Anji Khad Bridge: पिछले कुछ सालों में इंडिया ने अपने infrastructure और इंजीनियरिंग potential का लोहा पूरी दुनिया के सामने मनवाया है। ये हमारे इंजीनियर्स के परिश्रम और कोशिशों का ही नतीजा है कि आज इंडिया में कई ऐसे मॉडर्न infrastructure मौजूद है, जो इंजीनियरिंग terms में काफी टफ और complex है। कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल और अरुणाचल प्रदेश जैसे टफ terrain में भी एक से बढ़कर एक हमने कीर्तिमान स्थापित किए हैं।
Anji Khad Bridge:India’s First Cable Stayed Bridge
उधमपुर, श्रीनगर, बारामूला रेल लिंक यानी कि यूएसबीआरएल प्रोजेक्ट जो कि इंडियन subcontinent का एक challenging प्रोजेक्ट है। इसके हर एक सेक्शन को हमारे इंजीनियर्स बखूबी execute कर रहे हैं। असल में जम्मू से बारामुला तक कई steep mountains और earthquake prone sensitive area आते हैं। इस वजह से सेक्शन में 27 major bridges और 10 minor bridges बनाए गए हैं।
इसी सेक्शन में चिनाब ब्रिज भी है। जिसका काम last 14 अगस्त को complete हो गया था। रियासी डिस्ट्रिक्ट के कोरी area में चिनाब रिवर पर बना ये ब्रिज हमारी इंजीनियरिंग का एक नया नमूना है और ये world का highest
रेल bridge है. इसकी हाइट 359 मीटर है जो कि पेरिस के आइफिल टावर से भी करीब 30 मीटर ऊंचा है। जबकि कटरा बनिहाल रेलवे लिंक पर बनी टनल T49 इंडियन रेलवेज की सबसे बड़ी टनल है. इसकी length 12.75 किलोमीटर है।
वहीं हिमाचल प्रदेश में बना 9.02 किलोमीटर long अटल टनल जिसे last year World Book of Record की तरफ से officially world’s longest highway tunnel above 100000 feet recognize किया गया था। ये सारी
achievements इंडियन इंजीनियरिंग का ही कमाल है और अब इस सेगमेंट में एक और उपलब्धि जुड़ गई है.
अंजी खड ब्रिज जो है, इंडिया का first cable stayed bridge है जो रिकॉर्ड समय में बनकर तैयार हो गया है। अंजी खड़ ब्रिज जम्मू कश्मीर में चिनाब रिवर की tributary अंजी रिवर के ऊपर बनाया गया है। अंजी ब्रिज उधमपुर श्रीनगर बारामूला लाइन, यूएसबीआरएल का पार्ट है और इस प्रोजेक्ट को इंडियन subcontinent का one of the most difficult project माना जा रहा था।
Union Railway Minister अश्विनी वैष्णव ने 29 अप्रैल को, देश को ये खुशखबरी देते हुए बताया कि इंडिया का first cable stayed bridge – अंजी खड ब्रिज अब ready for use है। रेलवे मिनिस्टर ने ट्वीट कर इसके regarding information share की. जिसमें उन्होंने बताया कि 11 months में इंडिया का first cable stayed रेल ब्रिज बनकर तैयार हो गया है। इन cable stands की total length 653 किलोमीटर है। वहीं prime minister नरेंद्र मोदी ने इस ट्वीट को quote करते हुए, इस achievement को शानदार बताया।
दोस्तों अंजी खड ब्रिज इंजीनियरिंग का एक wonderful peace है। जम्मू कश्मीर में कटरा और रियासी district को connect करने वाला ये bridge इंडियन रेलवे का first cable base bridge है। ये bridge national project उधमपुर श्रीनगर बारामूला रेल लिंक यूएसबीआरएल प्रोजेक्ट का एक हिस्सा है जो हिमालयन mountains में situated है। इसी वजह से इसे बनाना हमारे इंजीनियर्स के लिए काफी challenging था।
इस bridge की length 725.5 मीटर है। जिसमें 473 मीटर bridge cables के सहारे है। इसमें सिर्फ एक ही पिलर है जिसकी total length 193 मीटर है। वहीं रिवर बेड से इसके टावर तक की हाइट 331 मीटर है। यानी चिनाब ब्रिज की ही तरह ये भी 330 मीटर ऊँचे आइफिल टावर से भी ऊंचा है। ब्रिज में total 96 केबल है। यानी हर lateral और central spans पर 48 cables को डिजाइन किया गया है।
इन cables का total weight 848.7 मीट्रिक टन है। मौजूदा वक्त में total 47 segments में से केबल के support वाले 44 segments launch किए गए हैं। बाकी के तीन segments को डिजाइन के according बिना stay cables के launch किया जाएगा। Anji Khad Bridge को specifically 15.7 mm diameter के साथ डिजाइन किया गया है। जबकि इसमें three layers of protection है. जो कि zinc coated wax field plus PU over the stands HDPE कवर है। केबल की length minimum 80 मीटर से maximum 295 मीटर है. जबकि stay cables 31, 37 या 43 stand से बने हैं।
Anji Khad Bridge एक तरफ 5 किलोमीटर long tunnel, कटरा एन्ड और दूसरी तरफ 3 किलोमीटर long tunnel, t3 Reasi end को connect करता है। यह cable bridge रियासी side में 183 मीटर और कटरा साइड में 290 long है। अंजी खड ब्रिज जम्मू से approximately 80 किलोमीटर दूर है। Reports के according पहले इस bridge को चिनाब की तरह, arch bridge की तरह बनाने का प्रस्ताव था। लेकिन बाद में उस plan को change करते हुए इसे cable basis bridge के तौर पर बनाने का फैसला लिया गया.
इस bridge को बनाते समय बेहद ही खास technique का use किया गया है। दरअसल ये ब्रिज हिमालया के young fold mountains में located है. इसमें सीजन की cysmic proneness के अलावा exceedingly complex, delicate और falls, fold and thrust के फॉर्म में fighting geological characteristics का कंटेन है। इसलिए इसे बनाने से पहले high speed winds, extreme temperature, earthquake prone area, hydrological effects जैसी बातों की thoroughly study की गई है.
जहाँ आईआईटी रुड़की और आईआईटी दिल्ली ने detailed site specific investigations conduct किए थे। Anji Khad Bridge को बनाते समय इस बात का ध्यान रखा गया है कि ये heavy storms और earthquake से निपट सके। इसलिए इसमें 96 cables का सपोर्ट दिया गया है। ये ब्रिज 213 किलोमीटर per hour की रफ्तार से आने वाली wind का मुकाबला करने में सक्षम है।
वहीं कुछ मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक रेलवेज का दावा है कि ये ब्रिज earthquake से लेकर 40 किलोग्राम तक explosive मटेरियल के explosion को बर्दाश्त करने में सक्षम है। अंजी खड ब्रिज पर एक single लाइन रेलवे ट्रैक और emergency situation के लिए 3.7 मीटर वाइड सर्विस रोड बनाया गया है. इस ट्रैक पर ट्रेंस 100 किलोमीटर per hour की स्पीड से run कर सकेंगी।
रेलवे officials के मुताबिक अंजी खड ब्रिज की conal लाइफ 120 years है और इस ब्रिज पर integrated monitoring system install की जाएगी। साथ ही जगह-जगह sensors भी install किए जाएंगे। 2017 और 2022 समेत कई deadlines मिस करने के बाद rupees 400 करोड़ से ज्यादा costing की इस project के तहत बने इंडिया के first cable stayed rail bridge का inauguration इसी month किया जा सकता है.
हालांकि जून 2022 से अप्रैल 2023 तक के 11 month के रिकॉर्ड टाइम पीरियड में ब्रिज के सभी 96 cables 26 of April 2023 को successfully install कर दिए गए जो कि एक बड़ा achievement है। यूएसबीआरएल प्रोजेक्ट को नॉर्दन रेलवे के सुपरविजन में कोनकन रेलवे और हिंदुस्तान construction कंपनी द्वारा complete किया जा रहा है.
दोस्तों 326 किलोमीटर long जम्मू बारामूला रेल लाइन श्रीनगर के through पास होने वाली रेल लिंक है। जो वाया रेलवेज कश्मीर और rest of the इंडिया के बीच crucial connected है। इसी सेक्शन पर बना अंजी खड ब्रिज इंडिया के लिए काफी important माना जा रहा है। ये रेल लिंक by ट्रेन कश्मीर को rest of इंडिया से connect करने में एक बड़ा achievement है।
इस ब्रिज और रेल लिंक बनने के बाद कश्मीर वैली में all weather रेल connectivity provide हो सकेगी। साथ ही उधमपुर श्रीनगर बारामुला रेल लिंक के शुरू हो जाने से जम्मू कश्मीर की सोशल economic डेवलपमेंट को बूस्ट मिलेगा। खासकर कश्मीर की economy में revolutionary change आएगा। साथ ही इससे कश्मीर से कन्याकुमारी तक एक नेटवर्क बिल्ट होगा। यूएसबीआरएल प्रोजेक्ट में चिनाब के बाद अंजी खड ब्रिज सेकंड मोस्ट इम्पोर्टेन्ट ब्रिज है। अंजी खड ब्रिज का लुक बांद्रा वर्ली सीलिंक की याद दिलाएगा। जो देश के फर्स्ट केबल stayed ब्रिजेस में से एक है।
दोस्तों अंजी खड Bridge इंडिया का एक modern इंजीनियरिंग मार्बल है। continuously इंडिया इसी तरह के कीर्तिमान स्थापित कर रहा है और gradually ये world tallest, longest and highest इमारतों का घर बनता जा रहा है। चाहे बात world के tallest statue गुजरात के statue of unity की हो, अहमदाबाद में situated world के largest cricket stadium, नरेंद्र मोदी स्टेडियम की हो या फिर world का highest steel bridge चिनाब हो. इन सभी ने अपनी architecture strength से दुनिया का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया है।
वहीं अब अंजी खड ब्रिज हमारी इंजीनियरिंग का एक नायाब नमूना बनकर तैयार है। जैसे कि इसको लेकर रेलवे की तरफ से ट्वीट भी किया गया है कि अंजी खड ब्रिज रिफ्लेक्शन of न्यू इंडियाज unwavering pursuit of reaching new हाइट्स है यानी नए भारत की नई ऊंचाइयों तक पहुंचने की लगातार खोज का एक प्रतिबिंब।
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