Shobhna Patel Case: गुजरात का नवरात्रि उत्सव अपने रंगीन गरबों और हर्षोल्लास के लिए जाना जाता है। लेकिन अक्टूबर 2021 में वडोदरा के एक परिवार के लिए ये उत्सव एक दर्दनाक कहानी में बदल गया। छत्तीस वर्षीय शोभना पटेल और उनकी छह साल की बेटी काव्या की मौत ने हर किसी को स्तब्ध कर दिया। वह एक साधारण और खुशहाल परिवार लगते थे, लेकिन इस घटना के पीछे छिपी कहानी ने सभी को हैरान कर दिया। आइए, इस केस की गुत्थियों को विस्तार से समझते हैं।
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Shobhna Patel Case
नवरात्रि की रात और अनहोनी
10 अक्टूबर 2021 की रात शोभना पटेल अपनी बेटी काव्या के साथ सोसायटी के गरबा कार्यक्रम में शामिल हुईं। यह कार्यक्रम रात 9:30 बजे शुरू हुआ और लगभग 11:30 बजे तक चला। माँ-बेटी ने हंसी-खुशी गरबा खेला और रात 12 बजे अपने अपार्टमेंट लौट आईं। घर लौटने पर उन्होंने अपने परिवार से मिलकर सबको गुडनाइट कहा और अपने कमरे में चली गईं।
लेकिन रात आधी बीतते ही, करीब 2 बजे, चीजें बदल गईं। शोभना के पति तेजस पटेल अचानक नीचे अपने साले, जितेंद्र बढ़िया, के पास भागते हुए गए। तेजस ने घबराई आवाज़ में कहा कि शोभना और काव्या को कुछ हो गया है, और वे बेहोश हैं। दोनों को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
मौत की पहेली और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट
दोनों की मौत का रहस्य गहराता गया। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट ने बताया कि शोभना की मौत गला घोंटने से हुई, और काव्या की दम घुटने से। दोनों के शरीर में जहर के अवशेष भी मिले। रिपोर्ट से साफ था कि पहले उन्हें जहर दिया गया और फिर उनकी हत्या की गई।
पुलिस ने परिवार के सदस्यों से पूछताछ शुरू की। चूंकि उस रात कमरे में तेजस के अलावा कोई और नहीं था, वह मुख्य संदिग्ध बन गया। हालांकि तेजस ने भावुक होकर दावा किया कि उसे नहीं पता कि यह सब कैसे हुआ, लेकिन पुलिस को यकीन था कि मामला नेचुरल नहीं था।
छानबीन में मिले सुराग
पूरे घटनाक्रम की जांच के दौरान पुलिस को छत पर चूहे मारने की दवा का खाली डिब्बा मिला। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में जहर के अंश से ये लिंक जुड़ गया। इसके अलावा, तेजस का मोबाइल फोन जांच के लिए जब्त किया गया।
फोन की फॉरेंसिक रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा हुआ। तेजस ने हाल ही में इंटरनेट पर हत्या के तरीकों, ज़हर का उपयोग, और तकिए से गला घोंटने जैसे विषय सर्च किए थे।
तेजस का जुर्म कबूल
इन सब सबूतों को सामने रखते हुए पुलिस ने तेजस से सख्ती से पूछताछ की। पहले तो वो रोने-धोने का नाटक करता रहा, लेकिन आख़िरकार उसने गुनाह कबूल कर लिया। तेजस ने अपनी पत्नी और बेटी की हत्या की वजह पारिवारिक विवाद और मानसिक तनाव को बताया।
तेजस ने कबूल किया कि उसने दोनों को आइसक्रीम में चूहे मारने की दवा मिलाकर खिलाया। जब दवा का प्रभाव पूरी तरह से काम नहीं किया, तो उसने शोभना का गला दुपट्टे से घोंट दिया और काव्या का तकिए से दम घोंट दिया।
हत्या की वजह: घुटन और असफलता
तेजस ने पुलिस को बताया कि वह ससुराल में पांच साल से रह रहा था और इस स्थिति से तंग आ गया था। पत्नी से समझाने की कोशिशें बार-बार असफल रहीं। इसके अलावा, उसका मृत पत्नी और बेटी को मारने का दूसरा कारण भी दिल दहला देने वाला था।
तेजस ने बेटी काव्या की हत्या इसलिए की ताकि वह बड़ी होकर उससे सवाल न करे। वह नहीं चाहता था कि उसकी बेटी उससे नफरत करे।
तेजस की निजी जिंदगी और तनाव
जांच में पता चला कि तेजस के शोरूम में काम करने वाली एक महिला के साथ उसकी एकतरफा लगाव की भी घटना थी। उसने उस महिला को कई बार प्रपोज किया, लेकिन हर बार इनकार मिला। इस अस्वीकृति ने तेजस को और ज्यादा नकारात्मकता में धकेल दिया।
वर्तमान स्थिति
तेजस पटेल अब जेल में है और अदालत में मुकदमे की सुनवाई चल रही है। उसकी सज़ा का फैसला अदालत करेगी। लेकिन इस घटना ने यह सवाल खड़ा कर दिया कि क्या व्यक्तिगत संघर्षों को कभी इस कदर हिंसा में बदलना चाहिए?
निष्कर्ष
इस घटना ने परिवार, रिश्तों, और तनावों के अंधेरे पक्ष को उजागर किया। तेजस के फैसले ने न सिर्फ दो मासूम जिंदगियां छीन लीं बल्कि एक पूरे समाज को झकझोर दिया।
क्या किसी रिश्ते में इतनी कटुता हो सकती है कि वह इस हद तक पहुंच जाए? यह मामला हमें सोचने पर मजबूर करता है कि समाज में रिश्तों और मानसिक स्वास्थ्य का सही संतुलन कितना जरूरी है।
यदि आपके पास इस मामले पर कोई विचार है, तो कमेंट में अपनी राय साझा करें।
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