सिंधु घाटी सभ्यता की अनसुनी और अनसुलझी कहानी कब सुलझेगी, The Untold Mystery of Indus Valley Civilization

Indus Valley Civilisation

Untold Mystery of Indus Valley Civilization: साल 1827 की बात है James Louis नाम का एक ब्रिटिशर्स British East India Company में भर्ती हुए. यह soldier एक दिन अपनी company के कारनामों से तंग होकर, छुपकर चुपके से army छोड़कर भाग जाते हैं. Under Cover रहने के लिए ये अपना नाम तक बदल डालते हैं और वो करने निकल पड़ते हैं जो इनका असली passion था, ट्रेवल. 2 साल तक Indian subcontinent में travel करने के बाद साल 1829 में ये Punjab के region में पहुंचते हैं.

Unsolved Mystery of  Indus Valley Civilisation

यहाँ पर एक अंजान प्राचीन शहर के खंडहर तक पहुंचे। इन्हें कोई idea तक नहीं था कि ये Ruins कितने पुराने है, किसके है. लेकिन क्योंकि इन्हें history का बड़ा शौक था. इसलिए ये यहाँ पर document करने लग जाते है कि इन्हें क्या दिखा था. notes लिखते है, drawings बनाते है. James Lois के द्वारा बनाई गयी ये drawings आप यहाँ पर तस्वीर में देख सकते है.

James Louis इस बात से बेखबर थे कि उन्होंने actually में Harappan Civilisation का एक प्राचीन शहर खोज निकाला था.

जब पहली बार भारत में इस सभ्यता को जानने की कोशीश शुरू हुई

इसके करीब 100 साल बाद 1920s में दुनिया को और जानकारी पता चली इस ancient civilisation के बारे में. John Marshall को ASI का director appoint किया गया और Indian archaeologist की मदद से उन्होंने Harappa के इन खंडहरों को survey किया. पता चला कि actually में 5000 साल से ज्यादा पुराने है. इसी बीच Indus नदी के किनारे एक और historical site की खोज हुई जहाँ पर ढेरों इंसानों की हड्डियाँ पायी गयी और इस जगह को नाम दिया गया Mohenjo Daro यानी The Mount of the dead. धीरे-धीरे और खुदाई करी गयी तो और ऐसे ही बहुत से खंडहर मिले और historical sites मिली। यहाँ पर पता चला कि इन जगहों में दफन हुआ एक ऐसी civilization का सबूत है जिसके बारे में कोई कुछ नहीं जानता था और क्योंकि ये खंडहर Indus नदी के किनारे पाए गए, Civilisation को नाम दिया गया Indus Valley Civilisation (सिंधु घाटी की सभ्यता).

हड़प्पा के बारे में अभी भी है कई रहस्य

आज साल 2022 में हम बहुत सी बातें जानते है, civilisation के बारे में. school की किताबों में पढ़ाया भी जाता है. लेकिन दो चीजें अभी भी एक बहुत बड़ा रहस्य है. पहला harrapan लोगों की भाषा, जिस language में लिखते थे क्या मतलब है इन शब्दों का? कैसे इस writing को समझा जा सकता है? और दूसरा इस महान civilization का अंत कैसे हुआ? क्या हुआ इन लोगों के साथ? आइए जानने की कोशिश करते हैं, मानव इतिहास से जुड़े हुए आर्टिकल में।

सिंधु घाटी की सभ्यता कहाँ से कहाँ तक थी

Indus Valley Civilisation दोस्तों एक bronze age की civilization थी. जो आज के दिन के Pakistan, Afghanistan और North Western India में  located थी. total में अभी तक हमें 1400 से ज्यादा sites मिल चुकी है। इनमें से 900 इंडिया में मौजूद है। Indus Valley के बराबर उस जमाने में बहुत कम civilizations थी जो इतनी पुरानी थी. गिन के 3-4 थी। Egyptian, Mesopotamian और Chinese. इन चारों में से Chinese सबसे recent थी तो सबसे पुरानी civilizations में Indus Valley, Egyptian और Mesopotamia को ही गिना जाता है। commonly माना जाता है कि Mesopotamia Oldest Civilisation है इंसानों की. लेकिन साल 2016 में IIT और ASI ने study करी थी और archaeological dating techniques का इस्तेमाल किया था. जिसके बाद उन्होंने कहा कि actually में Indus Valley 8000 साल पुरानी हो सकती है.

ऐसा evidence पाया गया है कि farming settlement जो पहले करी गयी थी वो 7000 BC में करी गयी थी. आज के दिन की Haryana state में ये पाया गया है. उस समय में ज्यादा शहरों की development नहीं हुई थी. बस agriculture tools पाए गए थे. pottery होती हुई देखी गयी थी तो 7000 BC से 5500 BC तक का जो समय है इसे pre harappan phase बुलाया जाता है.

हड़प्पा काल में शहरीकरण

Archeologist का कहना है कि urbanization की शुरुआत सिर्फ 5500 BC के बाद से हुई थी. जब public buildings बनाई गई और trade routes बनाए गए. 2600 BC तक इनकी सभ्यता इतनी advance हो चुकी थी कि इनके शहरों में multi storeyed  घर बने हुए थे ईटों के. जिन ईंटों का इस्तेमाल करके घर बनाते थे उनकी standardized measurement होती थी. एक ही साइज की ईंटें होती थी. हर घर के अंदर toilet होता था, नहाने की जगह होती थी. drainage system होता था जहाँ से ड्रेन बाहर निकल सके. सड़कों पर ढंग की नालियां होती थी. पैदल चलने waale साइड में पेड़ लगाए जाते थे। public कुएं होते थे जहाँ से हर कोई पानी पी सके। dustbins बनाए जाते थे जहाँ पर लोग कूड़ा फेंक सके। urban planning के मामले में इनके शहर शायद आज के किसी भी इंडियन शहर से बेहतर होते थे। लेकिन फिर भी हम इनके बारे में और गहराई से समझ नहीं सकते क्योंकि हम इनकी language नहीं जानते।

अब तक क्यों नहीं पढ़ पाए हैं हड़प्पा की शिला लेखों को

देखिए ऐसे चार हजार से ज्यादा artifacts पाए गए हैं। stone slabs, tablets, copper plates जिन पे इनकी भाषा लिखी हुई है। कोई हड़प्पा में पाया गया तो कोई Mohenjo Daro में तो कोई और historical site पर. इस पर लिखी गई inscriptions को हम indus script कहते हैं। 1920 से लेकर आज तक 100 से ज्यादा attempt किए जा चुके हैं इनकी भाषा समझने के लेकिन अभी तक हम नहीं समझ पाए कि इन symbols का मतलब क्या है?

अब क्योंकि इतने सारे attempts किए गए हैं इस indus script को समझने के और इतने सारे inscriptions हमारे पास available हैं तो कुछ चीजें तो जरूर हैं जो हम shure shot कह सकते हैं।

पहला जब ये लोग अपनी भाषा को लिखते थे तो ये left to right लिखने की जगह right to left लिखते थे। हम जैसे हिंदी और English लिखते हैं तो left से लिखना शुरू करते हैं। लेकिन अरेबिक जैसी भाषाएं राईट to लेफ्ट लिखी जाती है। ये indus script भी राइट to लेफ्ट लिखी जाती है. ये हमें कैसे पता चला? अगर आप इस stone slap की image देखोगे लेफ्ट में आप symbols देख रहे हो और थोड़े और cramped हो गए हैं। ये चीज आपने स्कूल में भी देखी होगी कि जब आप लिखने चलते हो और देखते हो कि पेज में ज्यादा जगह नहीं बची तो छोटा-छोटा करके लिखने लग जाते हो। शब्दों को और पिचका-पिचका कर लिखने लग जाते हो। यही चीज हमने इस inscription पे देखी। जिसने भी ये indus  script लिखी थी उनके साथ भी same चीज हुई. left side पर हुई तो इसलिए हम conclude कर सकते हैं कि ये भाषा right to left लिखी जाती है।

दूसरा ये देखा गया कि जहाँ-जहाँ ये writing पाई गई है। हमेशा ऊपर कुछ indus script में text लिखा जाता था और लिखने के नीचे कोई एक बड़ा symbol बनाया जाता था किसी जानवर का. ये जानवर Rhinos हो सकता था, हाथी हो सकता था, tiger हो सकता था, bull हो सकता था। लेकिन सबसे commonly दिखने वाला जानवर जो इन stones slabs में पाया गया वो actually में एक unicorn जैसा creature था। जो शायद reality में exist भी नहीं करता। लेकिन सवाल यहाँ पर ये है कि क्या reason हो सकता है कि इन्होंने लिखा कुछ और उसके नीचे हमेशा एक बड़ा सा जानवर बनाया।

तीसरी चीज ऊपर की फोटो देखकर आपको लग रहा होगा कि जहाँ पर हमें ये writing पाई गई है ये बड़ी-बड़ी stone के पत्थर होंगे लेकिन actually में ये बहुत ही छोटे से ढाई से पांच square centimeter के stone के ये seals हैं। तो कोई इतनी बड़ी जगह नहीं है जहाँ पर ये text लिखा गया है।

चौथी चीज historians ने क्या किया कि जितने भी signs और symbols इन्हें indus script में दिखे उन सबको collect कर लिया और total में देखा गया कि चार सौ signs हैं इनकी script में। अब इंग्लिश language में छब्बीस alphabets होते हैं लेकिन इनकी indus script में 400 से ज्यादा signs हैं। कुछ symbols ये stick figures जैसे लगते हैं। कुछ मछलियाँ दिखती हैं. कभी turtles, कभी crabs, कभी insects, कभी चिड़िया। लेकिन क्योंकि इतने ज्यादा नंबर of symbols हैं, script में तो historians का कहना है कि ये indus script actually में एक logosyllabic script थी। logosyllabic का मतलब है कि यहाँ पर symbols का इस्तेमाल किया गया है. एक शब्द और एक sound को express करने के लिए.

example से समझाता हूँ जो Egyptian Hieroglyphs है जो Egypt symbols आपने देखे होंगे। ये Egyptian  Civilisation के time के है. interesting बात ये है दोस्तों कि historians actually में इस भाषा को समझ चुके है तो unlike the indus script historians आज के दिन जानते है कि egyptian भाषा में exactly किस symbol का क्या मतलब है और ये भाषा भी कुछ ऐसी ही है कि एक symbol जो है वो एक sound को represent करता है. for example ये जो vulture का symbol है ये “aa” sound को represent करता है। ये जो पैर का symbol है ये “b” साउंड को represent करता है। similarly सारे sounds की आपको translation यहाँ पर मिल जाएगी और इसको देखकर आप अपने नाम को Egyptian Hieroglyphs में भी लिख सकते हो। जैसे कि अगर मैं ध्रुव लिखना चाहूँ तो मेरा नाम Egypt, Hieroglyphsमें कुछ ऐसा दिखेगा। D के लिए पहले एक हाथ फिर एक vick और so on.

है ना काफी interesting चीज अब बात ये है दोस्तों कि Egypt भाषा हम इसलिए समझ पाए क्योंकि आज से करीब 200 साल पहले archaeologist ने खुदाई करी और उन्हें एक बड़ा पत्थर मिला। एक ऐसा पत्थर जिस पर Egyptian Hieroglyphs में कुछ लिखा हुआ था और उस पत्थर पर नीचे same चीज ancient ग्रीक भाषा में लिखी हुई थी और ग्रीक हम already बोलना जानते थे तो एक तरीके से पत्थर गूगल ट्रांसलेट की तरह हो गया. एक बड़ा प्राचीन गूगल ट्रांसलेट एक भाषा जो हम जानते थे और एक भाषा जो हम नहीं जानते थे वो इसके जरिए सीख पाए। इस पत्थर को वैसे रोजेटा स्टोन करके पुकारा जाता है और बाद में जाकर archaeologist को ऐसे कई और पत्थर मिले, स्क्रिप्ट्स मिली जहाँ पर दो भाषाएं एक जगह पर लिख रखी है.

अब प्रॉब्लम ये है दोस्तों कि indus script के लिए ऐसा कोई भी पत्थर या rosetta stone नहीं मिला है। तो हमारे पास कोई base ही नहीं है किसी और भाषा से compare करने के लिए जिससे कि हम सीख पाए। खुद से imagine करना कि इन शब्दों का इन symbols का मतलब क्या है? ये बहुत ही मुश्किल काम है। खुद ही सोच कर देखो, अगर आपको मैं कहूँ यहाँ पर चाइनीस लिख दूँ और आपको कहूँ, मान लो चाइनीज का कोई translation आपके पास available नहीं है। आप जानते भी नहीं कि चाइनीज जैसी कोई भाषा होती है और चाइनीज के इस symbols को आपको translate करने को कहूँ। क्या आप कर पाएंगे इन्हें translate?

Next to impossible है लेकिन फिर भी कुछ patterns हैं जो historians ने discover किए इस indus भाषा में। इंग्लिश language में? अगर मैं आपसे कहूँ आप मुझे एक ऐसा word बताओ जो डब्ल्यू से शुरू होता हो। आप कहोगे weather, wire, watermelon, water बहुत सारे words हैं जो डब्लू से शुरू होते हैं। लेकिन अगर मैं आपसे कहूँ दोस्तों, मुझे एक ऐसा word बताओ, इंग्लिश language में जो डब्ल्यू, जेड से शुरू होता हो। कोई शब्द आ रहा है आपके दिमाग या फिर कोई ऐसा word बताओ जो डब्ल्यू क्यू से शुरू होता हो? नहीं सोच सकते क्योंकि ऐसा कोई word ही exist नहीं करता इंग्लिश language में. क्योंकि हर language में कुछ patterns होते हैं।

इंग्लिश language में 26 alphabets हैं। उन्हें certain combinations में use किया जाता है, कुछ patterns के साथ। इसका मतलब ये है कि इंग्लिश में आपको डब्ल्यू, आई, डब्ल्यू एच से शुरू होने वाले बहुत से word मिल जाएंगे। लेकिन डब्ल्यू, जे ड, डब्ल्यू, क्यू से शुरू होने वाला कोई word नहीं मिलेगा। similarly indus script में भी कुछ symbols है जो कुछ और symbols के बाद आते हैं हमेशा। जैसे कि जब भी ये diamond shape का इस्तेमाल किया जाता है, इसके बाद हमेशा एक सिंबल आता है जिसमें दो parallel लाइनें लगी होंगी। लेकिन कभी भी इसके बाद ये stick figure वाला symbol नहीं आता। सबसे ज्यादा use किया जाने वाला symbol है ये jar shaved symbol जो है और interestingly ये देखा गया है कि ये symbol हमेशा Indus की भाषा में हमेशा text के end में इस्तेमाल किया जा रहा है। तो हो सकता है ये इनका कोई full stop हो या पूर्ण विराम हो।

एक खास discovery अब ये हुई दोस्तों कि mesopotamia में भी Indus की script पाई गई कुछ पत्थरों पर लिखी हुई। Mesopotamia की जो हिस्टोरिकल sites हैं वो आज के दिन के इराक और ईरान के areas में है. हम ये जानते हैं कि वहाँ पर कोई और भाषा बोली जाती थी. लेकिन वहाँ पर भी अगर हमें Indus की script देखने को मिल रही है पत्थरों पर. इसका मतलब ये है पहली चीज तो कि इन दोनों ancient civilizations के बीच में trading चलती थी लोग इधर-उधर आते-जाते रहते थे। दूसरी चीज ये है कि हम जानते हैं इन दोनों जगहों पर अलग-अलग भाषाएँ बोली जाती थी क्योंकि अलग-अलग scripts लिखी हुई पाई गई। लेकिन तीसरी और सबसे interesting चीज ये है कि जो indus script mesopotamia में पाई गई जो pattern indust script में देखा था कि ये jar वाला symbol end में आता है हमेशा। लेकिन mesopotamia में जो मिला वहाँ पर देखा कि ये jar वाला symbol दो बार लगा रखा है एक के बाद एक. लेकिन किसी भी Indus Valley की site पे इस symbol को दो बार नहीं इस्तेमाल किया गया.

क्या mystery है, ये क्या reason  हो सकता है इसके पीछे। historians का कहना है इसके पीछे reason है कि actually में Mesopotamia में रहने वाले लोग indus script का इस्तेमाल कर रहे थे अपनी भाषा को लिखने के लिए. थोड़ा confusing लग रहा है ये सब समझना तो एक और example से समझाता हूँ. हम हिंदी को लिखते हैं देवनागरी script में ये जो क ख ग घ वाली script है. इंग्लिश को हम लिखते हैं latin script में ये एबीसीडी जो होता है इसे हम latin script कहते हैं. क्योंकि जर्मन फ्रेंच जैसी भाषाएं भी latin script में लिखी जाती है. एबीसीडी करके लिखा जाता है जर्मन फ्रेंच को भी तो बोलने की भाषा अलग है, लिखने की स्क्रिप्ट अलग चीज है.

अक्सर दोनों के बीच में pair बना रहता है यहाँ पर. लेकिन क्या आप imagine कर सकते हो हिंदी भाषा को latin script में लिखना कोई इतना imagine करने की जरूरत नहीं है. क्योंकि आज के दिन हर कोई करता है क्या कर रहे हो हम इस हिंदी फ्रेज को इंग्लिश की लैटिन स्क्रिप्ट में लिखेंगे तो क्या को हम के वाई ए करके लिखेंगे। अगर हम ऐसा कर रहे हैं तो इसका मतलब है कि हम हिंदी भाषा को लैटिन स्क्रिप्ट में लिखने लग रहे हैं. लेकिन language वही है। तो historians का मानना है कि same चीज actually mesopotamians ने करी indus script को लेकर उन्होंने अपनी भाषा indus  script में लिखी तभी कुछ ऐसे patterns देखने को मिले जो indus script में नहीं दिखते।

अगर आप हिंदी फ्रेज आराम कर रहा हूँ को latin script में लिखना चाहोगे तो आराम शब्द को आप दो ए लगाकर लिखो। ए आर ए एम तो शुरू में आपने दो ए के letters लगा दिए. लेकिन इंग्लिश में कभी ऐसा होता नहीं है। इंग्लिश में कोई भी ऐसा वर्ड नहीं है जो दो डबल ए से शुरू होता हो। समझ रहे हो ना इसका मतलब ये हुआ कि हमने pattern change कर दिया है लिखित भाषा का.

अच्छा language से हटकर अगर Indus Valley के शहरों की बात करें तो वहां पर भी एक बड़ा interesting pattern दिखता है। जितने भी शहर पाए गए हैं Indus Valley Civilisation के उन सब में similar pattern देखने को मिल रहा है। हर शहर के दो बड़े हिस्से हैं। पहला है एक lower mount जो बनाया गया है जिसके चारों तरफ एक बाउंड्री वॉल है और दूसरा है इस एरिया के अंदर बना हुआ एक किला जो थोड़ा ऊपर उठकर बना है हायर माउंट। पर ये किला usually वेस्ट साइड पर होता था हर शहर के. इसकी अपनी दीवारें थी और नीचे वाले एरिया की अपनी दीवारें थी. इस किले में सारी important public spaces होती थी शहर की जैसे कि marketplace हो गया, workshops हो गई या फिर किसी से मिलना हो, यहाँ पर होता था और जो दो लेयर थी दीवारों की, दीवारें लगाने के पीछे purpose था wild animals को दूर रखना और इसके अलावा floods होने से बचाना।

नदी का पानी ज्यादा हो जाए तो शहर में floods ना आए। क्योंकि उस समय इंसानों से कोई इतना बड़ा खतरा था नहीं इतने इंसान ही नहीं थे दुनिया में उस time पर तो माना जाता है कि इस civilization की कोई natural enemies नहीं थी तो chances यही है कि कभी कोई invasion नहीं हुआ कहीं और से इस शहर के structure को मोहिंजो दारो फिल्म में काफी अच्छे से describe करने की कोशिश करी गई है। जो ऋतिक रोशन की फिल्म आई थी इस पर मुझे लगता है काफी अच्छे तरीके से historically accurate तरीके से उन्होंने एक शहर को बना रखा है।

वैसे मोहिंजो दारो शहर में जो सबसे iconic attraction पाई गई है the great bath, एक बहुत बड़ा swimming pool होता था। multi storeyed बाथ थी ये 900 स्क्वायर फीट की 2.4 meters deep थी. इसे जली हुई ईंटों से बनाया गया था और waterproof किया गया था. natural तार का इस्तेमाल करके इसमें एक drainage hole भी पाया गया और साथ में एक कुआँ भी पाया गया. जिससे ये पता चलता है कि हमेशा इस swimming pool में फ्रेश water इस्तेमाल किया जाता था। और क्योंकि बाकी शहरों में देखा गया है कि साफ-सफाई कितनी होती थी, drainage systems कितने अच्छे होते थे। इसलिए माना जाता है कि मोहेंजो दारो शायद से Indus Valley Civilisation का capital शहर था।

एक बहुत बड़ा difference यहाँ पर Mesopotamia और Egyptian Civilisation से Indus Valley Civilisation में है. अभी तक कोई भी बड़ा मंदिर, मस्जिद या कोई भी religious site नहीं पाई गई है। ना ही कोई बड़ा महल मिला या कोई royal tomb मिला। इसका मतलब है अभी तक कोई भी evidence नहीं मिला कि civilization में कोई monark हुआ करता था। कोई priest हुआ करता था. पंडित, पुजारी, कोई आर्मी, कोई warfare कोई, कोई इस चीज का evidence नहीं है। और ये बड़ी हैरान कर देने वाली बात है, historians के लिए क्योंकि बाकी bronges ages civilizations में religion बहुत ही common चीज थी.

ऐसा लगता है मानो Harappan Civilisation में लोग बड़े advance थे. खुशी से peacefully रहते थे बिना किसी बड़ी सोशल hierarchy के. लेकिन ये चीज actually में चर्चा का विषय है. historians एक दूसरे से disagree करते हैं.

Indus Valley Civilisation कब खत्म हुआ

और अब आते हैं हम एक और सबसे बड़ी unsolved mystery पर Indus Valley Civilisation actually में खत्म कैसे हुए. archaeological records हमें बताते हैं कि 1900 BC और 1300 BC के बीच में अचानक से rapid decline देखने को मिला इस civilization में. इस समय के बाद से शहरों की planning बिल्कुल खत्म हो गई। सड़कों पर sewers और drainage को maintain नहीं किया जा रहा। वो जो ग्रेट बाथ था, उसमें कूड़ा भरने लग चुका था। मेसो पोटामिया से trade links टूट चुके थे। 1800 bc तक ज्यादातर शहरों को खाली कर दिया गया था।

लोग ना तो same Writing system का इस्तेमाल करते थे ना ही standardized weights और building ratios का कोई नहीं जानता कि actually में यहाँ पर हुआ क्या था। कुछ थ्योरी बताई जाती है लेकिन जैसे कि एक थ्योरी है कि जिस नदी के आधार पर ये civilization टिकी हुई थी वो सूखने लग गई। कहा जाता है कि ये नदी सरस्वती नदी हो सकती है। इस थ्योरी के अनुसार कई reasons हो सकते हैं कि नदी क्यों सुखी? एक tectonic plates में शिफ्ट आया होगा। टाइम के साथ-साथ वैसे ही नदी ने अपना course बदल लिया होगा ये भी होता है।

अगर ये थ्योरी सच है तो assume किया जाता है कि Indus Valley के लोग East की तरफ चले गए और गंगा नदी के पास आकर बस गए। दूसरी थ्योरी है deforestation की। यहाँ रहने वाले लोगों ने इतना पेड़ों को काटा। इतना जंगल को खत्म कर दिया अपनी ईंटें बनाने के लिए और अपनी गाय, भैंसों को, चारा खिलाने के लिए घास खत्म कर दी, यहाँ से greenery खत्म हो गयी. जिसकी वजह से ये area uninhabitable बन गया.

तीसरी theory कहती है कि कोई भयानक बीमारी आयी हो सकती है जिसने population को पूरी तरीके से wipe out करके रख दिया जैसे कि malaria या cholera और ऐसी चीज होना actually में काफी आम बात है. महामारी के कारन तो हजारों साल के बीच में पूरी की पूरी civilizations खत्म हो जाती थी. उसकी वजह से ऐसी बहुत सी बीमारियाँ हो सकती है जिन्होंने 70-80% population को खत्म करके रख दिया।

अब इनमें से कारण कोई भी हो एक चीज़ ज़रूर आज के दिन हम जानते है कि 600 BC के बाद ये civilization completely खत्म हो गयी. एक ऐसी सभ्यता जो हजारों सालों के लिए रही थी. literally सोच कर देखिए कम से कम 5000 साल तक ये civilization टिकी रही थी. इतने लंबे समय तक तो हमारी आज की civilization भी नहीं टिकी हुई है. 5000 साल तक टिके रहने के बाद इसका the end हो गया और इन अनोखे लोगों को हमने हमेशा के लिए खो दिया। time के साथ-साथ ये settlements जमीन में दफ़न हो गए और इनके ऊपर नए शहर बने। नई civilizations निकल कर आए और ऐसे ही हजार सालो बाद जाकर James Louis ने इस Indus Valley Civilisation की दोबारा से खोज करी।

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