Kareena Kapoor Biography: बिंदास बेबो करीना कपूर, कपूर खानदान की सबसे सफल अभिनेत्रियों में से एक हैं। करीना आज भी बॉलीवुड की टॉप एक्ट्रेस में से एक हैं. करीना बचपन से ही बोल्ड रहीं है, जिंदगी में अपने फैसले खुद लेती थीं. जब भी कोई विवाद होता था तो खुद आगे आकर बोलती थीं। चाहे सैफ अली खान से शादी हो या अपने बच्चों का नाम तैमूर-जहांगीर रखना, करीना एक ऐसी अभिनेत्री रही हैं जो अपने इरादों की पक्की हैं और अपने फैसले खुद लेती हैं। हम अपनी नई स्टोरी में करीना कपूर की सफलता की कहानी और निजी जिंदगी के बारे में विस्तार से बात करेंगे।
Kareena Kapoor Biography
करीना कपूर का जन्म 21 सितंबर 1980 को मुंबई में अभिनेता रणधीर कपूर और बबीता कपूर के घर हुआ था। हिंदी सिनेमा के सबसे पुराने और मशहूर कपूर खानदान से ताल्लुक रखने वाली करीना कपूर का बचपन बड़े-बड़े फिल्मी सितारों के बीच बीता। उनके दादा शोमैन राज कपूर के घर अक्सर बड़ी-बड़ी फिल्मी हस्तियां आया करती थीं। उन्हीं लोगों को देखते हुए करीना ने भी कम उम्र में हीरोइन बनने का सपना देखा था। वह अक्सर घर पर अपनी मां की नाइट ड्रेस पहनकर हीरोइनों की नकल करती थीं।
करीना कपूर महज 15 साल की थीं जब उन्हें अपने स्कूल का एक लड़का पसंद आने लगा। जैसे ही उनकी मां को पता चला तो उन्होंने करीना का फोन अपने पास रख लिया. एक दिन जब बबीता डिनर के लिए बाहर गई थीं तो करीना ने चाकू की मदद से उनके कमरे का ताला तोड़ा और फोन लेकर लड़के से मिलने चली गईं। इस बात से मां इतनी नाराज हुईं कि उन्होंने करीना को बोर्डिंग स्कूल भेज दिया।
करिश्मा के बाद बबीता चाहती थीं कि करीना भी फिल्मों में आएं, लेकिन बिना किसी को बताए करीना ने खुद ही हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में फॉर्म भरकर और इंटरव्यू देकर एडमिशन ले लिया। करीना कपूर को पढ़ाई का इतना शौक था कि हार्वर्ड से लौटने के बाद उन्होंने मुंबई के गवर्नमेंट लॉ कॉलेज में एडमिशन ले लिया। वह अन्य सामान्य बच्चों की तरह कॉलेज जाती थीं, हालांकि पूरे परिवार को इस पर आपत्ति थी। करिश्मा कपूर उस समय तक फिल्मों में आ चुकी थीं।
उस समय तक करीना की मां और उनके पिता अलग-अलग रहने लगे थे, इसलिए बबीता ने उन्हें सिंगल मदर के तौर पर पाला। कुछ आर्थिक दिक्कतें भी थीं, जिसकी वजह से करीना को ऐशो-आराम नहीं मिला। वह बस या टैक्सी से कॉलेज जाती थी। हालांकि, एक साल बीत चुका था जब करीना लॉ की पढ़ाई से ऊब गईं और उन्होंने पढाई छोड़ दिया।
इसी दौरान राकेश रोशन अपने बेटे ऋतिक रोशन को लॉन्च करने के लिए फिल्म ‘कहो ना प्यार है’ की तैयारी कर रहे थे। जब उन्हें पता चला कि बबीता की बेटी करीना फिल्मों में आना चाहती हैं तो वह अपनी फिल्म की स्क्रिप्ट लेकर उनके घर पहुंच गए। ऐसे में राकेश ने बबीता जी से बात की और बबीता भी तुरंत तैयार हो गईं.
फिल्म की शूटिंग से पहले करीना किशोर नमित के एक्टिंग स्कूल में एक्टिंग सीखने के एडमिशन लिया। फिल्म की शूटिंग वर्सोवा के कॉन्वेंट विला में शुरू हुई। शूटिंग के दौरान करीना के साथ बबीता और करिश्मा भी रहती थीं। पहला शेड्यूल गाने की शूटिंग का था और पहले दिन कुछ ही सीन शूट हो पाए।
अगले दिन बबीता ने राकेश रोशन को फोन किया और कहा कि बेहतर होगा कि वह गाने से पहले फिल्म के दूसरे सीन भी शूट कर लें, क्योंकि करीना डांस से ज्यादा एक्टिंग में कंफर्टेबल हैं। राकेश ने कहा कि उन्होंने गाने की शूटिंग के लिए लोगों को काम पर रखा है और इतना बड़ा बदलाव अचानक नहीं हो सकता, लेकिन बबीता नहीं मानीं. वह इस बात पर अड़ी थीं कि करीना पहले गाना शूट नहीं करेंगी। कॉल पर ही दोनों के बीच बहस हो गई और कॉल रखते हुए बबीता ने कहा कि अब करीना इस फिल्म में काम नहीं करेंगी.
राकेश हैरान रह गया और उसने बबीता को समझाने की कोशिश की, लेकिन वह फिर भी नहीं मानी. बाद में करीना की जगह अमीषा पटेल ने कहो ना प्यार है से डेब्यू किया।
फिर बाद में करीना ने अभिषेक बच्चन के साथ जेपी दत्ता की फिल्म रिफ्यूजी से डेब्यू किया था। यह फिल्म औसत थी, लेकिन इसके लिए करीना को फिल्मफेयर का बेस्ट फीमेल डेब्यू अवॉर्ड मिला।
करीना कपूर ने भले ही ऋतिक के साथ कहो ना प्यार है से डेब्यू नहीं किया हो, लेकिन दोनों ने 2001 की फिल्म “यादें” में साथ काम किया था। दोनों की ऑनस्क्रीन केमिस्ट्री लोगों को पसंद आई और फिल्मी गलियारों में इनके अफेयर की चर्चा होने लगी. कई मैगजीन उनके रिश्ते पर खबरें छापती रहती थीं, हालांकि चर्चा का एक विषय यह भी था कि उस वक्त ऋतिक शादीशुदा थे।
कुछ समय बाद दोनों ने फिल्म कभी खुशी कभी गम में दोबारा साथ काम किया, तब भी दोनों के अफेयर की खबरें तेज हो गईं। फिल्म में करीना के पूजा उर्फ पू के किरदार को काफी पसंद किया गया था। इसमें करीना की कास्टिंग की कहानी बेहद दिलचस्प है.
दरअसल, करण जौहर मनीष मल्होत्रा के साथ एक फिल्म पार्टी में शामिल हुए थे। वहां उनकी नजर करीना पर पड़ी. करीना अकेले खड़ी होकर पोज दे रही थी और वहां कोई फोटोग्राफर भी नहीं था. करीना का अंदाज देखकर करण इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने ना सिर्फ कभी खुशी कभी गम में करीना को कास्ट किया, बल्कि किरदार भी उन्हीं पर आधारित कर दिया। जब फिल्म की शूटिंग पूरी हो गई तब भी करीना पू के किरदार से बाहर नहीं आईं और पूरे घर में उसी अंदाज में घूमती रहती थी।
इस बात से नाराज होकर एक दिन बबीता ने करण जौहर को फोन किया और कहा, क्या आप करीना को बता सकते हैं कि शूटिंग खत्म हो गई है और उन्हें पू के किरदार में बने रहने की जरूरत नहीं है।
खैर, फिल्म रिलीज हुई और उस साल की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म बन गई। कुछ सीन्स में शाहरुख और रितिक की मौजूदगी के बावजूद करीना ने लोगों का ध्यान खींचा। इस फिल्म के बाद करीना और रितिक के अफेयर की अफवाहें और बढ़ गईं।
फिल्म कभी खुशी कभी गम के बाद करीना कपूर की बैक-टू-बैक मुझसे दोस्ती करोगी, जीना सिर्फ मेरे लिए, तलाश, खुशी, मैं प्रेम की दीवानी हूं, जैसी कई फ़िल्में फ्लॉप रहीं। इसी बीच उन्हें सुधीर मिश्रा की फिल्म चमेली में सेक्स वर्कर का रोल ऑफर हुआ। करीना ने यह कहते हुए फिल्म करने से इनकार कर दिया कि वह एक सेक्स वर्कर की भूमिका में सहज नहीं होंगी।
कुछ महीनों बाद जब सुधीर मिश्रा करीना के पास फिर पहुंचे, तो करीना इस प्रयोगात्मक करैक्टर को करने के लिए सहमत हो गईं। किरदार की तैयारी के लिए करीना मुंबई के कई रेड लाइट इलाकों में गईं और वहां की महिलाओं की तरह व्यवहार करना और कपड़े पहनना सीखा। यह फिल्म करीना के करियर के लिए टर्निंग पॉइंट साबित हुई और इसके लिए उन्हें फिल्मफेयर की ओर से बेस्ट एक्ट्रेस का स्पेशल जूरी अवॉर्ड भी मिला। इसके बाद ही करीना के करियर में युवा, देव, फिदा, एतराज जैसी समीक्षकों द्वारा प्रशंसित कई सारे फिल्में आईं।
फिल्म टशन की शूटिंग से पहले करीना ने अचानक वजन कम करने के बारे में सोचा और जीरो फिगर कर लिया। इसके लिए उन्होंने जमकर वर्कआउट किया और अपनी डाइट भी कम कर दी। कहा जाता है कि इस चक्कर में करीना इतनी कमजोर हो गई थीं कि वह टशन के सेट पर बार-बार बेहोश हो जाती थीं। हालाँकि, वह जीरो फिगर वाली पहली बॉलीवुड अभिनेत्री हैं। इस उपलब्धि के बावजूद दर्शकों को करीना का जीरो फिगर पसंद नहीं आया.
करीना कपूर “जब वी मेट” फिल्म के बाद से शाहिद कपूर को डेट कर रही थीं, लेकिन 2 साल बाद उन्होंने शाहिद से ब्रेकअप कर लिया। फिल्म टशन की शूटिंग के दौरान करीना सैफ अली खान के करीब आ गईं और यह जोड़ी सैफीना के नाम से मशहूर हो गई। इस रिलेशनशिप की खबर आते ही करीना विवादों में आ गईं।
खबरें तो ये भी थीं कि करीना सैफ अली खान और अमृता की शादी में गई थीं, जहां उन्होंने सैफ को बधाई देते हुए कहा था, बधाई हो अंकल. विवादों के बावजूद करीना ने 2012 में सैफ अली खान से शादी कर ली।
अपनी शादी के दिन सैफ ने अपनी पहली पत्नी अमृता सिंह को एक पत्र लिखकर जीवन में आगे बढ़ने की सलाह दी थी, लेकिन उन्होंने वह पत्र अमृता को भेजने से पहले करीना को पढ़ने दिया था। करीना ने न सिर्फ उन्हें ऐसा करने की इजाजत दी बल्कि अमृता और सैफ के दोनों बच्चों सारा अली खान और इब्राहिम के साथ भी दोस्तों की तरह व्यवहार किया।
सैफ अली से शादी के बाद करीना कपूर ने फिल्मों में बड़े रोल करने से इनकार कर दिया। वह अपना ज्यादातर समय अपनी शादीशुदा जिंदगी को देना चाहती थीं। ऐसे में उन्होंने तलाश, सत्याग्रह, सिंघम रिटर्न, बजरंगी भाईजान जैसी फिल्मों में काम किया, जिनमें उनका कोई बड़ा रोल नहीं था। अपने पहले बेटे तैमूर को जन्म देने के बाद करीना फिल्मों से दूर हो गईं। हालांकि, सैफ के कहने पर करीना ने 2 साल बाद फिल्म “वीरे दी वेडिंग” से एक्टिंग में वापसी की।
2016 में जब करीना ने अपने पहले बेटे को जन्म दिया तो उन्होंने उसका नाम तैमूर रखा। तैमूर के जन्म के ठीक 8 घंटे बाद एक शख्स उनसे मिलने आया, जिसने उनके नाम पर सवाल उठाए. अस्पताल में भर्ती करीना इस बात से टूट गईं।
करीना ने एक इंटरव्यू में कहा था कि हमने अपने बेटे का नाम उसके मतलब के हिसाब से तैमूर रखा है, जिसका मतलब होता है लोहा। इससे क्या फर्क पड़ता है कि उस नाम के एक शासक ने वर्षों पहले क्या किया था? हमें जो नाम पसंद आएगा हम वही रखेंगे. इसके बाद जब करीना ने साल 2020 में अपने दूसरे बेटे को जन्म दिया तो उन्होंने उसका नाम जहांगीर रखा। इस पर विवाद भी हुआ था.
करीना कपूर की कुल नेट वर्थ 490 करोड़ रुपये से ज्यादा बताई जाती है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, करीना कपूर एक फिल्म के लिए 10 करोड़ रुपये तक चार्ज करती हैं। फिल्मों के अलावा करीना एक एड फिल्म के लिए कंपनियों से 2 से 3 करोड़ रूपए तक चार्ज करती है.