बिहार के बेहतरीन और खूबसूरत पांच हिल स्टेशन जहाँ पर आप बेझिझक घूमने जा सकते हैं, Top Five Hill Station of Bihar

Top Five Hill Station of Bihar 

Top Five Hill Station of Bihar: बिहार के बेहतरीन और खूबसूरत पांच हिल स्टेशन जहाँ पर आप बेझिझक घूमने जा सकते हैं, बिहार राज्य न केवल एक अच्छी खासी जनसंख्या वाला राज्य है साथ ही साथ शांत और खूबसूरत जगहों और पहाड़ों से भी घिरा हुआ है।

इस लेख के माध्यम से हम आपको बिहार के उन हिल स्टेशनों के बारे में बताने वाले हैं, जिनके बारे में आपने शायद पहले कभी नहीं सूना होगा और जैसे ही आपको पूरी जानकारी मिलेगा आप अपना बैग पैक करना शुरू कर देंगे।

Best Hill Station of Bihar

पुराने समय में बिहार राज्य को सत्ता, विद्या और संस्कृति की धुरी माना जाता था और यहाँ पर लोग विदेशों से भी अध्ययन के लिए आते थे. भारत का पहला साम्राज्य, मौर्य साम्राज्य, बिहार के मगध के क्षेत्र में स्थापित हुआ था. मौर्य साम्रज्य में बौद्ध धर्म का पालन किया जाता था। आइये अब जानते है बिहार के अनजान और खूबसूरत हिल स्टेशन के बारे में:

1. ब्रह्मजुनी हिल (Brahmajuni Hill): 

बिहार का ब्रह्मजुनी हिल ऐतिहासिक मंदिरों से घिरी पहाड़ी जगह है. यह हिल स्टेशन आपको हरे-भरे घास के मैदानों और विष्णुपद मंदिर के खूबसूरत नजारों को दिखाने में कोई कमी नहीं छोड़ता है। बिहार राज्य के गया जिले में स्थित ब्रह्मजुनी पहाड़ी प्रसिद्ध विष्णुपद मंदिर से 1 किमी दक्षिण-पश्चिम में है। ब्रह्मजुनी पहाड़ियों पर आप कुछ ऐतिहासिक गुफाओं को भी एक्स्प्लोर कर सकते हैं. इन गुफाओं के पत्थर की दीवारों पर उकेरी गई आकर्षक नक्काशियां वाकई में देखने लायक होता हैं। ये वही जगह है, जहां बुद्ध ने 1000 पुजारियों को अपने अग्नि उदेश प्रदान किये थे। इतिहास बताता है की विष्णुपद मंदिर भगवान विष्णु के पैरों के निशान पर बनाया गया है. इसलिए इसे बिहार में एक शीर्ष पर्यटन स्थल का दर्जा प्राप्त है।

2. रामशिला हिल (Ramshila Hill):

बिहार के गया में विष्णुपद मंदिरों से 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है रामशिला हिल्स। यह हिल स्टेशन गया शहर के सबसे प्रसिद्ध पहाड़ियों के रूप में प्रसिद्ध है। इस पहाड़ी के ऊपर एक प्राचीन मंदिर स्थित है. इस पौराणिक मंदिर को 1014 ईस्वी में बनाया गया था। बाद में इस मंदिर में कई पुनर्निर्माण का काम भी हुआ है जिससे यह मंदिर और भी भव्य दीखता है।

मंदिर के सामने बना एक मंडप एक ऐसा स्थान है जहां भक्त लोग पितृपक्ष के समय पितरों को पिंड चढ़ाया करते हैं। इस पहाड़ी के ऊपर, रामेश्वर मंदिर विराजमान है जहाँ भगवान राम ने पहाड़ी पर अपने पूर्वजों के लिए “पिंड” चढ़ाया था। पुरे भारत से हिंदू भक्त पितृपक्ष के समय रामशिला पहाड़ी पर आते हैं, यहां वे अपने पूर्वजों को पिंड चढ़ाने आया करते हैं।

3. प्रेतशिला हिल (Pretshila Hill):

प्रेतशिला हिल स्टेशन, रामशिला पहाड़ी से 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. इस हिल स्टेशन पर आप सुंदर ब्रह्म कुंड और गया शहर का बेहतरीन नजारा देख सकते हैं। इस प्रसिद्ध और पुरानी पहाड़ी पर अहिल्या बाई का एक ऐतिहासिक मंदिर भी मौजूद है. यह मंदिर शानदार स्थापत्य शैली में निर्मित है। पुरे भारत भर से तीर्थयात्री ब्रह्म कुंड में डुबकी लगाने और पिंडदान करने के लिए आते हैं और इसी काम के लिए गया सबसे जायदा फेमस है। इस पहाड़ी से आप हरे भरे घास के मैदान और गया शहर का अद्भुत नजारा का भी लुत्फ़ उठा सकते हैं.

4. प्रागबोधि (Prag Bodhi):

प्राग बोधि बोधगया से थोड़ी ही दुरी पर स्तिथ है. प्राग बोधी बौद्ध धर्म के लिए एक पवित्र स्थान है. इस पवित्र स्थान को धुंगेश्वर के नाम से भी जाना जाता है। बोधगया के पास किरियामा गांव के पास स्थित, प्राग बोधी बिहार में सबसे अधिक देखी जाने वाली जगह बन गयी है।

इतिहास की माने तो यह एक ऐसा स्थान है जहां भगवान बुद्ध ज्ञान प्राप्त करने से पहले यहां पर रुके थे और तब इसे पवित्र माना जाने लगा है। इस जगह पर आप पहाड़ी के ऊपर कई सारे ऐतिहासिक प्राचीन स्तूप को भी देख सकते हैं। बिहार का प्रसिद्ध गया शहर, प्राग बोधी से देखने पर बेहद ही खूबसूरत दीखता है।

5. गुरपा पीक (Gurpa Peak):

गुरपा पीक गया शहर से 34 किलोमीटर दूर स्थित है. गुरपा चोटी, गुरपा नाम के एक गांव में स्थित है. इसे एक पवित्र पर्वत शिखर माना जाता है। ये जगह ध्यान करने के लिए भी बेस्ट माना गया है। इस पीक पर हिंदू और बौद्ध धर्म के अवशेषों के साथ आप कुछ ऐतिहासिक मंदिर को देख सकते हैं।

ऐसा कहा जाता है कि भगवान बुद्ध के उत्तराधिकारी महा कश्यप ने इसी पहाड़ी पर ध्यान लगाया था इसलिए इसे धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व का माना गया है। ऐसा माना जाता है कि महा कश्यप अभी भी भगवान बुद्ध के आने की प्रतीक्षा कर रहे हैं इसी स्थान पर। बिहार में मौजूद यह स्थान अब एक प्रसिद्ध तीर्थ स्थल के रूप में विकसित हो गया है. जहाँ आप जाकर आध्यात्मिक माहौल में ध्यान कर सकते हैं और अपने आप को दूसरे दुनिया में महसूस करा सकते हैं.

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