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सानिया शेख मर्डर केस: जब मुम्बई कांप उठी, Sania Sheikh Murder Case

Sania Sheikh Murder Case

Sania Sheikh Murder Case: 2021 में हुआ सानिया शेख की हत्या का मामला ऐसा था जिसने पूरे मुम्बई को झकझोर कर रख दिया। यह अपराध इतना भयावह और योजनाबद्ध था कि पुलिस को इसे सुलझाने में 14 महीनों का समय लगा। क्या था इस घटना का दर्दनाक सच? आइए जानते हैं इस केस से जुड़े हर पहलू को।

Sania Sheikh Murder Case

Sania Sheikh Murder Case

भुइगांव बीच पर मिली सूटकेस और एक भयानक सुराग

26 जुलाई 2021 को मुम्बई के वसई इलाके के भुइगांव बीच पर गुजरते लोगों ने एक सूटकेस देखकर पुलिस को जानकारी दी। पुलिस ने जब सूटकेस खोला तो अंदर एक हेडलेस महिला की बॉडी मिली। लाश डी-कम्पोज हो चुकी थी और बॉडी का सिर गायब था। ऐसे में पहचान करना नामुमकिन था।

पुलिस ने आसपास के सभी थानों में बॉडी की तस्वीरें भेजीं और पोस्टर्स लगाए, लेकिन महीनों तक कोई सुराग नहीं मिला। एक साल तक यह केस एक रहस्य बना रहा।

सानिया के गायब होने की शिकायत और सच्चाई की शुरुआत

13 महीने बीतने के बाद, 29 अगस्त 2022 को मुमरा पुलिस स्टेशन में जावेद अली नाम के व्यक्ति ने शिकायत की। उन्होंने कहा कि उनकी भतीजी सानिया शेख, जो कर्नाटक के बेलगांव की रहने वाली थी, पिछले एक साल से गायब है।

जावेद ने बताया कि सानिया के माता-पिता उसके बचपन में ही गुजर गए थे। उन्होंने सानिया को अपनी बेटी की तरह पाला और 2017 में उसकी शादी मुम्बई के नाला सुपारा में रहने वाले आसिफ शेख से करवाई। शादी के बाद सानिया अपने पति और परिवार के साथ रहती थी। जावेद ने आखिरी बार सानिया से 8 जुलाई 2021 को बात की थी। इसके बाद तमाम कोशिशों के बावजूद उनसे संपर्क नहीं हो पाया।

सानिया की गायबगी का शक और पुलिस की जांच

जब सानिया के रिश्तेदार उसकी तलाश में मुम्बई पहुंचे, तो पता चला कि आसिफ और उसका परिवार नाला सुपारा का घर बेचकर कहीं और शिफ्ट हो गए थे। पड़ोसियों से मिली जानकारी के आधार पर जब वे मुमरा पहुंचे, तो आसिफ ने दावा किया कि सानिया अपने बॉयफ्रेंड के साथ भाग गई है और एक चिट्ठी दिखाई।

यह चिट्ठी पुलिस और सानिया के परिवार को संदिग्ध लगी। इसके बाद पुलिस ने मिसिंग रिपोर्ट दर्ज की और भुइगांव बीच पर मिली लाश से जुड़े केस को दोबारा खोला।

डीएनए जांच से मिली बड़ी क्लू

पुलिस ने सूटकेस से मिली बॉडी के डीएनए सैंपल को आसिफ, सानिया और उनकी बेटी अमायरा के डीएनए से मिलाया। रिपोर्ट से साफ हुआ कि सूटकेस में मिली बॉडी सानिया शेख की ही थी। इससे आसिफ और उसके परिवार पर शक पुख्ता हो गया।

आसिफ को गिरफ्तार कर उससे गहन पूछताछ की गई। शुरू में वह बॉयफ्रेंड वाली कहानी पर अड़ा रहा, लेकिन हैंडराइटिंग एनालिसिस में यह साबित हुआ कि चिट्ठी सानिया ने नहीं, बल्कि आसिफ ने लिखी थी।

खौफनाक सच सामने आया

पुलिस की सख्ती के बाद आसिफ ने स्वीकार किया कि उसने ही 21 जुलाई 2021 को सानिया की हत्या की थी। बहस के दौरान उसने सानिया को पहले पानी में डुबोकर मारने की कोशिश की और फिर गला घोटकर हत्या कर दी। उसके बाद उसने सानिया की बॉडी के साथ भयानक और दिल दहला देने वाले कदम उठाए।

आसिफ ने सानिया का सिर उसके धड़ से अलग किया और पहचान मिटाने के लिए उसके बाल तक काट दिए। इसके बाद अपने भाई यासीन और जीजा यूसुफ की मदद से बॉडी को ठिकाने लगाने की योजना बनाई।

हत्या के पीछे का कारण

जांच के दौरान यह सामने आया कि आसिफ और उसका परिवार सानिया पर प्रॉपर्टी बेचने और अपनी बेटी अमायरा को आसिफ की बहन को गोद देने का दबाव डाल रहे थे। सानिया के इनकार के चलते उसका शोषण होने लगा। आखिरकार यह विवाद उसकी जान लेने के साथ खत्म हुआ।

पुलिस ने पकड़े सभी दोषी

पुलिस ने आसिफ, उसके माता-पिता, भाई और जीजा को गिरफ्तार किया। इस खौफनाक जुर्म के लिए सभी आरोपी जेल में हैं। सज़ा पर अंतिम फैसला अदालत करेगी।

नतीजा

सानिया शेख का मामला हमें यह सिखाता है कि घरेलू हिंसा और लालच कितना खौफनाक रूप ले सकता है। यह केस समाज के लिए जागरूकता और न्याय की जीत का प्रतीक है। क्या इस केस से जुड़े गुनहगारों को सख्त सजा नहीं मिलनी चाहिए? आपका क्या मानना है?

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