Life Story of Cycle Baba: क्या आपने कभी सोचा है कि पूरी दुनिया को एक साइकिल पर घूमना कैसा अनुभव होगा? डॉ. राज फंडल, जिन्हें “साइकल बाबा” के नाम से भी जाना जाता है, अपने जुनून और अद्भुत सफर की बदौलत इसका बेहतरीन जवाब देते हैं। 110 से ज्यादा देशों की यात्रा करने वाले राज फंडल अपने अनुभवों, इंसानी रिश्तों और ट्रैवलिंग से जुड़ी मज़ेदार कहानियों को साझा करते हैं।
Table of Contents

Life Story of Cycle Baba
साइकिल पर दुनिया घूमने का सपना
राज फंडल की इस जर्नी की शुरुआत 37 साल की उम्र में हुई। एक रात अचानक उन्होंने फैसला किया कि अब अपनी ज़िंदगी को एक नई दिशा देनी है। एक छोटी-सी साइकिल, जिसे वो “धनो” कहते हैं, से उन्होंने अपनी यात्रा शुरू की। उनका पहला पड़ाव था हरियाणा का नवोदय स्कूल। यात्रा की तारीख भी खास थी—5 सितंबर, यानी शिक्षक दिवस।
क्या ये फैसला आसान था? बिल्कुल नहीं। पहले दिन ही लोग सोचने लगे कि “डॉक्टर पागल हो गया!” लेकिन राज भाई ने इसे नज़रअंदाज़ किया और आगे बढ़ते रहे।
भारत: बेमिसाल खूबसूरती का खज़ाना
राज फंडल का कहना है कि पूरी दुनिया घूमने के बावजूद भारत जैसा कोई देश नहीं। खासकर नॉर्थ ईस्ट इंडिया, जिसने उनका दिल जीत लिया। त्रिपुरा से नागालैंड के रास्ते सिलचर के पहाड़ी इलाकों और ब्रह्मपुत्र नदी के पास के छोटे-से द्वीप की खूबसूरती उन्हें हमेशा याद रहती है।
नॉर्थ ईस्ट के लोग, उनकी सादगी और पैसा केंद्रित न होने वाली मानसिकता ने उन्हें बेहद प्रभावित किया। यहाँ की शांति और जीवन जीने का सरल तरीका उन्हें खास बनाता है।
अंतरराष्ट्रीय अनुभव: अच्छी और खट्टी यादें
श्रीलंका: शांति और जंगल का जादू
श्रीलंका की यात्रा के दौरान उन्होंने वहां की विविधता पर चर्चा की। कोलंबो से लेकर याला नेशनल पार्क तक, श्रीलंका की हरियाली और सांस्कृतिक विविधता का अनुभव राज भाई के दिल में बस गया।
अफ्रीका का डर और अद्भुत रिश्ता
राज फंडल ने अफ्रीका के कई देशों का दौरा किया, जिसमें नाइजीरिया, साउथ अफ्रीका और बोत्सवाना शामिल हैं। नाइजीरियाई किडनैपिंग कल्चर और साउथ अफ्रीका की क्राइम से जुड़ी अनोखी घटनाएं हैरान करती हैं। लेकिन इन सबके बीच उन्होंने अफ्रीका के लोगों की गर्मजोशी और भारत के साथ उनके भाईचारे को भी महसूस किया।
गल्फ और अरब के देश
गल्फ देशों की दौलत और रॉयल्टी का अनुभव अनोखा रहा। उनके मुताबिक, हॉस्पिटैलिटी में इनका कोई मुकाबला नहीं। लेकिन जो बद्दू समुदाय अब भी रेगिस्तानों में ऊंट लेकर घूमता है, वही असली अरब को परिभाषित करता है।
जानवरों से मुठभेड़: खतरों के करीब
ट्रेवल के दौरान राज भाई के साथ जानवरों की कई खतरनाक घटनाएं हुईं। बोत्सवाना के डेल्टा रीजन में एक रात हाथियों के झुंड के करीब बिताना और जापान के जंगल में भालू का सामना करना उनके सबसे यादगार अनुभव हैं।
साइकल बाबा बताते हैं कि ट्रैवल के दौरान आपका मानसिक संतुलन और शांत स्वभाव कितना मायने रखता है। वो मानते हैं कि अगर आप खुद शांत हैं, तो जानवर भी आपका नुकसान नहीं करेंगे।
इंसानों से जुड़े उनके अनमोल सबक
राज फंडल का मानना है कि इंसान हर जगह दिल से खूबसूरत होते हैं। चाहे यह अफगानिस्तान में तालिबानी लोग हों या अफ्रीका के सीधे-सादे ग्रामीण—हर जगह की हॉस्पिटैलिटी ने उन्हें इंसानियत की नई परिभाषा सिखाई।
अफगानिस्तान यात्रा के दौरान उन्होंने महसूस किया कि वहां भारतीयों को बेहद इज्जत दी जाती है। “माशाल्लाह! हिंदुस्तानी”—यह सुनकर उनका दिल भर आया।
ट्रैवलिंग का असली मकसद
राज भाई के लिए ट्रैवलिंग सिर्फ जगहें देखने का नाम नहीं। यह उनकी जिंदगी की असली शिक्षा है। उन्होंने कहा, “आप जितना यात्रा करेंगे, उतना अपने आप को जानेंगे।”
उनकी साइकिल यात्रा कार्बन फ्री ट्रैवल का प्रतीक है। पर्यावरण संरक्षण और सांस्कृतिक विविधता को समझने का यह उनका अनोखा तरीका है।
साइकिल बाबा का संदेश
राज फंडल अपनी यात्रा से ये संदेश देना चाहते हैं कि खुशियां सिर्फ नियमों में नहीं, जिंदगी को महसूस करने में हैं। उनके अनुभव प्रेरित करते हैं कि ट्रैवलिंग सिर्फ एक शौक नहीं, बल्कि यह आपको खुद के करीब लाने का जरिया है।
उन लोगों के लिए टिप्स जो उनकी तरह ट्रैवल करना चाहते हैं
- पढ़ाई पूरी करें। यह आपको समझदार और आत्मनिर्भर बनाती है।
- अपने देश का सम्मान करें। आप जहां जाएं, अपनी पहचान और इमेज का ध्यान रखें।
- मेडिटेशन जैसी यात्रा। ट्रैवलिंग एक खुद को जानने का तरीका है। इसे गहराई से जिएं।
- छोटी शुरुआत करें। पहले अपने आसपास घूमें, फिर बड़े सपने देखें।
अंतिम विचार
राज फंडल का जीवन हमें सिखाता है कि अगर हमारे इरादे मजबूत हैं, तो सपनों को पाने की उम्र नहीं होती। उनकी कहानी सिर्फ प्रेरणा की कहानी नहीं, बल्कि यह साबित करती है कि इंसान और प्रकृति से जुड़े बिना, हम तब तक अधूरे हैं।
अगर आप भी इस तरह की यात्रा करना चाहते हैं, तो क्यों इंतजार? अपनी लाइफ के दर्शनीय अध्याय लिखने की शुरुआत आज ही करें।
क्या आप कभी साइकिल पर ऐसी यात्रा करना चाहेंगे? अपनी राय हमें कमेंट्स में बताइए।
Leave a Reply