Rajat Chauhan Life Story: राजत चौहान भारत के एक जाने-माने स्टैंडअप कॉमेडियन हैं, लेकिन उनका सफर एकदम सीधा-सादा नहीं रहा। इंजीनियरिंग की पढ़ाई से लेकर थिएटर, बेरोजगारी, और फिर कॉमेडी की दुनिया में कदम रखने तक, उनकी कहानी प्रेरणादायक और मज़ेदार है। इस ब्लॉग में, हम उनके जीवन के तमाम पहलुओं पर नज़र डालेंगे, जो उन्होंने “काफी वाइल्ड है शो” के एपिसोड में शेयर किए।
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Rajat Chauhan Life Story
बचपन और इंजीनियरिंग का सफर
राजत अपने शुरुआती दिनों में उन आम लड़कों जैसे ही थे, जिन्हें उनके व्यक्तित्व के कारण अलग-अलग उपमाओं से नवाज़ा जाता था। उनका मजाकिया अंदाज़ था, लेकिन आम लोगों का उनके बारे में यह सोचना कि वे “लैपटॉप रिपेयरमैन” जैसे दिखते हैं, उनकी एक अलग पहचान बनाता था। उनकी पत्नी ने भी शुरुआत में यही महसूस किया कि राजत एक “टिपिकल इंजीनियर” जैसा नहीं दिखते।
इंजीनियरिंग पूरी करने के बाद, राजत के पिता ने बहुत कोशिश की कि उन्हें एक नौकरी मिल सके। वे राजत का रिज़्यूमे फैक्ट्री में दिखाने तक ले गए, लेकिन नौकरी के रास्ते बंद ही रहे। इस बेरोजगारी के समय में राजत ने थिएटर का रुख किया और यहीं से उनकी कॉमेडी में दिलचस्पी बढ़ी।
थिएटर से स्टैंडअप तक
थिएटर करते वक्त राजत ने महसूस किया कि उन्हें परफॉर्म करना पसंद है। उन्होंने खुल्ले माइक (open mics) के ज़रिये स्टैंडअप कॉमेडी शुरू की। मुंबई में शुरुआती दिनों में जब अंग्रेज़ी में कॉमेडी का काफी चलन था, तब राजत को अपनी हिंदी जोक्स को अंग्रेज़ी में ट्रांसलेट करने में दिक्कतें आईं। पर उन्होंने हार नहीं मानी।
उन्हें प्रेरणा मिली नितिन गुप्ता (रिवाल्डो) और दूसरे कॉमेडियन्स से, जो हिंदी में परफॉर्म करते थे। नितिन का मंच पर जोश देख उन्होंने ठान लिया कि उन्हें अपनी पहचान हिंदी कॉमेडी के ज़रिए बनानी है।
नौकरी छोड़ कॉमेडी का जोखिम
राजत ने कॉर्पोरेट नौकरी को अलविदा कहकर स्टैंडअप कॉमेडी को अपना करियर चुना। इसे आसान फैसला मान लेना गलत होगा। उन्होंने पहले अपनी बचत का हिसाब लगाया और तय किया कि बिना नियमित आय के कितने समय तक गुज़ारा कर सकते हैं।
कॉर्पोरेट वर्ल्ड के अनुभवों ने भी उनके मजाकिया कंटेंट को काफी रूप दिया। और शायद यही कारण है कि उनके जोक्स आम लोगों को आसानी से कनेक्ट कर पाते हैं।
कोविड का असर और नई शुरुआत
कोविड-19 महामारी ने राजत की ज़िंदगी पर दोहरी छाप छोड़ी। लाइव शो बंद होने से भले ही मुश्किल आई, लेकिन लॉकडाउन ने घर से कंटेंट बनाने का मौका भी दिया। उन्होंने इस दौरान एक स्पेशल वीडियो बनाया, जो काफी वायरल हुआ। यही वीडियो उनके दर्शकों का दायरा बढ़ाने में मददगार बना।
राजत ने महामारी के दिनों में वर्चुअल शो (जूम शो) का अनुभव भी लिया। इन अनुभवों ने उनकी लाइव परफॉर्मेंस का तरीका बदल दिया।
साफ-सुथरी कॉमेडी की तरफ रुझान
राजत ने समय के साथ अपनी स्टाइल को बदला। उन्होंने गालियों का इस्तेमाल बंद कर, एक पारिवारिक और साफ-सुथरी कॉमेडी की दिशा चुनी। उनका मानना है कि परिवार के साथ बैठकर लोग उनकी परफॉर्मेंस का आनंद ले सकें, यही सबसे बड़ी प्रशंसा है।
कॉर्पोरेट शो, फ्लाइट परफॉर्मेंस, और विविध दर्शकों के साथ जुड़ने के अनुभवों ने उन्हें हर प्रकार के ऑडियंस से कनेक्ट करना सिखा दिया।
भविष्य की योजनाएँ
राजत का सपना है कि वे फिल्मों और वेब सीरीज़ के लिए भी लिखें। वहीं, वे अपनी स्टैंडअप परफॉर्मेंस को भी और बेहतर बनाना चाहते हैं। उनकी कोशिश यही रहती है कि वे हर शो में ऐसा अनुभव दें, जो दर्शकों को हमेशा याद रहे।
निष्कर्ष
राजत चौहान की कहानी एक इंजीनियर से स्टैंडअप कॉमेडियन बनने तक के सफर की कहानी है। उनकी ईमानदारी, मेहनत और खुद पर विश्वास ने उन्हें यहां तक पहुंचाया है। उनकी यात्रा हमें सिखाती है कि चाहे हालात कितने भी मुश्किल हों, अगर आपके अंदर जुनून और लगन है, तो रास्ते खुद-ब-खुद बनते जाते हैं।
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