आज के इस आर्टिकल में हम बात करेंगे भारत के दस ऐसे गैंगस्टर के बारे में जिन्होंने छोटी सी उम्र में ही गुनाह की दुनिया में कदम रख दिया था। जिनके सामने आम आदमी तो क्या बड़े-बड़े politicians और पुलिस वाले भी डरते थे। इनमें कुछ gangsters तो ऐसे भी हैं जो जेल में बैठकर अपना गिरोह चलाते हैं और सरकारें चाहकर भी कुछ नहीं कर पाते। तो आज के इस आर्टिकल में हम इन्हीं सबके बारे में जानेंगे।
10. हेमंत वाडिया उर्फ़ बोखला बदमाश
हेमंत वाडिया का जन्म मध्य प्रदेश के उज्जैन शहर में हुआ। हेमंत दुर्लभ कश्यप की गैंग में काम करता था। हेमंत वाडिया वैसे तो दुर्लभ कश्यप से भी ज्यादा खतरनाक था। लेकिन वो दुर्लभ के साथ ही मिलकर वारदात को अंजाम देता था यानी कि दोनों दोस्त थे। हेमंत इतना बड़ा बदमाश था कि उज्जैन की पुलिस ने उसे जिला बदल कर दिया था। इसके ऊपर मध्यप्रदेश सरकार ने 50000 रुपए का इनाम रख दिया था। क्योंकि हेमंत ने छोटी सी उम्र में 50 से ज्यादा मर्डर कर दिए थे. हेमंत कई बार जेल से भागने में भी कामयाब रहा था. इसके बाद जब दुर्लभ कश्यप की हत्या की गई तो हेमंत अकेला पड़ गया और आज वो अपने गुनाहों की सजा जेल में काट रहा है।
9. अक्षय पालरा:
अक्षय पालरा का जन्म हरियाणा के सोनीपत में हुआ था। अक्षय बचपन से ही पहलवानी करने का शौक रखता था और पहलवानी में ही वो अपनी पहचान बनाना चाहता था। लेकिन अक्षय पर महज 15 साल की उम्र में 2 हत्याएं करने का मामला दर्ज हो चुका था। अक्षय ने अपने दुश्मनों को दो या तीन नहीं बल्कि 35 से 40 गोलियां मारकर हत्या की थी. अक्षय पढ़ने-लिखने में भी तेज था और अच्छे घराने से था। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अक्षय के साथ एक घटना हुई जिसने उसे जुर्म की दुनिया में धकेल दिया। अक्षय जब 15 साल का था तभी उसके गांव में एक विवाद के चलते उसके चाचा को गांव के दो व्यक्तियों ने थप्पड़ मार दिया। इस बात की जानकारी जब अक्षय को हुई तो उसने उन दोनों को मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद अक्षय को जेल हो गई जेल में उसकी मुलाकात एक और खतरनाक gangster राजू वैशादी से हुई। राजू ने अक्षय की मुलाकात काला जथेड़ी से कराई। अक्षय काला से इतना प्रभावित हुआ कि उसे ही अपना गुरु बना लिया। नाबालिग होने की वजह से अक्षय को जमानत मिल गई और वो लॉरेंस बिश्नोई के साथ मिलकर वारदात को अंजाम देने लगा और बन गया कुख्यात gangster. 11 जून 2019 को पंजाब पुलिस ने अक्षय पर शिकंजा कसा। रोहतक पुलिस ने इस पर 50000 रुपए का इनाम भी रखा। सोनीपत पुलिस ने एक लाख रुपए और हरियाणा स्टाफ ने 50 हजार रुपए का कुल मिलाकर 2 लाख रुपए का इनामी बदमाश आज जेल की चारदीवारी में अपना समय काट रहा है। कहा जाता है कि उसकी कहानी का अंत हो चुका है और उसका पूरा जीवन जेल के अंदर ही बीतने वाला है।
8. सूखा गुर्जर:
कोटपूतली में 13 अक्टूबर को चारों ओर से घिर जाने के बाद सूखा गुर्जर उर्फ रूपाचंद ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी. सुखा साल 2017 तक crime की दुनिया से बहुत दूर था. लेकिन खेतड़ी नाम की गैंग के संपर्क में आने के बाद वो crime की दुनिया में घुस गया। सुखा इतना खतरनाक था कि बताया जाता है कि उसने ढाबे के मालिक को सिर्फ इसलिए गोली मार दी क्योंकि उसे सब्जी पसंद नहीं आई। सुखा गुर्जर झुंझुनूं के खेतड़ी के दुधवा गांव का रहने वाला था. इसके खिलाफ पहला मामला 2020 में दर्ज हुआ था. इसके बाद उस पर मारपीट। आगजनी और मर्डर के कई मामले दर्ज हुए.
इतने अपराधों के बावजूद वह सोशल मीडिया पर एक्टिव रहता था। सुखा ने लास्ट हत्या दारू के ठेकेदार की की थी क्योंकि उस ठेकेदार ने सुखा को उधार दारू देने से मना कर दिया था. मर्डर के बाद सुखा काफी दिनों तक पुलिस से आँख मिचौली खेलता रहा। पुलिस सुखा की लोकेशन ट्रेस करती रहती थी. जब कई दिनों तक उसकी लोकेशन कोटपूतली में बताती रही तो पुलिस उस जगह अपनी पूरी टीम के साथ छापा मारा। सुखा अपने दो और साथियों के साथ स्कॉर्पियो से भागा लेकिन चारों तरफ से घिर जाने के बाद उसने खुदकुशी कर ली।
7. अमन साहू:
अमन साहू झारखंड का रहने वाला था और मात्र 25 वर्ष की उम्र में crime करना शुरू कर दिया था। अमन हफ्ता वसूली करता था। उन पैसों से वो अलग-अलग शहरों में जमीन खरीदता था। अमन सिर्फ 25 वर्ष का हुआ। तब तक उस पर लूटपाट, फिरौती, हफ्ता वसूली जैसे कई मामले दर्ज हो चुके थे. अमन की सबसे खास बात ये थी कि वो अपनी गैंग में सिर्फ पढ़े-लिखे लोगों को ही शामिल करता था। पुलिस के हाथ ना आए इसलिए वो अपने मोबाइल की लोकेशन बदलता रहता था, लेकिन फिर भी पुलिस से ना बच सका और आज वो रांची की जेल में सजा काट रहा है।
6. सलमान लाला:
सलमान लाला क्राइम की दुनिया का सबसे कम उम्र का बच्चा था. उसने महज 12 साल की में ही crime करना शुरू कर दिया था। सलमान मध्यप्रदेश के इंदौर शहर का रहने वाला था। ये महज 12 साल की उम्र से ही अवैध रूप से दारू बेचना शुरू कर दिया था। उसके बाद drug बेचना, देशी हथियार बेचना और गाड़ियों की चोरी करना इसका मुख्य पेशा बन गया था। सलमान कई बार जेल भी गया, लेकिन नाबालिग होने की वजह से हर बार वो छूट जाता था। आज सलमान की उम्र 24 वर्ष हो चुकी है. लेकिन उस पर 50 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं। सलमान का दूसरा सबसे बड़ा काम था कि वो अमीर घर के बच्चों को किडनैप करता और उनके परिवार से फिरौती लेता। उसका ये काम बहुत लंबा नहीं चल सका। आज के समय में सलमान जेल में अपना जीवन काट रहा है।
5. छोटू चौबे:
छोटी उम्र के gangsters में छोटू चौबे का नाम भी शुमार है। छोटू मध्य प्रदेश के जबलपुर शहर का रहने वाला है। इसका गैंग gangs of two thousand twenty two है। इसका कहना है कि आप लोग gangs of two thousand twenty two से जुड़ें। क्योंकि इसकी गैंग के किसी भी बंदे को कोई छू भी नहीं सकता। इन्होंने अपनी गैंग का नाम two thousand twenty two इसलिए रखा क्योंकि इनकी गाड़ी और मोबाइल नंबर के लास्ट अक्सर two thousand twenty two है। इनका मुख्य बिजनेस हफ्ता वसूली है. इन्हें हफ्ता बड़ी आसानी से मिल जाता है क्योंकि शुरुआत में जिन लोगों ने इन्हें हफ्ता नहीं दिया था उन्हें इनकी गैंग ने सिर्फ पांच दिनों के अंदर मार दिया था। पुलिस छोटू को पकड़ने की भरपूर कोशिश कर रही है लेकिन अभी पकड़ नहीं पाई है।
4. देवेंद्र बंबीहा:
Gangsters की बात हो और देवेंद्र का नाम ना आए तो ऐसा तो हो ही नहीं सकता। देवेंद्र पंजाब के रहने वाले थे और छोटी सी उम्र में वो बड़े-बड़े gangsters को पीछे छोड़ चुके थे. कहा जाता है कि देवेंद्र अपनी मर्जी से इस crime की दुनिया में नहीं आए थे. इनके साथ tragedy हुई थी. दरअसल देवेंद्र जब कॉलेज में थे तब इन्हें झूठे murder case में फंसा दिया गया था. इसके चलते उन्हें कुछ महीने जेल में भी काटने पड़े थे. जब देवेंद्र जेल से रिहा होकर वापिस स्कूल पहुंचे तो वहां उनकी बदनामी पहले पहुंच गई. इस सबके चलते उनकी पढ़ाई छूट गई और वह गलत रास्तों पर चल पड़े। देवेंद्र बहुत ही अच्छे फुटबॉल प्लेयर भी थे. इन्होंने सबसे पहला मर्डर उसका किया, जिसने उन्हें झूठे मर्डर केस में फंसाया था। इसके बाद इन्होंने कई वारदातों को अंजाम दिया और finally ये पुलिस एनकाउंटर में मारे गए।
3. कॉलेस राजपूत:
इनका जन्म राजस्थान के अजमेर के में हुआ था। कॉलेस ने छोटी सी उम्र में ही अपने शहर में दहशत मचा दी थी. इन्होंने बिच्छू नाम से एक गैंग बनाई थी. ये गैंग इतनी फेमस हुई कि आज इस गैंग का नाम बच्चा-बच्चा जानता है. इस गैंग का काम हाईवे पर गाड़ियों को लूटना था। कॉलेस ने सिर्फ 18 साल की उम्र में ही क्राइम करना शुरू कर दिए थे। कॉलेस के माता-पिता जब खत्म हुए तब कॉलेज की उम्र 8 साल थी. इनके ऊपर सही गलत बताने वाला कोई नहीं था। इनके ऊपर 36 से ज्यादा संगीन मामले अपने दर्ज थे. जब कॉलेस 22 वर्ष के थे तभी गैंगवार के चलते उनकी मौत हो गई।
2. सुखा कालवा:
दोस्तों ये नाम गैंगस्टरों के लिस्ट में इंडिया के टॉप 10 की लिस्ट में शामिल है। सुखा पुलिस के एनकाउंटर में चकमा देने में महारथ हासिल किए था। लेकिन अपने विरोधियों को चकमा ना दे सका और अपने विरोधियों के हाथों मारा गया. सुखा कालवा को पुलिस के सामने ही उसके दुश्मनों ने सौ से ज्यादा गोलियां मारकर जान ले ली। सूखा पर 60 से ज्यादा मामले दर्ज थे।
1. दुर्लभ कश्यप:
दोस्तों भारत के टॉप 10 सबसे कम उम्र के gangsters में सबसे top पर है. दुर्लभ कश्यप आज के टाइम में ये नाम हर कोई जानता है. दुर्लभ मध्यप्रदेश के उज्जैन शहर के रहने वाले थे. दुर्लभ भारत के दस सबसे खतरनाक gangsters में भी आते है. दुर्लभ की खास बात ये थी कि ये अपनी घटना का अंजाम की सूचना फेसबुक के द्वारा दिया करते थे. इन्होंने अपनी प्रोफाइल पर लिख रखा था कि कुख्यात बदमाश प्लस हत्यारा प्लस, पेशेवर अपराधी कोई सा भी, कैसा भी विवाद करना हो तो से संपर्क करें।
दुर्लभ ने मात्र 16 साल की उम्र से ही अपनी अलग पहचान बना ली थी. दुर्लभ माथे पर लाल चंदन, आँखों में काजल और कंधों पर काला गमछा रखते थे। ये मात्र 16 साल की उम्र में ही सौ से ज्यादा नाबालिग लड़कों का गैंग बना चुके थे. 6 दिसंबर 2020 को दुर्लभ एक चाय की दुकान पर चाय पी रहे थे। तभी उनके विरोधी शाहनवाज और शादाब के हाथों मारे गए. तो दोस्तों ये थे भारत के दस सबसे खतरनाक gangster की कहानी। दोस्तों इस आर्टिकल से किसी को भी inspiration लेने की जरूरत नहीं है। क्योंकि जितना इन्होंने नाम कमाया उतनी जल्दी अंत भी हुआ या फिर जीवन भर का कारावास हो गया. दोस्तों ये तो इस दुनिया का न्याय है जो शायद अच्छे से ना हो पाए. लेकिन ऊपर एक और अदालत है जहाँ हर कर्म का हिसाब होता है और बहुत अच्छे से होता है।