पूछताछ में खुलासा करता है कि मोनिका से शादी करने के चार महीने बाद यानी अप्रैल महीने में एक बार फिर से उसे जबरदस्ती कनाडा से बुला लेता है और साथ में ही रहने लगता है।
इस बात की जानकारी मोनिका अपने परिवार वालों को नहीं देती है। यही वजह थी कि मोनिका ने अपने परिवार वालों से फोन पर बात करना avoid करना शुरू कर दिया था और कई करीबी रिश्तेदारों को ब्लॉक भी कर दिया था। सुनील के खुलासे के मुताबिक सुनील और मोनिका दुनिया की नजरों से बचकर अगले कई महीनों
तक साथ रहते हैं और समय-समय पर ठिकाना बदलते रहते हैं। शुरू-शुरू में तो इन दोनों में बहुत ज्यादा प्यार रहता है, मगर समय के साथ रिश्तों में कड़वाहट शुरू होने लगती है और ये कड़वाहट इतनी ज्यादा बढ़ जाती कि अब हर पल इन दोनों में झगड़े होने लगते हैं।
इन्हीं झगड़ों के बीच किसी तरह दोनों साथ रह रहे थे। मगर 29 जून 2022 को जब सुनील मोनिका को लेकर अपनी गाड़ी से झंझारा स्थित farm house की तरफ जा रहा था। तभी कार में ही इन दोनों की इतनी ज्यादा अनबन हो जाती है कि सुनील कार में रखा अपना पिस्टल निकालता है और एक सुनसान जगह पर कार खड़ी करने के बाद दो गोलियां मोनिका की खोपड़ी में मार देता है।
सुनील के बयान के अनुसार गोली मारने के बाद वो लाश को अपनी कार की डिग्गी में डालता है और उसे अच्छे से कवर कर देता है। सुनील को समझ नहीं आ रहा था कि इस लाश को कहाँ ठिकाने लगाया जाए. इसलिए वो अगला कदम उठाने से पहले लाश को इसी तरह कार में छुपाकर अपने farm house में चला जाता है और कार को parking में खड़ी करने के बाद अच्छे से उसे cover कर देता है। वो लाश को ठिकाने लगाने की planning पर काम करने लगता है।
इसी दौरान उसे ख्याल आता है कि क्यों ना लाश को इसी farm house में दफना दिया जाए? प्लानिंग के बाद अगली सुबह सुनील अपने घर पर कुछ मजदूरों को बुलाता है और घर के अंदर लगभग एक दस फीट गहरा गड्ढा खुदवाता है। मजदूर जब इस गड्ढे के खोदने के उद्देश्य के बारे में पूछते हैं, तो सुनील उन्हें बातों में उलझाकर बस गड्ढा खोदकर जाने के लिए कह देता है। मजदूर ऐसा ही करते हैं।
मजदूर के चले जाने के बाद सुनील बड़ी सावधानी से कार से शव को उतारता है और गड्ढे में दफना देता है। सुनील ने इस अपराध को इतनी सफाई से अंजाम दिया था कि किसी को उसके गुनाह की भनक तक नहीं लगती है और वो अगले कई महीनों तक अपनी जिंदगी जीता रहता है। सुनील के इस खुलासे से सभी हैरान रह जाते हैं और फिर उसी की निशानदेही पर भिवानी क्राइम ब्रांच की टीम सुनील के फार्म हाउस पर छापा मारती है और मजदूरों की मदद से गड्ढा खुदवाया जाता है।
लगभग दस फीट की खुदाई के बाद पुलिस मोनिका की कंकाल को बरामद भी कर लेती है। उस कंकाल को forensic लैब में जांच के लिए भेज दिया जाता है। पुलिस जांच में एक और हैरान कर देने वाला खुलासा ये होता है कि 22 साल की मोनिका जिस 37 साल के सुनील के प्यार में पागल हुई पड़ी थी, वो सुनील पहले ही शादीशुदा था, उसके दो बच्चे भी थे।
सुनील के खुलासे के बाद उसे जेल भेज दिया जाता है. जबकि पुलिस और पुख्ता सबूत जुटाने में लग जाती है। इसी क्रम में कुछ महीनों की मेहनत के बाद पुलिस सुनील की ही निशानदेही पर वो पिस्टल भी बरामद कर लेती है, जिसका इस्तेमाल मोनिका की हत्या में किया गया था। इतना ही नहीं, forensic लैब की जाँच में खुलासा
होता है, कि उसी पिस्टल से चली गोली अभी भी मोनिका की खोपड़ी में फंसी हुई थी।
अब लोगों के में एक सवाल आने लगता है, कि जब सुनील मोनिका से इतना प्यार करता था, तो आखिर ऐसी क्या बात हो गई कि सुनील ने मोनिका की जान ले ली? पुलिस भी मर्डर के motive का पता लगाने के लिए सुनील से मोनिका की हत्या के पीछे का कारण जानने की कोशिश करती है, इस पर सुनील खुलासा करते हुए कहता है,
कि दरअसल वो अपनी शादीशुदा जिंदगी से खुश नहीं था, इसलिए वो किसी भी हाल में कनाडा जाना चाहता था. मगर काफी कोशिशों के बावजूद कनाडा जाने का रास्ता उसे नजर नहीं आ रहा था. इत्तेफाक से इसी दौरान उसकी दोस्ती मोनिका से होती है जब सुनील को पता चलता है कि मोनिका पढ़ाई के सिलसिले में कनाडा जाना चाहती है तो जानबूझकर सुनील मोनिका से और नजदीकियां बढ़ाने लगता है और इस जुगाड़ में लग जाता है कि जैसे ही मोनिका कनाडा जाएगी वो भी उसके साथ कनाडा चला जाएगा।
इसलिए मोनिका के कनाडा जाते ही सुनील फिर से उसे भारत बुलाता है और उससे शादी करता है वो अपनी शादी कोर्ट में registered भी करवाता है. चूँकि मोनिका को कनाडा का permanent visa नहीं मिलता है। इस कारण एक समय बाद सुनील को उसका अपना कनाडा जाने वाला प्लान फेल होता हुआ नजर आने लगता है। इसके अलावा शादी के बाद जब दुबारा मोनिका कनाडा से भारत वापस आती है तो वो वापस कनाडा जाने से मना करने लगती है।
इस कारण सुनील को डर सताने लगता है कि अगर मोनिका वापस कनाडा नहीं गई तो उसका राज सबके सामने आ जाएगा और उसके कनाडा जाने के सपने पर भी पानी फिर जाएगा। बस इसी के बाद दोनों में अनबन बढ़ने लगती है. सुनील अक्सर मोनिका से कनाडा वापस जाने की जिद करता था, जबकि मोनिका किसी भी हाल में भारत में ही सुनील के साथ रहने की जिद करती थी, बस इसी बात पर इन दोनों के रिश्ते बिगड़ने लगे और यहाँ तक बिगड़ गए कि एक दिन तैश में आकर सुनील ने मोनिका की गोली मारकर हत्या कर दी.
हत्या करने के बाद लाश को फार्म हाउस में दबा दिया। सुनील अपने इस गुनाह को छुपाने की जी तोड़ कोशिश करता है, मगर वो लंबे समय तक ऐसा नहीं कर पाता है और finally नौ महीने बाद उसके गुनाह से पर्दा उठ ही जाता है, फिलहाल case के स्थिति की बात करें तो सुनील पर मोनिका के मर्डर के अलावा सबूत मिटाने और धोखाधड़ी के भी मामले चलाए जा रहे हैं।
हैरानी की बात तो ये है कि सुनील पर पहले से भी हरियाणा के अलग-अलग थानों में कई आपराधिक मामले दर्ज थे। मगर अब तक उस पर कोई कार्यवाही नहीं हुई थी। फिलहाल सुनील जेल में बंद सजा के ऐलान का इंतजार कर रहा है। इस मामले में मोनिका के परिवार वालों ने 7 अन्य लोगों पर भी मोनिका के हत्या की साजिश में शामिल होने के आरोप लगाए हैं। फिलहाल पुलिस उन आरोपों की भी जांच कर रही है.
इसके अलावा मामले में पुख्ता सबूत भी जुटाए जा रहे हैं ताकि अपराधियों को कड़ी सजा मिल सके. वैसे तो ये अदालत तय करेगी कि Sunil को उसके किए की क्या सज़ा मिले। फिर भी आपके अनुसार आरोप सिद्ध होने पर Sunil को क्या सज़ा मिलनी चाहिए। Comment box में ज़रूर बताए।