Surya Kumar Yadav News: सूर्यकुमार यादव! T-20 इंटरनेशनल में दुनिया का नंबर वन बल्लेबाज! ये बाद में लेकिन दुनिया का सबसे नि:स्वार्थ बल्लेबाज पहले। क्यों? लेखनबाजी नहीं कह रहा बल्कि सूर्या ने खुद करके दिखाया। भारत बांग्लादेश के खिलाफ T-20 वर्ल्ड कप में मैदान पर उतरा भी नहीं था कि आईसीसी ने T-20 इंटरनेशनल में बल्लेबाजों की रैंकिंग जारी कर दी। पता चला कि लंबे इंतजार के बाद सूर्या ने रिजवान को 21 अंकों से पछाड़कर पहले स्थान पर कब्जा जमा लिया है। सूर्य कुमार यादव के 863 अंक हो गए थे और मोहम्मद रिजवान के 842! इधर बांग्लादेश ने टॉस जीता और भारत को पहले बल्लेबाजी का न्योता दे दिया।
जब सूर्य मैदान पर आया तो था 10वां ओवर चल रहा था और भारत का स्कोर 78 रन पर 2 विकेट था। दोनों सलामी बल्लेबाज पवेलियन लौट चुके थे और विराट शानदार बल्लेबाजी कर रहे थे। यहां से सूर्या अगर चाहते तो आराम से खेलते हुए अंत तक टिके रहते और अर्धशतक बना लेते। परिणाम होता कि उनकी रैंकिंग में ढेर सारे पॉइंट जुट जाते, जो मोहम्मद रिजवान से उनको काफी आगे बढ़ाते। बस, यही एक चीज तो सूर्यकुमार यादव ने कभी नहीं की। सूर्या कभी अपने लिए नहीं खेले, हमेशा टीम के लिए खेले। शाकिब अल हसन के 10वें ओवर की अंतिम गेंद शॉर्ट और वाइड थी। सूर्या ने पूरी ताकत से स्लैश कर दिया और पहला चौका बटोर लिया। इससे पहले इसी ओवर में सूर्या का एक मुश्किल मौका छूट गया था लेकिन तब भी उन्होंने अपना आक्रामक अंदाज नहीं छोड़ा।
अब पारी का 13वां ओवर लेकर आए हसन महमूद और सूर्या ने बवाल काट दिया। दूसरी गेंद आउटसाइड ऑफ शॉर्ट ऑफ गुड लेंथ… फ्रंट फुट पर रहते हुए कवर के ऊपर से करारा ड्राइव। इस शॉट पर ना तो बल्लेबाज को दौड़ने की जरूरत थी और ना ही फील्डर को। मालूम था कि गेंद बगैर सीमा रेखा पार गए रुकेगी नहीं। अगली गेंद फिर से आउटसाइड ऑफ शॉर्ट ऑफ गुड लेंथ! रूम बनाकर एक्स्ट्रा कवर के ऊपर से धमाकेदार चौका। ओवर की अंतिम गेंद आउटसाइड ऑफ फुलर लेंथ। सूर्या ने एक्रॉस जाकर लीन किया और बल्ले का फेस खोल दिया। उन्होंने बैकवर्ड पॉइंट के ऊपर से गेंद को स्लाइस कर दिया। चौका निश्चित तौर पर मिलना था और मिला भी लेकिन इस शॉट ने बताया कि सूर्या के दिमाग में फील्ड प्लेसमेंट घूमती रहती है। किस वक्त कौन सा फील्डर कहां है, इसका अंदाजा सूर्या को बखूबी रहता है।
अब आया शाकिब का 14वां ओवर और उसकी तीसरी गेंद! शाकिब ने वाइड ऑफ द क्रीज से यह गेंद डाली और एंगल अंदर की तरफ रखा। फील्ड पोजिशन के हिसाब से सूर्या ने पॉइंट की दिशा में गैप निकालना चाहा। बाउंड्री हासिल करने के लिए ज्यादा स्क्वायर कट शॉट खेलने की फिराक में सूर्या गेंद की फ्लाइट को मिस कर गए और बॉल ऑफ स्टंप पर जा लगी। 16 गेंदों पर 187 की स्ट्राइक रेट से खेलते हुए 4 चौकों की मदद से 30 रन बनाकर सूर्या जरूर पवेलियन लौट रहे थे लेकिन टीम की खातिर तेज बल्लेबाजी करने का उनका प्रयास हर दिल जीत रहा था। नि:स्वार्थ भाव से बल्लेबाजी करने का अंदाज सूर्या को विशेष बनाता है। इसलिए तो उनको पूरा देश दिलो जान से चाहता है।