Nisha Ali Case: उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले से दिसंबर 2022 में तीन बहनों के लापता होने के मामले ने हर किसी को झकझोर कर रख दिया। यह घटना न केवल परिवार के लिए बल्कि पूरे गांव के लिए सदमे का कारण बनी। इन बहनों में से दो नाबालिग और एक बालिग थी। घटना के बाद पुलिस की भूमिका, आरोपी की नियत, और पूरे मामले के रहस्य ने इसे एक राष्ट्रीय स्तर पर चर्चित केस बना दिया। इस पूरे घटनाक्रम के हर पहलू को समझते हैं।

Nisha Ali Case
तीन बहनों का रहस्यमय गायब होना
घटना की शुरुआत 21 दिसंबर 2022 की सुबह होती है। शमशाद अली, जो इन बहनों के पिता हैं, अपनी छोटी 14 वर्षीय बेटी को घर के बाहर से आवाज लगाते हैं। जवाब न मिलने पर वह घर में तलाश करते हैं, लेकिन लड़की कहीं नहीं मिलती। शुरुआती जांच में मोहल्ले के लोग और शमशाद खुद लड़की की तलाश शुरू करते हैं। अगले दिन पास के कुर्रा थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज होती है। लेकिन आठ दिनों तक कोई खास बढ़त नहीं हो पाती।
इस दौरान गांव के लोगों से शमशाद को पता चलता है कि शादी में आए पंजाब के एक लड़के भरत सिंह को उनकी बेटी का पीछा करते देखा गया था। काफी कोशिशों के बाद शमशाद को उससे फोन पर संपर्क होता है और बेटी की आवाज़ भी सुनाई देती है।
लेकिन इस मामले में एक नया मोड़ तब आता है जब शमशाद की बाकी दो बेटियां भी 9 दिनों के अंदर अचानक लापता हो जाती हैं। इस बार गायब होने वाली बहनें थीं 22 वर्षीय निशा और 16 वर्षीय मुस्कान।
पुलिस की जांच और चौंकाने वाले खुलासे
तीनों बहनों के गायब होने के बाद मैनपुरी के एसपी विनोद कुमार ने मामले को गंभीरता से लिया। दो जांच टीमों का गठन हुआ। पिता शमशाद ने आरोप लगाया कि घटना के पीछे भरत सिंह और उसकी साजिश है। पुलिस ने भरत सिंह के पिता से संपर्क कर मोबाइल लोकेशन ट्रेस की।
4 फरवरी 2023 को पंजाब के मुक्तसर में भरत सिंह को गिरफ्तार किया गया। उसके साथ ही सबसे छोटी नाबालिग लड़की भी मिली। जांच में पता चला कि लड़की को फायदे के लिए जबरदस्ती देह व्यापार में धकेला गया था।
पुलिस की पूछताछ में लड़की ने बताया कि उसकी बड़ी बहन निशा और एक लड़के राहुल ने उसे धोखे से नौकरी का झांसा देकर घर से भगाया था। निशा ने अपनी ही बहन को देह व्यापार में धकेलने का घिनौना प्लान बनाया था।
बहनों को बेचने की साजिश
पूछताछ में राहुल और निशा ने माना कि पैसे के लालच में उन्होंने दोनों नाबालिग बहनों को बेचने की योजना बनाई। राहुल ने छोटी बहन को भरत सिंह को बेच दिया और बाद में निशा ने भी बहन को राजस्थान के एक व्यक्ति को बेच दिया।
तीसरी बहन की बरामदगी
तीसरी बहन को खोजने में पुलिस को कड़ी मेहनत करनी पड़ी। फाइनली, 6 अप्रैल 2023 को राजस्थान से उसे भी बरामद कर लिया गया। इस पूरे मामले में निशा, राहुल, और भरत सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया।
न्याय और समाज की भूमिका
इस केस ने एक बड़ा सवाल खड़ा किया कि कैसे लालच और समाज की कुरीतियां परिवार को ही तोड़ सकती हैं। निशा जैसी बहन को अपनी बहनों के साथ इस हद तक जाने के लिए कैसे तैयार किया गया?
नाबालिग लड़की गर्भवती पाई गई थी। अबॉर्शन को लेकर माता-पिता ने बहुत कोशिश की, लेकिन इस पर कभी स्पष्ट फैसला नहीं आ सका।
निष्कर्ष
निशा अली केस ने दिखाया कि पैसे का लालच किस हद तक इंसान को गिरा सकता है। यह घटना पुलिस की सतर्कता और समाज की जिम्मेदारी पर भी सवाल खड़े करती है। आज जरूरत है कि ऐसे मामलों से सीख ली जाए और समाज में जागरूकता फैलाई जाए। क्या निशा जैसी बहनों को सख्त सजा मिलनी चाहिए? आप क्या सोचते हैं? अपने विचार कमेंट में बताएं।
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