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Mehnaz Zaman केस: एक वीडियो गेम, झूठ और ताबड़तोड़ हत्याओं की कहानी, Mehnaz Zaman Case

Mehnaz Zaman Case

Mehnaz Zaman Case: कभी सोचा है कि ऑनलाइन गेमिंग के दौरान किसी की बात को नज़रअंदाज़ करने पर क्या हो सकता है? क्या हो अगर किसी खिलाड़ी के संदेश सिर्फ मज़ाक नहीं, बल्कि असलियत हों? 27 जुलाई 2019 को कनाडा के ओंटारियो प्रांत में एक घटना ने पूरे देश को हिला कर रख दिया। यह कहानी न सिर्फ एक अजीब हत्या के मामलों की है, बल्कि यह ऑनलाइन गेमिंग से जुड़ी एक विचलित कर देने वाली सच्चाई भी उजागर करती है।

Mehnaz Zaman Case

खेल के भीतर छिपा अपराध

परफेक्ट वर्ल्ड नाम का एक मल्टीप्लेयर गेम दुनियाभर में लाखों लोग खेलते हैं। गेम खेलते वक्त खिलाड़ी अक्सर डिस्कॉर्ड जैसे ऐप्स के जरिए दूसरों से बातचीत करते हैं। ठीक ऐसे ही एक दिन, मेहनाज ज़मन नाम के खिलाड़ी ने डिस्कॉर्ड पर एक ऐसा संदेश पोस्ट किया जिसने खेल को खौफ़नाक सच्चाई में बदल दिया।

उसने कहा कि उसने अपनी मां की हत्या कर दी है। हालांकि, गेम में मौजूद सभी लोग इसे मज़ाक समझ कर नज़रअंदाज़ करते रहे, क्योंकि मेहनाज का गेमिंग व्यवहार पहले से ही अजीब था। उसकी गाली-गलौज और उल-जुलूल बातें करना आम था।

लेकिन जब मेहनाज ने खून से लथपथ अपनी मां और फिर अपनी दादी की तस्वीरें पोस्ट कीं, खिलाड़ियों को शक़ होने लगा कि यह मज़ाक नहीं है।

ऑनलाइन जांच का अजीब मोड़

गेम में मौजूद एक खिलाड़ी, जॉन, ने मेहनाज द्वारा पोस्ट की गई तस्वीरों की सच्चाई जानने की कोशिश की। उसने तस्वीरों को रिवर्स गूगल इमेज सर्च से जांचा। जब पता चला कि ये तस्वीरें कहीं भी पहले से मौजूद नहीं थीं, तो डर और गहरा हो गया। मेहनाज ने यह भी दावा किया कि वह अपने परिवार के अन्य सदस्यों को भी मारने वाला है।

गेमिंग समुदाय के खिलाड़ी जुट गए। आईपी एड्रेस ट्रेस करने और पुलिस को जानकारी देने की कोशिशें शुरू हुईं। लेकिन असली समस्या यह थी कि किसी को नहीं पता था कि मेहनाज असल में कहां का है।

पुलिस तक पहुंची जानकारी

गेमर्स की सामूहिक कोशिश के बाद मेहनाज के आईपी एड्रेस को ट्रेस कर उसके कनाडा के टोरंटो में होने का पता चला। इसके बाद एक स्थानीय इंटरनेट प्रोवाइडर से उसकी लोकेशन और एड्रेस का पता लगाने की कोशिश की गई।

इसी दौरान मेहनाज ने अपने पिता और बहन की भी हत्या कर दी। सर्वर पर उसने यह बात भी अपने संदेश और तस्वीरों से साझा की।

पुलिस का ऐक्शन

आखिरकार पुलिस मेहनाज के ओंटारियो स्थित घर तक पहुंची। जब वे वहां दाखिल हुए, तो उन्हें चार लाशें मिलीं। तीन महिलाएं और एक पुरुष, सबके शरीर पर चोट के गंभीर निशान थे। मेहनाज खुद कंप्यूटर के सामने बैठा था। उसने भागने की या विरोध करने की कोशिश नहीं की। पुलिस ने उसे तुरंत गिरफ्तार किया।

मेहनाज ने ऐसा क्यों किया?

पूछताछ में जो खुलासा हुआ, वह किसी के भी रोंगटे खड़े कर सकता है। मेहनाज कई सालों से अपने परिवार से झूठ बोल रहा था। उसने बताया था कि वह यॉर्क यूनिवर्सिटी में पढ़ाई कर रहा है, जबकि वह सिर्फ आसपास के मॉल और जिम में समय बिता रहा था।

जब परिवार ने उसकी ग्रेजुएशन की पार्टी प्लान करनी चाही, तो मेहनाज ने महसूस किया कि उसका झूठ अब छुप नहीं सकता। उसने सोचा कि परिवार को शर्मिंदगी से बचाने का एकमात्र तरीका उनकी हत्या करना है।

अदालत का फैसला

अदालत ने मेहनाज को उम्र कैद की सजा सुनाई। जज ने आदेश दिया कि अगले 40 साल तक उसे कोई पेरोल नहीं दी जाएगी।

एक समाज को झकझोर देने वाली घटना

यह मामला न सिर्फ क्राइम की एक कहानी है, बल्कि यह हमें यह सोचने पर मजबूर करता है कि ऑनलाइन प्लेटफॉर्म और मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों को कितना गंभीरता से लेने की ज़रूरत है।

आपका इस चौंकाने वाली घटना पर क्या कहना है? नीचे कमेंट सेक्शन में साझा करें।

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