Valley of Flowers and Hemkund Sahib Gurudwara: सिर्फ ₹2000 में पूरा किया फूलों की घाटी (Valley of Flower) का 7 दिन का सफर! फ्री में ठहरना भी. इस लेख में आप जान पाएंगे की आप किस तरीके से सिर्फ 2000 रूपए खर्च करके valley of flowers, हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा और बद्रीनाथ के दर्शन कर पाएंगे.
Valley of Flowers (वैली ऑफ फ्लावर्स) हमेशा से ही मेरे ट्रेवल बकेट लिस्ट में सबसे ऊपर रहा है लेकिन पता नहीं की क्यों यहाँ अकेले घूमने जाने के खयाल से भी मैं हमेशा डरा करता था। लेकिन इस बार, जब कोई भी मेरे साथ यहाँ जाने के लिए तैयार नहीं हुआ तो फिर मैं अकेले ही इस खूबसूरत जगह की यात्रा पर निकल पड़ा और सारे डर को दरकिनार करते हुए यात्रा को पूरा भी किया और एक अद्भुत अनुभव लेकर वहां से लौटा।
यात्रा शुरू करने से पहले मैंने कुछ कंपनियों के ट्रैक पैकेजों को देखा पर वो सब काफी महंगे थे. टूर एजेंसी द्वारा पूरे ट्रैक का खर्च ₹8000 से ₹12,000 तक बताया गया था। अपना बजट देखते हुए मैंने इस यात्रा को खुद ही करने का फैसला किया और बहुत सारा रिसर्च करने के बाद, मुझे इस ट्रैक को सोलो और कम से कम खर्च में करने का एक बेहतरीन प्लान मिल ही गया।
आप भी अगर हमेशा से वैली ऑफ फ्लॉवर्स (valley of flowers) को घूमना चाहते हैं और आपके पास इसे अकेले घूमने की हिम्मत नहीं है तो यकीन मानिए इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आपमे वो हिम्मत जरूर आ जाएगी और यात्रा पर आप सोलो ही निकल जायेंगे। सबसे बड़ी बात इस ट्रिप को करने में आपको सिर्फ ₹2000 ही लगने वाला है तो चलिये शुरू शुरू करते है इस खूबसूरत और अडवेंचरस यात्रा को!
यहाँ कैसे पहुँचा जाए?
दिल्ली से मैंने अपनी यात्रा शुरू की और सबसे पहले योग नगरी ऋषिकेश पहुंचा। ऋषिकेश से आगे सबसे पहले मुझे गोविन्दघाट पहुँचना था क्योंकि यही से घांघरिया गांव के लिए ट्रैक शुरू होता है।
गोविंदघाट से घांघरिया की दूरी 15 किमी है, इस ट्रैक को पूरा करने में करीब 6-7 घंटे का समय लगता है. फिर इससे आगे वैली ऑफ फ्लावर्स तक का ट्रेक 4 कि.मी.का है। मैंने हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा तक भी ट्रेक किया है , जो घांघरिया गाँव से 6 कि.मी. की दूरी पर स्थित है।
यह वही रास्ता है जो मेरे हिसाब से वैली ऑफ फ्लावर्स ट्रेक पर जाने वाले यात्री के लिए परफेक्ट रास्ता है:
दिल्ली – ऋषिकेश – गोविंदघाट – घांघरिया – फूलों की घाटी – घांघरिया – हेमकुंड साहिब – घांघरिया – गोविंदघाट – बद्रीनाथ – माना – ऋषिकेश
फूलों की घाटी की सैर का सबसे अच्छा समय (Best Time to Visit Valley of Flowers Uttrakhand)
वैली ऑफ फ्लावर्स को नेशनल पार्क का दर्जा प्राप्त है और यह पार्क आमतौर पर जून से अक्टूबर के बीच में पर्यटकों के लिए खुलता है लेकिन घूमने का सबसे अच्छा समय जुलाई के मध्य से लेकर अगस्त के मध्य तक रहता है। आपको उस समय यहाँ पर कई तरह के फूल और रंग पूरी घाटी में दिखाई देंगे।
मेरा विश्वास करो या न करो, इस समय घाटी बहुत सारे प्रजाति के रंगीन फूलों से सजी रहती है जो इसे देखने में और ज्यादा सुंदर बनाती है और साथ में कल कल बहती नदी एक अलग ही छटा बिखेरती है. मैं यहाँ अगस्त के पहले हफ्ते में घूमने आया था और इसी वजह से मैं बहुत सारे सुंदर फूलों को ना सिर्फ देखा बल्कि उन्हें अपने कैमरे में भी कैद किया।
7 दिनों के लिए फूलों की घाटी के ट्रैकिंग का कार्यक्रम (7 Days Track Itinerary for Valley of Flowers)
वैली ऑफ फ्लावर्स, हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा, माणा विलेज और बद्रीनाथ धाम को कवर करने के लिए आप इस 1 सप्ताह के यात्रा कार्यक्रम का इस्तेमाल कर सकते हैं जो की इस यात्रा के लिए बेहतरीन itinerary है.
Day 1: दिल्ली (Delhi)
आप अगर दक्षिण की ओर से आ रहे हैं या आपके शहर से ऋषिकेश के लिए कोई सीधा साधन नहीं है, तो आप इस ट्रेक को शुरू करने के लिए सबसे पहले दिल्ली पहुंचिए। दिल्ली, भारत की राजधानी है और यहाँ घूमने के लिए कई सारे खूबसूरत ऐतिहासिक स्थान के अलावा बहुत सारे जगह घूमने के लिए है। इसलिए, अगर आपके पास कुछ एक्स्ट्रा समय है तो आप दिल्ली में एक दिन रूककर काफी सारे जगहों को एक्सप्लोर कर सकते हैं या आप सीधे ऋषिकेश निकल सकते हैं।
Day 2: गोविंदघाट
दूसरे दिन गोविंदघाट पहुँचने के लिए ऋषिकेश से सुबह जल्दी बद्रीनाथ धाम की तरफ जाने वाली बस पकड़ें और गोविंदघाट पर उतर जाएँ। इस बस का किराया लगभग ₹400 होगा और आपको पहुँचने में कुछ 9 से 11 घंटे लग सकता है।
किसी कारणवश आपको सीधी बस नहीं मिलती है तो आप चमोली तक (₹300 में) जोशीमठ तक (₹100) कोई भी बस/टैक्सी शेयर कर सकते हैं। जोशीमठ से आपको गोविंदघाट (₹50) के लिए बहुत सी शेयर टैक्सियाँ मिलेंगी।
Day 3: घंगारिया कैम्पिंग ग्राउंड
चौथे दिन सुबह 6 बजे के आसपास घांघरिया ट्रेक के लिए निकलें। इच्छानुसार आप चाहे तो पूरे 15 कि.मी. की ट्रेकिंग भी कर सकते हैं या फिर पहले 4 कि.मी. के लिए पुलना गाँव तक शेयर टैक्सी से भी जा सकते हैं। घांघरिया गांव में आपको पुलिस रजिस्टर मे एंट्री करना होगा और हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा से अपना पास लेने की ज़रूरत पड़ेगी।
पुलना गाँव तक टैक्सी शेयर करने का किराया प्रति व्यक्ति ₹50 है और आपको वहाँ तक पहुँचने मे कुछ 20 मिनिट का समय लगता है। पुलना से घांघरिया गाँव 11 कि.मी. की दूरी पर है. इस ट्रैक को पूरा करने में आपके फिटनेस और स्पीड के हिसाब से आपको 3 से 5 घंटे का समय लग सकता है।
Day 4: फूलों की घाटी
अगले दिन, सुबह जल्दी ही वैली ऑफ फ्लावर्स ट्रेक के लिए निकले और सुबह 6 बजे तक पार्क के गेट पर पहुँच जाएँ और वैली ऑफ़ फ्लावर्स के लिए एंट्री टिकट खरीद ले ताकि आप अपना ट्रेक जल्दी शुरू कर सके। एंट्री टिकट का प्राइस ₹150 का है जो 3-दिन के लिए मान्य होता है, एक दिन में आप नहीं घूम पूरा घाटी नहीं घूम सके तो फिर अगले दिन घूम सकते हैं.
मेन गेट से एंट्री करने के बाद आपको फूलों के एनक्लोसर में एंट्री करने के लिए 3.5 कि.मी. तक का ट्रेक करना होगा और इसके बाद आप पूरी घाटी को एक्सप्लोर करने के लिए आगे 2 कि.मी. और घूम सकते हैं, जहाँ पर valley of flowers एन्ड होता है उसके आगे एक बहुत बड़ा मीडोज है जो देखने में काफी खूबसूरत है.
Day 5: गुरुद्वारा हेमकुंड साहिब
हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा के लिए सुबह 6 बजे ट्रेक शुरू कर लें। इस ट्रैक को पूरा करने के लिए आपके पास खच्चर का विकल्प मिलता है जिसके लिए आपको ₹500 रूपए पे करना होगा।
यह ट्रैक करीब 6 किमी का होता है जिसमें 2.5 से 3 घंटे का समय लगेगा क्योंकि यह ट्रैक थोड़ा लंबा और बोझिल है क्योंकि Hemkund Sahib Gurudwara खड़ी चढ़ाई पर है। आपके पास अपनी भूख और प्यास बुझाने के लिए रास्ते में कई सारे छोटी छोटी दुकानें भी मिलेगी ताकि आप अपने आप को तरो-ताजा रख सके. इस ट्रैक को पूरा करते समय अपने साथ सामान कम रखें।
Day 6: बद्रीनाथ मंदिर
वापसी की यात्रा में अगर आप चाहे तो वसुधारा झरने को भी एक्सप्लोर कर सकते हैं। इसके बाद बद्रीनाथ मंदिर की यात्रा की कर सकते हैं. अपने आप को तरोताज़ा करने के लिए गर्म पानी के झरने में डुबकी ज़रूर लगाएँ। बद्रीनाथ में एक रात बिताएँ और शाम की आरती और रात में तारों को देखने में अपना समय बिताएँ । बस स्टॉप पर अगले दिन के लिए सुबह की बस बुक करें जो ऋषिकेश के लिए लगभग 5.30 – 6 बजे निकलती है।
Day 7: दिल्ली
सातवें दिन सुबह ऋषिकेश के लिए बस पकड़े, जिसकी किराया लगभग ₹450 होगा और समय 9 से 11 घंटे लगेंगे। ऋषिकेश बस स्टैंड से आपको ₹250 – ₹300 में दिल्ली के लिए कई सारे बस मिल जाएगी जो आपको 6-7 घंटे में ही दिल्ली पहुंचा देगी।
ऋषिकेश
दिल्ली के आईएसबीटी कश्मीरी गेट से ऋषिकेश के लिए बस लें, जिसका किराया आपको कुछ ₹250- ₹300 देना होगा। ऋषिकेश से दिल्ली पहुँचने में 6 से 7 घंटे का समय लगता है। अगर आप दोपहर या शाम को पहुँचते हैं, तो आप यहाँ किसी हॉस्टल में रुक सकते हैं. सुबह की बस से गोविंदघाट लिए जा सकते हैं।
आप देर रात ऋषिकेश पहुँचते हैं, तो मैं आपको किसी होटल या हॉस्टल में ना रुके। आप चाहे तो बस स्टैंड के प्रतीक्षालय में सो सकते हैं और सुबह 4 बजे या 4.30 बजे की पहली बस से बद्रीनाथ की तरफ निकल सकते हैं। यह बस गोविंदघाट होकर ही जाती है।
कहाँ ठहरें:
ऋषिकेश में कई हॉस्टल हैं जहाँ पर रूम का कॉस्ट ₹150 से ₹250 है, जिन्हें आप ऑनलाइन भी बुक करा सकते हैं।
जोशीमठ
जोशीमठ नाईट स्टे ना करें क्योंकि आपको अगले दिन सुबह जल्दी उठना होगा। इसलिए यह सुनिश्चित करले कि आप किसी भी तरह रात में ही गोविंदघाट पहुँच जाएँ ताकि आप अपनी सुविधा के अनुसार सुबह जल्दी ट्रेक शुरू कर सकें.
कहाँ ठहरें:
गोविंदघाट में आप गुरुद्वारा हेमकुंड साहिब में रह सकते हैं। यहाँ रहना और खाना मुफ्त है. इसलिए ये पैसे बचाने और बजट में रहने का एक अच्छा तरीका साबित होता है। गोविंदघाट से घांघरिया जाने वाले रास्ते में, आपको कई दुकानें है जहाँ से आप मैगी, परांठे आदि ले सकते हैं और अपने आप को तरोताजा कर सकते हैं. खुद के स्नैक्स और कुछ चॉकलेट साथ में ज़रूर रखें ताकि जरुरत पड़ने पर आप इसे खा सके साथ ही ट्रैकिंग के रस्ते में हमेशा सामान मेहेंगा ही मिलता है.
घांघरिया
गोविंदघाट से घांघरिया साइड की सड़क सीधी है और यात्रा ज्यादा कठिन नहीं है.आखिरी के 2-3 कि.मी. जहाँ इसका रास्ता पूरी तरह से झुका हुआ है।
कहाँ ठहरें:
घांघरिया में रुकने के लिए फिर से आपके पास हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा है. जहाँ आप मुफ्त में रह सकते हैं। इस गुरूद्वारे में आपको पीने के लिए गर्म पानी और स्वादिष्ट लंगर हमेशा मिलेगा।
घांघरिया में घूमने के लिए आप लेग्ग के कब्र पर जा सकते हैं और नदी के किनारे तक पैदल घूमने जा सकते हैं। घांघरिया से फूलों की घाटी तक पहुँचने में लगभग 1.5 – 2 घंटे लगता है और पार्क के अंदर घूमने में 2 से 3 घंटे। फूलों की घाटी के अंदर चाय या खाने पीने के स्टॉल नहीं है. इसलिए अपना लंच, स्नैक्स और पानी साथ लेकर ही जाएँ। इसलिए घांघरिया से valley of flowers की यात्रा सुबह ही शुरू करें ताकि वहां से आप 4 बजे शाम तक वापस आ सके.