Delhi की ऐसी प्रेम कहानी और मर्डर को सॉल्व होने में 9 साल लगे, Shakuntala Kamal Murder Mystery

Shakuntala Kamal Murder Mystery

Shakuntala Kamal Murder Mystery: मर्डर की यह कहानी किसी फिल्म की स्क्रिप्ट नहीं है. मगर जब आप ये पूरी सच्ची कहानी पढ़ेंगे तो ऐसा लगेगा कि ये कोई फिल्मी कहानी ही है. मामला कुछ ऐसा है कि एक लड़का 2011 में गायब हो जाता है. घरवाले और फिर पुलिस लड़के को सालों तक ढूँढती रहती है. मगर कहीं भी अता पता नहीं चलता है. फिर भी पुलिस हिम्मत नहीं हारती है और फिर 9 साल बाद कुछ ऐसा खुलासा होता है जिसे जानकर हर किसी के पैरों तले जमीन खिसक जाती है. लड़के के गायब होने कहानी और इस पूरी साजिश को अंजाम देने वाले लोगों का खुलासा यकीन से परे था।

तो आखिर क्या है इस perfect murder कहे जाने वाले case की पूरी कहानी और कैसे एक बिना सबूत और गवाह वाले अनसुलझे केस को पुलिस ने 9 साल की मेहनत के बाद सुलझाया। आइये जानते हैं इस कहानी को विस्तार से. यकीन मानिए पूरी कहानी सुनकर आप भी shocked रह जाएंगे।

Shakuntala Kamal Murder Mystery

Shakuntala Kamal Murder Mystery

इस कहानी के अहम किरदारों में एक किरदार है Kamal Singla. जो Rajasthan के Alwar के Tapukara का रहने वाला था. Kamal पेशे से एक businessman था ये building material जैसे गिट्टी, बालू, cement इत्यादि supply करने का काम किया करता था। ये बात साल 2010 की है, काम के सिलसिले में ही पास के ही एक गाँव में एक दिन कमल सिंघला जाता है. चूँकि यहाँ पर एक बड़ा project चल रहा था इसलिए Kamal आए दिन यहाँ आया जाया करता था. आते जाते ही गाँव की एक लड़की पर Kamal की नजर पड़ती है और वो लड़की पहली ही नजर में Kamal को पसंद आ जाती है.

इस लड़की का नाम Shakuntala था. लड़की के पसंद आ जाने के बाद Kamal इस लड़की के बारे में कुछ जानकारी इकट्ठी करता है और फिर जानबूझकर लड़की के भाई Raju से दोस्ती करता है. इसी दोस्ती के बहाने कमल का आना-जाना शकुंतला के यहाँ होने लगता है और देखते ही देखते दोनों एक दूसरे को प्यार करने लगते हैं। प्यार छुपाए भी कहाँ छुपता है। कमल सिंघला और शकुंतला अक्सर दुनिया की नजरों से बचकर मिला करते थे और पूरी कोशिश करते थे कि इनके प्रेम प्रसंग की खबर किसी को ना लगे। मगर ऐसा लंबे समय तक नहीं हो पाता है और कानों ही कान इन दोनों के प्रेम प्रसंग की खबर शकुंतला के घर वालों को लग जाती है।

इस प्रेम प्रसंग की जानकारी होते ही Shakuntala के घर वाले गुस्सा हो जाते है और Shakuntala पर कई तरह की पाबंदियां लगा दी जाती है. इस पाबंदी की सबसे बड़ी वजह Kamal और Shakuntala की जाती का अलग-अलग होना था. अलग-अलग जाती होने की वजह से Shakuntala के परिवार वाले इस रिश्ते के लिए राजी नहीं होते है और अपनी पसंद के लड़के से Shakuntala की शादी करवाने की कोशिश में लग जाते है.

कुछ दिनों की ही खोजबीन के बाद दिल्ली के Samalkha, Kapashera के रहने वाले Ravi Kumar नाम के लड़के को शकुंतला के लिए घर वाले पसंद कर लेते हैं. शादी की बात सुनकर शकुंतला घबरा जाती है और एक बार फिर से बेचैन होकर किसी तरह से कमल सिंघला से संपर्क स्थापित करने में कामयाब हो जाती है. हालांकि पूरी कोशिश करने के बावजूद ये दोनों फिर से नहीं मिल पाते है और finally 8 फरवरी 2011 को शकुंतला की शादी उसकी मर्जी के खिलाफ रवि कुमार से करवा दी जाती है.

लोग समझ रहे थे कि शादी के बाद शायद शकुंतला अपने पुराने प्यार को भुला देगी और जिम्मेदारी आने पर नई जिंदगी की शुरुआत नई तरीके से करेगी। मगर ऐसा नहीं होता है, शादी के अगले ही दिन कुछ बहाने करके Shakuntala अपने माता पिता के घर वापस आ जाती है और लगभग दो हफ्ते तक अपने माता पिता के ही घर रहती है. हालांकि घरवालों द्वारा समझाने बुझाने के बाद एक बार फिर से Shakuntala अपने पति के घर चली जाती है और जिंदगी की शुरुआत नए तरीके से करने की कोशिश में लग जाती है.

दुनिया की नजरों में सब कुछ अब अच्छा चल रहा था। जिसके साथ जीने-मरने की कसमें खाई थी, शकुंतला उसी के साथ अपना जीवन बिता रही थी। मगर इन दोनों का साथ लंबे समय तक नहीं रह पाता है। क्योंकि 22 मार्च 2011 को शकुंतला का पति रवि कुमार अचानक से रहस्यमय तरीके से गायब हो जाता है। दरअसल शादी के बाद लगभग दो हफ्ते अपने माता-पिता के घर रहने के बाद शकुंतला अपने पति के पास वापस आ जाती है और वहीं रहने लगती है। कुछ हफ्ते रहने के बाद 22 मार्च को शकुंतला अपने पति के साथ दिल्ली में ही रहने वाली अपनी बहन के यहाँ जाने का plan बनाती है।

22 मार्च 2011 को दोनों पति-पत्नी साथ में निकलते हैं। मगर घर वापस अकेले शकुंतला आती है. घर पर आते ही वो अपने पति रवि के बारे में लोगों से पूछती है. जैसे-जैसे समय बीतता है, हंगामा बढ़ता चला जाता है और लोग रवि कुमार को खोजने में लग जाते हैं। लाख कोशिशों के बावजूद रवि का कहीं भी अता-पता नहीं चलता है. थक हार कर 23 मार्च यानी रवि के गायब होने के अगले दिन रवि के पिता थाने में जाकर अपने बेटे के गायब होने की शिकायत दर्ज करवा देते हैं। पुलिस भी अब रवि कुमार की तलाश में लग जाती है। मगर कहीं भी रवि कुमार का अता-पता नहीं चलता है।

पूछताछ की शुरुआत शकुंतला से ही होती है, क्योंकि अंतिम समय में शकुंतला ही रवि कुमार के साथ थी. गायब होने वाले दिन के घटना क्रमों के बारे में पुलिस शकुंतला से पूछताछ करती है तो शकुंतला पुलिस वालों को बताती है कि हम दोनों कार से अपने रिश्तेदार के यहाँ जा रहे थे। तभी रास्ते में एक जगह रवि ने गाड़ी रुकवाई और कहा कि किसी से मिलकर मैं बस पाँच मिनट में आता हूँ. शकुंतला के मुताबिक रवि 5 मिनट बोलकर गया था मगर काफी देर उस जगह पर इंतजार करने के बावजूद भी वहां नहीं आया. पुलिस इस पूछताछ से मिली जानकारी के आधार पर अपनी जांच आगे बढ़ाती है और रवि कुमार की तलाश में लगी रहती है।

मगर रवि कुमार का कहीं भी अता-पता नहीं चलता है. जब पुलिस की जांच को लगभग एक महीना बीत जाता है और पुलिस के हाथ खाली ही रहते हैं. तब रवि कुमार के पिता फिर से थाने में जाकर अपने बेटे के अपहरण का मामला कापसहेड़ा थाने में दर्ज करवाते हैं। अब पुलिस रवि के अपहरण के एंगल से भी मामले की जाँच करती है. मगर कहीं भी कोई जानकारी हाथ नहीं लगती है। रवि के माता-पिता पुलिस की जाँच की शैली पर सवाल उठाते हुए पुलिस के प्रति अपनी नाराजगी जताते हैं। इस कारण जिला पुलिस की टीम से इस मामले को जाँच छीनकर दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच को दे दी जाती है। क्राइम ब्रांच मामले को अपने हाथ में लेते ही तेजी से जाँच आगे बनाती है और एक के बाद शक के दायरे में आने वाले सभी लोगों से पूछताछ करना शुरू कर देती है।

शकुंतला तथा इसके भाई राजू से भी इस मामले में फिर से पूछताछ होती है। क्राइम ब्रांच की पूछताछ में शकुंतला के बयानों में विरोधाभास नजर आने लगता है इस कारण शक की सुई शकुंतला की तरफ आने लगती है। इसी पूछताछ में पुलिस के सामने कमल सिंगला नाम के व्यक्ति का भी खुलासा होता है। पुलिस कमल सिंगला को भी हिरासत में लेकर पूछताछ करती है। पूछताछ में बहुत कुछ साफ ना होने की वजह से अब पुलिस द्वारा कमल सिंघला और शकुंतला का पॉलीग्राफ टेस्ट करवाने का फैसला किया जाता है।

लंबी कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद finally इन दोनों की पोलीग्राफ टेस्ट भी करवाई जाती है। मगर इस पॉलीग्राफ टेस्ट से पुलिस के हाथ बहुत कुछ नहीं लगता है। कुछ भी संदिग्ध नहीं मिलता है। लगातार बयानों में आ रहे बदलाव की वजह से पुलिस को लगने लगता है कि रवि कुमार के गायब होने के पीछे कहीं ना कहीं शकुंतला और कमल सिंगला का ही हाथ है। मगर पुलिस के पास ना तो रवि का शव था और ना ही एक सबूत और ना ही कोई गवाह था कुल मिलाकर police अब तक अँधेरे में तीर चला रही थी. इस कारण police शक होने के बावजूद Shakuntala और Ravi Kumar पर कोई कार्यवाही नहीं कर पाती है और ये लोग अपनी जिंदगी जीते रहते है.

समय बीतता जाता है और Ravi Kumar का कहीं भी अता पता नहीं चलता है. जब crime branch भी बहुत कुछ नहीं कर पाती है तो थक हार कर 2017 में Ravi Kumar के पिता एक बार फिर से अपने बेटे से जुड़े मामले में, अदालत में एक अपील दायर करते हैं. इस कारण पुलिस पर दबाव पड़ता है और अब पुलिस शक के दायरे में आए शकुंतला और रवि कुमार का brain mapping टेस्ट करवाने का फैसला करते हैं। पहले तो दोनों ही brain mapping test से इंकार करते रहते हैं। मगर पूरी कानूनी प्रक्रिया का पालन करने के बाद finally 2017 में शकुंतला के भाई राजू तथा कमल सिंघला का brain mapping test किया जाता है.

Brain Mapping test में जो खुलासा हुआ वो बेहद चौंका देने वाला था। Raju तो इस brain mapping test में बेगुनाह साबित होता है. मगर Kamal कई ऐसी बातें करता है जिससे शक की सुई सीधे उसी पर आकर अटक जाती है.

दरअसल इस brain mapping test के दौरान Kamal Singla खुलासा करता है कि जब Shakuntala के घरवाले Shakuntala की शादी Kamal से करवाने से इंकार कर देते है तो Kamal Shakuntala को idea देता है कि तुम ये शादी कर लो मगर अपने पति के साथ कभी भी शारीरिक संबंध मत बनाना। फिर हम मौका मिलते ही तुमसे शादी कर लेंगे।

इस test के दौरान कमल दावा करता है कि उसी ने रवि कुमार को ठिकाने लगाया है। पुलिस को brain mapping टेस्ट में बड़ी कामयाबी मिल चुकी थी. अब बस इंतजार था तो बड़े सबूत का. केवल brain mapping test में हुए खुलासे के आधार पर पुलिस कमल सिंघला या शकुंतला को गिरफ्तार नहीं कर सकती थी. इसलिए इन दोनों को जाँच के बाद तो छोड़ दिया जाता है. मगर पुलिस द्वारा शहर में ही रहने की हिदायत दी जाती है.

मगर अगले ही दिन कमल और शकुंतला शहर से गायब हो जाते हैं। अब पुलिस वालों को पूरा शक हो जाता है कि brain mapping टेस्ट के दौरान इन लोगों ने जो भी दावा किया है, उसमें जरूर कुछ ना कुछ सच्चाई है। तभी ये लोग भाग गए हैं। अब पुलिस वाले शकुंतला तथा कमल को खोजने के लिए अपनी पूरी मेहनत लगा देते हैं. मगर कई दिनों की खोजबीन के बावजूद इन दोनों का पता नहीं चलता है। यहां तक कि महीनों बीत जाते हैं। मगर शकुंतला और कमल का कहीं भी अता-पता नहीं चलता है।

पुलिस शकुंतला की खबर देने वाले के लिए 50 हजार रुपए का इनाम भी रखती है। मगर इसके बावजूद एक साल से अधिक हो जाता है और कमल और शकुंतला का कहीं अता-पता नहीं चलता है। समय बीतते हुए 2019 आ जाता है। इसी बीच 27 दिसंबर 2019 को पुलिस को एक मुखबिर से खबर मिलती है कि शकुंतला शालीमार कॉलोनी, अलवर, राजस्थान में रुकी हुई है। क्योंकि शकुंतला पिछले दो सालो से पुलिस को चकमा देने में कामयाब हो रही थी. इसलिए पुलिस वाले इस बार बिना किसी गलती के इसको पकड़ना चाहते थे।

इसलिए इन दोनों को पकड़ने के लिए रात में operation चलाने का निर्णय लिया जाता है और finally रात के अँधेरे में door to door checking अभियान चलाते हुए. Shakuntala को police गिरफ्तार कर लेती है. Shakuntala की गिरफ्तारी के बाद अब police वाले पूरी सख्ती के साथ पूछताछ शुरू करते है और अब जो खुलासा इस पूछताछ में होता है. वो वाकई यकीन से परे होता है.

Shakuntala Kamal Murder Mystery

पूछताछ में Shakuntala बताती है कि जब घरवालों को इन दोनों के प्रेम प्रसंग के बारे में पता चल जाता है तो different caste होने की वजह से घरवाले इन दोनों की शादी करवाने से इंकार कर देते है और Shakuntala की शादी कहीं और fix कर देते है. Shakuntala इस बात की जानकारी कमल सिंघला को देती है। इसलिए ये दोनों भागने का plan बनाते हैं. मगर कमल भागने के plan को बदल देता है क्योंकि उसे लगता है कि भागने के बावजूद वो तुरंत पकडे जायेंगे। इसके बाद कमल शकुंतला के साथ मिलकर एक plan बनाता है और शकुंतला से कहता है कि तुम शादी कर लो मगर किसी बहाने से बस रवि के साथ शारीरिक संबंध मत बनाना। फिर मौका मिलते ही मैं तुमसे शादी कर लूँगा।

Plan के मुताबिक ही शकुंतला सब कुछ करती है। शकुंतला रवि से तो शादी कर लेती है मगर तबीयत खराब का बहाना करके वो अगले ही दिन अपने माता-पिता के घर आ जाती है। दो हफ्ते यहाँ रहती है और फिर माता-पिता के समझाने के बाद वो वापस रवि के घर चली जाती है। मगर यहाँ आकर वो रवि से कहती है कि मैंने सफल शादी के लिए कुछ मन्नत मांगी हुई है और प्रण किया है कि मन्नत पूरी होने तक हम दोनों शारीरिक संबंध नहीं बनाएंगे। रवि ऐसा करने के लिए तैयार हो जाता है। अब शकुंतला कमल के साथ मिलकर रवि से छुटकारा पाने का प्लान बनाने लगता है कि रवि को बीच से कैसे हटाया जाए. इसके लिए कमल सिंगला बॉलीवुड की एक फिल्म हमराज तथा एक हॉलीवुड की फिल्म देखता है और उसी से प्रेरित होकर बिल्कुल फिल्मी अंदाज में रवि को रास्ते से हटाने का प्लान फाइनल कर लेता है.

इस प्लान को अंजाम देने के लिए वो अपने ड्राइवर गणेश को भी सत्तर हजार रुपए देकर अपने साथ शामिल कर लेते हैं. प्लान पूरी तरीके से फाइनल होने के बाद कमल शकुंतला से कहता है कि तुम इसी तरह अपने पति को साथ लेकर घर से बाहर निकलो। शकुंतला ऐसा ही करती है और वो अपने पति से वहीं रहने वाले अपने बहन के यहाँ जाने के लिए कहती है। रवि ये बात मान जाता है और प्लान के मुताबिक रवि शकुंतला को लेकर अपने रिश्तेदार के यहाँ जाने के लिए निकल जाता है। जब ये दोनों गाड़ी से जा रहे होते हैं तभी अचानक एक लड़का इन दोनों की गाड़ी के आगे आता है और फिर शकुंतला को देखकर चौंकने का नाटक करता है।

ये लड़का कोई और नहीं बल्कि कमल सिंघला ही था। रवि के सामने कमल सिंगला सब कुछ ऐसे पेश करता है जैसे सब कुछ अचानक से हो रहा है. यहाँ पर बिल्कुल अनजान बनकर कमल सिंघला और शकुंतला बातें करते हैं और फिर शकुंतला रवि से कहती हैं कि ये लड़का मेरे ही गाँव का है और पुराना रिश्तेदार भी है. हम लोग जिधर जा रहे हैं इसे भी उधर ही जाना है तो क्यों ना हम इसे अपनी गाड़ी में बैठा ले. रवि तुरंत इस बात को मान लेता है और फिर ये तीनों एक साथ गाड़ी में बैठकर निकल जाते हैं.

रास्ते में ये तीनों बातें करते हैं और finally रिश्तेदार के घर पहुँच जाते हैं। रिश्तेदार के यहाँ पहुँच कर शकुंतला तो गाड़ी से उतर जाती है। मगर रवि से कमल सिंगला कहता है कि मैं तुम्हारी पत्नी का पुराना दोस्त भी हूँ और मुझे तुमसे कुछ बेहद ही private बातें करनी है। इसलिए तुम ही थोड़ी देर के लिए मेरे साथ चलो। रवि कमल की इन बातों में आ जाता है और वो शकुंतला को वहीं पर उतारकर कमल के साथ चला जाता है। फिर कभी वापस नहीं लौटता है।

आगे क्या हुआ वो समझने के लिए जरुरी था कि अब जल्द से जल्द पुलिस कमल को गिरफ्तार करे. इसलिए पुलिस वाले शकुंतला की गिरफ्तारी के बाद ताबड़तोड़ छापेमारी जारी रखती है और 2019 के अक्टूबर महीने में ही कमल सिंगला को गिरफ्तार कर लेती है. अब कमल सिंगला द्वारा किए गए खुलासे के मुताबिक वो रवि को अपने साथ लेकर पहले से प्लान किए गए एक जगह पर लेकर चला जाता है और वहां पहले तो वो अपने ड्राइवर गणेश के साथ मिलकर रवि को नशे की दवाई वाली चाय पिला देता है और फिर मौका मिलते ही रवि कुमार का गला दबाकर उसकी जान ले लेता है।

रवि की हत्या करने के बाद शकुंतला और कमल साथ रहने लगते हैं और कुछ समय बाद दोनों शादी भी कर लेते हैं. ये लोग हत्या दिल्ली में करते हैं. मगर लाश को ठिकाने लगाने के लिए अपनी ही गाड़ी में डालकर बिना किसी खौफ के राजस्थान के अलवर तक चले जाते हैं। कमल सिंगला द्वारा हत्या की बात कबूल करने के बाद पुलिस इस हत्याकांड में शामिल एक और अभियुक्त ड्राइवर गणेश की तलाश में लग जाती है। कई दिनों की मेहनत के बाद ड्राइवर गणेश को बिहार के समस्तीपुर जिले से गिरफ्तार कर लिया जाता है।

गणेश और कमल से आगे की पूछताछ में खुलासा होता है कि इन दोनों ने रवि की हत्या करने के बाद उसकी लाश को कई टुकड़ों में काट दिया था और दिल्ली से जाते हुए राजस्थान के अलवर तक कई अलग-अलग जगहों पर रवि के शव के टुकड़ों को फेंक दिया था ताकि कभी भी पुलिस के हाथ रवि का शव ना लगे. इन दोनों ने मिलकर शव के एक बड़े से टुकड़े को अलवर में कमल सिंगला के दुकान के ठीक सामने खाली एक plot में दफन किया था ताकि उस पर नजर रखी जा सके.

गणेश और कमल सिंगला की निशानदेही पर पुलिस finally 9 साल पहले बनाए गए कब्र के पास पहुंचती है और bulldozer की मदद से 5-6 फ़ीट की खुदाई करने के बाद रवि के लाश के टुकड़ों तक पहुंच जाती है. नौ साल पुरानी कब्र से पुलिस को रवि की पच्चीस हड्डियां मिलती है. पुलिस उन हड्डियों को जब्त करते हुए forensic लैब में भेज देती है. साथ ही उन आरोपियों को गिरफ्तार करते हुए जेल भेज दिया जाता है. फिलहाल ये मामला अदालत में है जबकि शकुंतला, कमल सिंगला तथा गणेश जेल की हवा खा रहे हैं।

वैसे तो अपराधियों को सजा देना अदालत का काम है. मगर आपके अनुसार इन लोगों ने Ravi के साथ जो कुछ भी किया उसके लिए उन्हें क्या सजा मिलनी चाहिए, comment box में ज़रूर बताए।

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