Bollywood Actor Narendra Nath Biography: हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में कपूर खानदान के नाम के साथ चाहे जितने भी विवाद जुड़े है. पर इस बात से कोई असहमत नहीं हो सकता कि उनकी वजह से सैकड़ों कलाकारों का नाम फिल्म जगत में रोशन हुआ है. फिल्म जगत के उन दो भाइयों को कौन भूल सकता है, Prem Nath और Rajendra Nath. दोनों ने अपने-अपने जमाने में दर्शकों के दिलों पर राज किया किया करते। पर उन दोनों के अलावा तीसरे भाई ने भी कुछ कम कारनामा नहीं किया। हालांकि उनकी पहचान से लोग अनजान होंगे। पर कुछ कट्टर सिनेमा प्रेमियों के कारण उनका नाम आज भी याद किया जाता है। जी हाँ, वो थे नरेंद्र नाथ।
अभिनेता नरेंद्र नाथ का बचपन और शुरूआती जीवन
नरेंद्र नाथ मल्होत्रा का जन्म 1935 के साल में मध्यप्रदेश के Jabalpur शहर में हुआ था. उनके पिताजी Kartarnath Malhotra सीधे रूप से Kapoor खानदान से जुड़े थे. अविभाजित भारत के समुद्री इलाके से Kapoor परिवार के वंशज निकले थे. खानदानी जमींदार और British शासन में बड़े-बड़े पदों पर Kapoor खानदान के लोग काम करते थे. कोई पुलिस डिपार्टमेंट में बड़ा अफसर था तो कोई तहसीलदार। बड़े-बड़े मकान, शान और शोहरत के साथ Kapoor परिवार के लोग जीते थे.
नरेंद्र नाथ का कपूर फैमिली से कनेक्शन
दर्शकों को लगता है कि मल्होत्रा भाइयों की बहन ने राज कपूर से शादी की थी. इसीलिए मल्होत्रा परिवार भी फिल्मों से जुड़ा। पर दोस्तों ये बात सौ फीसदी झूठ है। कपूर और मल्होत्रा एक दूसरे के रिश्तेदार थे। प्रेमनाथ, राजेंद्र नाथ और नरेंद्र नाथ के पिताजी पृथ्वीराज कपूर की माँ वैष्णो देवी के छोटे भाई थे। मतलब मल्होत्रा और कपूर परिवार बहुत पहले से एक-दूसरे से जुड़ा हुआ था। आसान शब्दों में कहूँ तो करतार नाथ मल्होत्रा रिश्ते में पृथ्वीराज कपूर के मामा लगते हैं. इसका सीधा मतलब ये निकलता है कि राज कपूर ने अपनी क्रॉस कजिन कृष्णा मल्होत्रा से शादी की थी. वहीं कृष्णा मल्होत्रा, करतार नाथ मल्होत्रा की बड़ी बेटी थी. करतार नाथ को कुल मिलाकर छह बच्चे थे. प्रेम नाथ, राजेंद्र नाथ, नरेंद्र नाथ, रवि नाथ, कृष्णा और उमा. एक बेटी कृष्णा ने राज कपूर से शादी की और दूसरी बेटी ने प्रसिद्ध खलनायक प्रेम चोपड़ा से शादी की.
नरेंद्र नाथ का बॉलीवुड में पदार्पण
जब पृथ्वीराज कपूर फिल्म जगत में settle हुए. तब प्रेमनाथ पृथ्वीराज कपूर से जुड़ गए. उनके पीछे-पीछे सभी भाई भी जबलपुर छोड़कर मुंबई आ गए। राजेंद्र नाथ और प्रेम नाथ फिल्म जगत के नामी कलाकार बन गए. उसके बाद नरेंद्र नाथ की entry हुई. हालांकि उन्हें भी हीरो बनना था पर प्रेमनाथ को छोड़कर किसी भी भाई को हीरो बनने का मौका मिला नहीं। नरेंद्र नाथ के लिए ये सबसे बड़ी समस्या थी. इसलिए उन्होंने assistant director बनने का फैसला लिया। 1966 की सुपरहिट फिल्म आम्रपाली नरेंद्र नाथ की पहली फिल्म थी. जिसमें उन्होंने बतौर असिस्टेंट डायरेक्टर काम किया और एक छोटा सा किरदार भी निभाया। इस फिल्म में भगवान बुद्ध के किरदार में जो कलाकार दिखते हैं वे खुद नरेंद्र नाथ हैं.
नरेंद्र नाथ का परिवार
अभी तक आपको यही लग रहा होगा कि प्रेमनाथ के सिर्फ दो भाई थे. पर असलियत में उन्हें रवि नाम का छोटा भाई भी था. जो आगे चलकर डिंपल कपाड़िया का सेक्रेटरी बना. 2022 की सबसे बड़ी फ्लॉप फिल्म शमशेरा फिल्म के डायरेक्टर करण मल्होत्रा रवि नाथ मल्होत्रा के बेटे हैं. आज के दौर में जो भी सुपरस्टार बना हुआ है वो एक दूसरे के रिश्तेदार लगते हैं. इसी वजह से नेपोटिस्म का मामला गरम है.
नरेंद्र नाथ के फिल्मी करियर में लेख टंडन का योगदान
नरेंद्र नाथ का करियर संवारने के पीछे निर्देशक लेख टंडन का बड़ा योगदान था. उन्होंने ही नरेंद्र नाथ को अपनी फिल्मों में असिस्टेंट डायरेक्टर बनाया. आम्रपाली के बाद उन्होंने प्रिंस नामक फिल्म शुरू की थी. उसमें भी उन्होंने नरेंद्र नाथ को बतौर असिस्टेंट डायरेक्टर रखा. लेख टंडन भी खुद पृथ्वीराज कपूर से सीख कर आए थे. आप अंदाजा लगा सकते हो कि पृथ्वीराज कपूर के कारण कितने सारे लोगों को फायदा हुआ था.
जैसे कि हमने पहले बताया प्रेमनाथ के सभी भाइयों को नायक बनना था. पर प्रेमनाथ के अलावा किसी भी भाई को नायक के रूप में मौका मिला नहीं। राजेंद्र नाथ को छोड़ दिया जाए तो नरेंद्र और प्रेमनाथ बहुत कामयाब खलनायक कहलाए। 70 के दशक के बाद खलनायक नरेंद्र नाथ ने बहुत बड़ी संख्या में सुपरहिट फिल्में दी. 1970 से शुरू हुआ उनका सफर अगले बीस साल तक चलता रहा. 1974 की “खोटे सिक्के” फिल्म नरेंद्र नाथ की सबसे बड़ी हिट फिल्म थी.
25 साल के करियर में उन्होंने सौ से भी अधिक फिल्मों में खलनायक का काम किया और यही उनकी सबसे बड़ी उपलब्धि थी. फिल्म जगत में अक्सर कहा जाता है कि राजेंद्र नाथ को लोगों ने भुलाया था। आखिरी समय में उनकी हालत बहुत कमजोर हो चुकी थी. पर असलियत ये है कि वे नरेंद्र नाथ थे जिन्हें लोगों ने पूरी तरह से भुलाया। राजेंद्र नाथ के बच्चों को करण जौहर का साथ मिला। पर नरेंद्र नाथ के साथ क्या हुआ कि ये आज भी एक रहस्य है. किसी का कहना है कि नरेंद्र नाथ आजीवन कुंवारे रहे. पर हमारे हिसाब से उनकी शादी हुई थी।
नरेंद्र नाथ की तुलना अभिनेत्री साधना से होनी चाहिए। ये दोनों कलाकार कपूर खानदान से जुड़े थे. पर आखरी समय में साधना को खुद का घर भी नसीब नहीं हुआ. ठीक उसी प्रकार की हालत नरेंद्र नाथ की हुई. प्रेम नाथ की मृत्यु के बाद राजेंद्र और नरेंद्र अकेले पड़ गए. राजेंद्र नाथ कर्ज में डूब गए. पर उन्हें नरेंद्र नाथ ने आसरा दिया।
1998 में नरेंद्र नाथ अपने जन्म स्थान जबलपुर घूमने गए. वहाँ उनका accident हुआ और गंभीर रूप से चोटिल हुए. इस घटना के कारण उनका चलना घूमना भी मुश्किल हो गया. इस एक्सीडेंट के पहले उसी साल उनकी आखिरी फिल्म खौफनाक महल रिलीज हुई थी. दुर्भाग्यवश कुछ महीने बाद जबलपुर में ही उनकी मृत्यु भी हो गई. नरेंद्र नाथ के मृत्यु के बाद राजेंद्र नाथ पूरी तरह से बेसहारा हो गए और 2008 में उनकी भी मृत्यु हो गई.