AB de Villiers Return Gift to India: आज मैं पहले ही कह देता हूँ कि अगर तुम्हारा दिल थोड़ा-सा भी कमजोर है तो इस आर्टिकल को पढ़ने से पहले सोच लेना कि इसे पढू या ना पढूं। क्योंकि आज की कहानी के लिए मैं ये नहीं कहूंगा कि आज की ये लेख आपको खुश कर देगी या दुखी कर देगी या फिर रुला देगी।
आज मैं बस ये कहूंगा जब तक ये आर्टिकल एंड होगी आप बहुत कुछ कहना जरूर चाहोगे। लेकिन तुम्हारा दिल इतना भारी हो चुका होगा कि जुबान बोलना चाहेगी तो बोल नहीं पाओगे, आँखे रोना चाहेंगी तो रो नहीं पाओगे। बस दिल अंदर ही अंदर ये कहता रह जाएगा कि क्या कहानी थी मजा आ गया.
वो विदेशी क्रिकेट प्लेयर (AB de Villiers) जिसे भारत से है प्यार
इस स्टोरी को शुरू करने से पहले मैं सीधे एक ही चीज कहूंगा कि अगर मैं भारत में हर किसी से उनका इंडिया के अलावा किसी और देश का सबसे favorite player पूछूं तो हर जुबां पे एक ही नाम आएगा एबी डी विलियर्स का, वजह सिंपल है कि वो बंदा ही अलग है! मतलब आप संसार की सारी ताकत लगा के भी उसे हेट करना चाहोगे तो भी वो आपको कुछ ना कुछ reason दे जाएगा कि आप उसी वक्त उसके फैन बन जाओगे।
भारत में भारत के बॉलर्स को AB de Villiers द्वारा चौका-छक्का मारने के बाद लोग तालियां क्यों बजाते थे
अगर गलती से भी ये आर्टिकल कोई बहुत ही young बंदा पढ़ रहा है जिसने डी विलियर्स को अपने प्राइम में खेलते हुए नहीं देखा है तो बस इतना समझ लो कि जब वो इंडिया में ही आ के इंडिया के ही बॉलर्स को भरे मैदान में चारों ओर चौके-छक्के जड़ रहा था तब भी तब भी वहां बैठा हर भारतीय दर्शक डी विलियर्स, डी विलियर्स के नारे लगा रहा था।
अब भी नहीं समझे तो ये समझ लो कि 2015 में ऐसा हुआ था कि दो विदेशी टीम के बीच चल रहे मैच को इंडिया में उतने ही ज्यादा लोगों ने देखा था. जितना वो इंडिया के मैच को देख रहे थे और वो मैच था 2015 वर्ल्ड कप में खेला गया साउथ अफ्रीका और न्यूजीलैंड के बीच सेमीफाइनल मैच और वो पहली बार था जब साउथ अफ्रीका के हारने पे हर भारतीय रो रहा था. वजह फिर से सिर्फ एक ही थी क्योंकि उस दिन भरे मैदान में पहली बार उनका हीरो डी विलियर्स रो रहा था.
AB de Villiers का साउथ अफ्रीका बोर्ड के साथ रिलेशन
देखिए इस बात को बहुत लोग नहीं समझ पाए डी विलियर्स के साउथ अफ्रीका बोर्ड के साथ रिलेशन हमेशा वैसे नहीं रहे जैसा डी विलियर्स चाहते थे. उन्होंने कई बार ये बात अलग-अलग पो पॉडकास्ट में भी indirectly बोल के mention करी कि कैसे अपने क्रिकेटर्स को respect देनी चाहिए। ये हमें इंडियन फैन से सीखना चाहिए क्योंकि डी विलियर्स को जो इज्जत भारत से मिली थी. वो खुद इस इज्जत को believe नहीं कर पाए थे. उन्हें यकीन नहीं हो रहा था कि यहाँ लोग सच में क्रिकेट और क्रिकेटर्स को अपना सब कुछ मान लेते हैं और इसी के चलते डिविलियर्स ने कुछ दिन पहले भारत के लिए जो किया वो सुन के जैसा मैंने शुरुआत में कहा था आप अपने दोनों घुटनों पे बैठ के डिविलियर्स के सामने नतमस्तक हो जाएंगे।
AB de Villiers द्वारा भारत में समाज सेवा
जैसा मैं बता रहा था कि de Villiers को जो इज्जत लोगों से मिल रही थी उनके लिए जनता की इस दीवानगी को believe करना मुश्किल हो रहा था और जब डी विलियर्स को ये इज्जत जनता से मिली तो उन्होंने भी बराबर ध्यान रखा कि इस जनता को भी वापस उनसे उतना ही प्यार मिले। इसलिए जब-जब वो भारत में खेले उन्होंने हर क्रिकेट फैन की मुरादों को वहाँ पूरा किया इवन एक बार एक इंडियन एयरपोर्ट पे, जब एक इंडियन फैन, एक बोर्ड पे ये लिख के खड़ा था कि AB मैं काफी दुखी हूँ मुझे प्लीज एक बार गले लगा लो तो डी विलियर्स खुद उनके पास गए और जा के उसे गले लगा के उसका दिन बना दिया और देखो भाई सिंपल सा लॉजिक है कि आपका खेल आपको बड़ा प्लेयर बना सकता है. लेकिन आपके खेल के साथ-साथ आपका जो करैक्टर होता है वो आपको बड़े प्लेयर से महान प्लेयर बना देता है और धीरे-धीरे महान प्लेयर से legend बना देता है और यही वजह है कि अच्छे प्लेयर तो बहुत रहे पर हर कोई महान नहीं बन पाया। हर कोई legend नहीं बन पाया।
जब AB de Villiers ने कहा दोबारा जन्म मिला तो मैं भारत में ही पैदा होना चाहूँगा
डी विलियर्स भारत और यहाँ के लोगों के इस कद्र तक दीवाने हो गए कि उन्होंने एक बार ये तक कह दिया कि मेरे क्रिकेट जीवन का ये सबसे बड़ा सौभाग्य है कि मैं पिछले 15 साल तक ऐसे देश में क्रिकेट खेल पाया जहाँ लोग क्रिकेट के लिए पागल है और अगर मुझे कभी दोबारा जन्म मिला तो मैं भारत में ही पैदा होना चाहूँगा। यहीं बड़ा होना चाहूँगा और यहाँ के कल्चर को जीना चाहूँगा। सोचिए जिस डिविलियर्स ने खुद की साउथ अफ्रीका टीम से अचानक रातों-रात एक ऐसे ही स्टेटमेंट देकर ये ऐलान कर दिया था कि वो अब के सारे format से retirement ले रहे हैं. उसी डी विलियर्स का जब आरसीबी से जाने का वक्त आया तो उसने पूरे official तरीके से अपने retirement को देश के सामने रखा और सच में सच में जितना दुखी शायद साउथ अफ्रीका उस दिन डी विलियर्स के इंटरनेशनल retirement से ना हुआ हो. उससे ज्यादा दुखी भारत इस announcement से था और डी विलियर्स के लिए भारत की कीमत क्या थी. इसका अंदाजा आप इससे ही लगा सकते हैं कि उन्होंने अपने जीवन का आखिरी मैच भी आईपीएल में खेला।
AB de Villiers ने अपने आखिरी मैच को भी भारत के लिए ही दर्ज कर दिया
आईपीएल से रिटायर हो के वो फिर कहीं भी नहीं खेले। आसान भाषा में कहूँ तो उन्होंने अपने क्रिकेट इतिहास में अपने आखिरी मैच को भी भारत के लिए ही दर्ज कर दिया। जब उन्होंने आईपीएल को भी हमेशा-हमेशा के लिए अलविदा कहा था तो उन्होंने एक चीज कही थी कि वो एक दिन इस प्यार का कर्ज ज़रूर चुकाएंगे जो प्यार भारत ने उनको दिया है। कुछ दिन पहले ही de Villiers ने कुछ ऐसा ही कर अपने कर्ज को सिर्फ चुकाया ही नहीं बल्कि सूद समेत लौटा दिया।
AB de Villiers का NGO Make a Difference के साथ एसोसिएशन
आप सोच रहे होंगे कि ऐसा क्या कर दिया डिविलियर्स ने तो सुनो भारत में Make a Difference नाम से एक बहुत ही प्रचलित एनजीओ चलती है. जो उन बच्चों को करियर में सफल होने में हेल्प करती है जो आर्थिक रूप से इतने सक्षम नहीं है और ये संस्था ऐसा ही कई सालों से कर रही थी और ये बात जब डी विलियर्स की नजरों में कुछ दिन पहले आई तो उन्होंने अपने उस प्रण को याद किया और इस संस्था से संपर्क करा डिविलियर्स ने. बिना कुछ सोचे ये ऐलान कर दिया कि वो इस संस्था से जुड़ यहाँ के बच्चों को शिक्षित कर भारत को और संपन्न देश बनाने में योगदान देंगे।
इतना ही नहीं बल्कि जब उन्हें ये पता चला कि यहाँ एनजीओ से ही जुड़ा एक स्टूडेंट आयान है जिसने जस्ट अपनी स्कूलिंग खत्म करी है और वो under nineteen level में क्रिकेट खेल के आगे इंडिया के लिए भी क्रिकेट खेलना चाहता है तो डी विलियर्स ने उस बच्चे की सुविधाओं से ले के खर्चे तक की पूरी जिम्मेदारी अपने सर पर ले ली और ये भी सुनिए कि डी विलियर्स ने अयान के साथ-साथ बैंगलोर में journalism कर रही 21 साल की अनीता के भी सारे ख़र्चों की सुविधा अपने सर पर ही ले ली और ये वादा भी किया कि ये दोनों अपने करियर में जब तक जो भी करना चाहते हैं उसकी जिम्मेदारी पूरी तरीके से इनकी रहेगी।
AB de Villiers जैसा महान व्यक्तित्व विश्व क्रिकेट में आना नामुमकिन है
आप खुद सोचिए कि कोई इतना कुछ क्यों करेगा चलो एक-दो चीज इंसान दिखावे के लिए बोल सकता है. एक-दो चीज इंसान दिखावे के लिए कर भी सकता है. पर डी विलियर्स की एक-एक नस भारत को अक्सर प्रणाम करने में लगी रहती है. मैं फिर से ये कहने पे मजबूर हूँ जो मैंने कुछ देर पहले कहा था कि सच में सच में बड़े player बहुत आएंगे लेकिन ऐसा महान व्यक्तित्व विश्व क्रिकेट में आना नामुमकिन है और शायद आज से कई साल बाद भी क्रिकेट रहे या ना रहे नहीं पता. ये प्लेयर रहे या ना रहे नहीं पता. एक बात इतिहास के पन्नों में हमेशा दर्ज रहेगी कि एक विदेशी प्लेयर था जो भारत को अपने देश की तरह प्यार करता था जिसे जितना इस देश से मिला उतना ही उसने इस देश को वापस किया और मेरी बात आप लिख लीजिए कि डी विलियर्स के काम अभी बंद हुए हैं.
आप देखना ये बंदा कुछ ना कुछ आगे भी करता रहेगा इस बार एक आईपीएल वो भारत में क्या नहीं रहे तो उन्होंने खुद आके ऐलान कर दिया था कि मैं खुद को रोक नहीं पा रहा हूँ इसलिए मैं अगली आईपीएल में जरूर लौटूंगा भले ही एक प्लेयर के रूप में नहीं। पर किसी ना किसी रूप में इससे जरूर जुड़ूंगा। अब जो भी ये लेख पढ़ रहा है. क्या आप चाहते हैं कि डिविलियर्स इस आईपीएल में वापस आएं तो कमेंट में जरूर बताइएगा।