Vanshita Rathore Case: देश की आर्थिक राजधानी मुंबई उस समय स्तब्ध रह गई जब एक 15 वर्षीय स्कूली छात्रा वन्षिता राठौर का शव एक सूटकेस में लिपटा हुआ नागन रेलवे स्टेशन के पास मिला। 25 अगस्त की सुबह वह स्कूल के लिए घर से निकली थी, लेकिन अगले दिन उसकी लाश चाकू के गहरे घावों के साथ मिली। यह हत्याकांड न केवल दिल को झकझोर देने वाला है, बल्कि यह समाज में मौजूद खतरनाक मानसिकताओं की भी काली परछाई दिखाता है।
Vanshita Rathore Case
गुमशुदगी की शुरुआत
वन्षिता रोज़ाना की तरह स्कूल गई थी, लेकिन उस दिन शाम तक घर नहीं लौटी। जब परिजनों ने उसका मोबाइल मिलाने की कोशिश की, तो वह स्विच ऑफ मिला। दोस्तों से पता चला कि वह स्कूल पहुंची ही नहीं थी। इसके बाद परिवार ने अंधेरी पुलिस स्टेशन में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई।
दिल दहला देने वाली खोज
26 अगस्त की दोपहर, पुलिस को नागन रेलवे स्टेशन के पास एक लावारिस बैग की सूचना मिली। जांच में सामने आया कि उसमें एक लड़की की लाश थी — चादर में लिपटी, चाकू से गोदी गई — और उसकी पहचान वन्षिता राठौर के रूप में हुई। यह खबर पूरे शहर में सनसनी फैलाने के लिए काफी थी।
जांच का विस्तार
शुरुआती जांच स्थानीय पुलिस ने शुरू की, लेकिन मामला जैसे-जैसे जटिल होता गया, मुंबई क्राइम ब्रांच ने कमान संभाल ली। दस विशेष टीमों का गठन हुआ और 2000 से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए। आखिरकार, एक फुटेज में वन्षिता दो युवकों के साथ दिखाई दी — यही जांच का पहला बड़ा सुराग बना।
संदिग्धों की तलाश
सीसीटीवी और मोबाइल लोकेशन के सहारे, पुलिस ने संदिग्धों की तलाश शुरू की जो बाद में राजस्थान और गुजरात तक पहुंची। आखिरकार एक लॉज में, पाटण जिले के पालनपुर शहर में, दोनों को गिरफ्तार किया गया। पकड़े गए युवकों की पहचान 21 वर्षीय संतोष माकवाना और विशाल अंबवाने के रूप में हुई, जो दोनों ही स्कूल ड्रॉपआउट और पहले भी छोटे-मोटे अपराधों में लिप्त रह चुके थे।
चौंकाने वाले खुलासे
पूछताछ में संतोष ने बताया कि उसकी वन्षिता से सोशल मीडिया के ज़रिए दोस्ती हुई थी। लेकिन जब वन्षिता ने इस रिश्ते को खत्म करने की बात की, तो वह आगबबूला हो गया। विशाल के साथ मिलकर उसने वन्षिता की हत्या कर दी। दोनों ने चाकू से हमला किया और फिर लाश को सूटकेस में बंद कर रेलवे स्टेशन पर फेंक दिया।
संतोष ने यह भी बताया कि उसे अपराध करने के तरीके “क्राइम पेट्रोल” जैसे टीवी शोज़ से मिले, जिससे उसने यह सोचा कि वह बच निकलेगा।
सज़ा और न्याय की राह
मुंबई पुलिस की तेज़ कार्रवाई के चलते दोनों आरोपी गिरफ्तार हुए और उन पर हत्या समेत कई संगीन धाराओं में केस दर्ज हुआ। वे फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं और मुकदमे की कार्यवाही जारी है।
समाज के लिए चेतावनी
वन्षिता राठौर का मामला एक दिल दहला देने वाली त्रासदी है, जो समाज को यह सोचने पर मजबूर करता है कि आज के किशोरों और युवाओं में किस प्रकार की नकारात्मक सोच पनप रही है। यह घटना न केवल परिवारों के लिए एक चेतावनी है, बल्कि समाज को भी अपने मूल्यों और सुरक्षा व्यवस्था पर पुनर्विचार करने की आवश्यकता दर्शाती है।
क्या आप इस घटना से भावुक हुए हैं? क्या हमारे कानून ऐसे अपराधों के लिए पर्याप्त हैं? अपनी राय ज़रूर साझा करें। ऐसे और सच्चे क्राइम स्टोरीज़ के लिए जुड़े रहें।
Leave a Reply