गंगासागर कैसे जाएं, होटल, बजट, ट्रांसपोर्ट, खाना, How to Reach Gangasagar Mela, गंगासागर यात्रा कैसे करे A to Z जानकारी, Largest Hindu Festival of Eastern India

How to Reach Gangasagar Mela

How to Reach Gangasagar Mela: हिन्दुओं का एक प्रसिद्ध और पवित्र धार्मिक स्थल है गंगासागर। यह तीर्थ स्थान बंगाल की खाड़ी में एक द्वीप पर मौजूद है, जिसका नाम है सागर द्वीप। कोलकाता से करीब 105 कि.मी. दूर स्थित यह आइलैंड, सुंदरबन डेल्टा का हिस्सा है. लेकिन यह अपनी भौगोलिक विशेषताओं  से ज़्यादा अपनी धार्मिक और पौराणिक महत्व के लिए विख्यात है।

हर साल जनवरी में मकर संक्रांति के अवसर पर गंगासागर मेला का आयोजन, इस सागर द्वीप के अंतिम छोर पर किया जाता है. यही पर पवित्र गंगा नदी, बंगाल की खाड़ी (समुद्र) में प्रवेश करती है। गंगा और सागर (समुद्र) के इस मिलन को ही गंगासागर का नाम दिया गया है। यहाँ पर एक मंदिर है, जो अपना पौराणिक और धार्मिक महत्व रखता है। भारत में कुम्भ मेले के बाद गंगासागर को सबसे बड़ा तीर्थ माना गया है. यहाँ पर करोड़ों श्रद्धालु पवित्र स्नान के लिए विश्व भर से आते हैं।

How to Reach Gangasagar Mela

How to Reach Gangasagar Mela

Gangasagar Mela 2023, Makar Sankranti, 14 January 2024

दोस्तों आज के इस ट्रैवल व्लॉग में हम बात करने वाले हैं, गंगासागर यात्रा की. जिसको पढ़ने के बाद आपका जो भी कन्फूजन है, गंगासागर तीर्थ को लेकर वो सारी कन्फूजन दूर हो जाएगी. गंगासागर कैसे पहुंचेगे?, गंगासागर में कहाँ पर आप रुकेंगे?, गंगासागर में आप क्या क्या कर सकते और कहाँ-कहाँ घूम सकते हैं? और इस द्वीप पर आपको खाने के लिए क्या क्या मिलेगा, ये सब जानकारी आपके लेकर आये हैं. तो चलिए शुरू करते हैं.

गंगासागर की यात्रा कब की जाती है (Best Time to Visit Gangasagar)

गंगासागर तीर्थ या गंगासागर धाम जाने के लिए सबसे अच्छा समय होता है, अक्टूबर महीने से लेकर फरवरी महीने तक क्योंकि सर्दियों के मौसम में गंगासागर में काफी शानदार माहौल और नजारा होता है. इसी बीच हर वर्ष 14 जनवरी, मकर संक्रांति के दिन यहां पर विशाल मेला भी लगता है. इस मेला में करोडो की संख्या में श्रद्धालु गंगा में डुबकी लगाकर अपने पापों से मुक्ति पाते हैं। इसके अलावा अगर आप चाहे तो किसी भी महीने में गंगासागर की यात्रा कर सकते हैं. सिर्फ मानसून या भारी बारिश के समय यहाँ का यात्रा थोड़ी मुश्किल हो सकती है.

Travel Vlog of Gangasgar

https://youtu.be/W_a95eXoK0M

गंगासागर का धार्मिक महत्व क्या है (Religious Importance of Gangasagar)

पुराने समय से गंगासागर एक महातीर्थ स्थल के रूप में पूरे विश्व से हिन्दू धर्म के लोगों के बीच अपना स्थान रखता है. गंगा नदी इसी स्थान पर आकर समुद्र (बंगाल की खाड़ी) में मिलती हैं. इसलिए इसको मिलन तीर्थ के नाम से भी जाना जाता है. धार्मिक ग्रंथों और मान्यताओं पर विश्वास करे तो इसी स्थान पर राजा सागर के 60 हजार पुत्रों को मोक्ष प्राप्त हुआ था और ऐसी मान्यता है कि कपिल मुनि ने वर्षों तक इस स्थान पर तपस्या की थी.

गंगासागर में क्या है देखने लायक (Places to Visit in Gangasagar)

Best Places to visit near Gangasagar Mela: गंगासागर एक धार्मिक स्थल है. यहाँ पर मुख्य रूप से गंगा नदी (समुद्र) में स्नान करके कपिल मुनि टेम्पल में दर्शन कर सकते हैं. जहाँ पर स्नान करते हैं, उसे सागर द्वीप के नाम से जाना जाता है और इसी जगह पर हर साल 14 जनवरी को मकर संक्रांति के अवसर पर भव्य मेला का आयोजन किया जाता है.

इन दोनों जगहों के अलावा यहाँ पर आप सागर लाइट हाउस से यहाँ के बेहतरीन नजारों का लुत्फ़ उठा सकते हैं. उसके बाद भारत सेवा आश्रम में घूम सकते हैं. यहाँ के धर्मशाला में आप स्टे भी कर सकते हैं. अगर आप शिवभक्त हैं तो यहाँ के ओंकारनाथ टेम्पल में दर्शन भी कर सकते हैं.

सागर द्वीप (Gangasagar Mela Location) पर अगर आप रात में रुकते हैं तो सुबह और शाम के समय सागर बीच पर समुद्र के लहरों का भरपूर आननद ले सकते हैं और खूबसूरत सनसेट और सनराइज के नज़ारे भी आपको देखने को मिलेगा।  ये सारे प्लेसेस आपको मंदिर आसपास ही है और पैदल ही आप सभी जगहों पर जा सकते हैं.

यहाँ पर अगर आप आसपास के द्वीप पर घूमना चाहते हैं तो Jambudwip, Ghoramara Island, Lohachara Island, New Bakkhali River Beach, आदि जगहों पर भी घूम सकते हैं. लेकिन याद रखिये इन आइलैंड पर ज्यादा लोग नहीं जाते हैं, घूमने के लिए. इसलिए यहाँ पर जाने से पहले वहां के बारे में जानकारी जरूर प्राप्त करले.

गंगासागर में कौन सा मंदिर है?

गंगासागर में कपिल मुनि का एक मंदिर है, जो खास महत्व रखता है। कुम्भ मेले के बाद गंगासागर मेला सबसे बड़ा तीर्थ है. यहाँ पर करोड़ों लोग पवित्र स्नान के लिए आते हैं। मकर संक्रांति के दिन श्रद्धालु गंगा नदी और बंगाल की खाड़ी के मिलन स्थल पर स्नान करने के बाद कपिल मुनि टेम्पल में दर्शन करते हैं. इस मंदिर में मां गंगा, राजा सागर और कपिल मुनि का प्रतिमा स्थापित हैं.

आप ये भी पढ़ सकते हैं:

आईआईटी पास ग्रेजुएट्स को करोड़ों की जॉब्स मिलने की असली सच्चाई, The Sad Reality of Jobs after IIT

क्या डूबने दिया जाएगा LIC का पैसा?, Will LIC keep losing its money?, LIC-Adani Controversies

साल 2024में गंगासागर मेला कब लगेगा (Gangasagar Mela 2024 date)

हर साल 14 जनवरी को मकर संक्रांति का त्यौहार मनाया जाता है और इसी दिन गंगासागर में लोग स्नान के लिए आते हैं. आमतौर पर यह मेला मकर संक्रांति के 8 दिन पहले शुरू हो जाता है और मकर संक्रांति के आगे 3 दिन तक मेला चलता है. साल 2024 में भी ऐसा ही होने वाला है.

गंगा सागर एक बार क्यों जाते हैं लोग?

शास्त्रों और पौराणिक ग्रंथों में कहा में कहा गया है कि मकर संक्रांति के दिन गंगासागर में स्नान और दान का जो महत्व है, वो महत्व किसी और तीर्थ में नहीं है। इसलिए अक्सर ऐसा कहा भी जाता है कि सारे तीरथ बार-बार गंगा सागर एक बार। कहने का मतलब ये है कि सभी तीर्थों में कई बार यात्रा करने का जो पुण्य मिलता है. वह मात्र एक बार गंगा सागर में स्नान और दान करने से श्रद्धालुओं और भक्तों को प्राप्त हो जाता है।

गंगासागर के पास कौन सा रेलवे स्टेशन है?

गंगासागर के पास सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन काकद्वीप है. यहाँ पर पहुंचने के लिए आपको कोलकाता के सियालदह रेलवे स्टेशन से लोकल ट्रेन पकड़ना होगा।

गंगासागर नाम क्यों पड़ा?

पौराणिक कथाओं के अनुसार गंगा जल से ही राजा सागर के 60 हजार मृत पुत्रों को यहाँ पर मोक्ष मिला था। राजा भागीरथ ने अपने अथक प्रयास और तपस्या से माँ गंगा को धरती पर उतारा था। अपने पुरखों के भस्म स्थान पर माँ गंगा को मकर संक्रांति के दिन लाकर, उनकी आत्मा को मुक्ति और शांति दिलाई। यही स्थान गंगासागर कहलाया जो सागर द्वीप पर स्थित है.

गंगासागर वेस्ट बंगाल के कौन से जिले में पड़ता है?

भारत के पश्चिम बंगाल राज्य के दक्षिण चौबीस परगना जिले में स्थित इस तीर्थ स्थल गंगासागर में कपिल मुनि का मंदिर मौजूद है. यहाँ पर भगवान राम के पूर्वज और इक्ष्वाकु वंश के राजा सागर के 60 हजार पुत्रों को मोक्ष की प्राप्ति हुई थी। ऐसी मान्यता है कि यहां पर मकर संक्रांति के दिन पुण्य-स्नान करने से श्रद्धालुओं के मोक्ष का मार्ग प्रशस्त होता है।

गंगासागर जाने में कितना समय लगता है

गंगासागर पहुंचने के लिए सबसे पहले आपको वेस्ट बंगाल की राजधानी कोलकाता पहुँचना होता है. कोलकाता से आपको  4-6 घंटे का समय लग सकता है और यात्रा में लगने वाला समय इस बात पर निर्भर करता है कि आप किस माध्यम (बस, ट्रेन या फिर प्राइवेट व्हीकल) से गंगासागर जा रहे हैं.

ट्रेन से गंगासागर की यात्रा कैसे करें (How to reach Gangasagar by train)

ट्रेन से गंगासागर जाने के लिए सबसे पहले आपको हावड़ा रेलवे स्टेशन, कोलकाता बस स्टैंड या फिर कोलकाता एयरपोर्ट से कैब,ऑटो या बस से सियालदह रेलवे स्टेशन पहुंचना होता है. सियालदह स्टेशन से लोकल ट्रेन से आपको काकद्वीप रेलवे स्टेशन पहुंचना होता है, जो सियालदह रेलवे स्टेशन से करीब 95 किमी. दूर है।

गंगासागर में रुकने  के लिए होटल और धर्मशाला (Hotels in Gangasagar and Dharmshala in Gangasagar)

  1. Kriya Yoga Ashram:

Address: Kriya Yoga Ashram, Gyanpith, Sridham, South 24 PGS, Gangasagar, West Bengal 743606.

  1. Hotel Das Guest House

Address: Rudranagar, Kachuberia Road, Gangasagar, West Bengal 743606.

  1. Radha Krishna Anantadeb Seva Ashram

Address: Rudranagar Kachuberia, Gangasagar, Rina Road, Kachuberia, South 24 Parganas, Gangasagar, West Bengal 743373.

  1. Bharat Sevashram Sangha

Address: Bharat Sevashram Sangha, Near KapilMuni Temple, Gangasagar.

  1. Calcutta Vastra Vyavsayi Seva Samity

Address: Rina Road, Gangasagar, West Bengal 743606.

गंगासागर कैसे पहुंचे (How to reach Gangasagar)

गंगासागर पहुँचने के लिए (How to Reach Gangasagar Mela) आपको कई स्टेप में यात्रा करनी होती है:

Step 1: सबसे पहले आपको वेस्ट बंगाल की राजधानी कोलकाता पहुंचना होता है. कोलकाता पहुँचने के लिए आपको देश के मुख्य शहरों से ट्रेन, बस और फ्लाइट्स की सुविधा मिल जाएगी.

Step 2: कोलकाता पहुँचने के बाद आपको काकद्वीप पहुंचना होता है. कोलकाता से आपको काकद्वीप पहुँचने के लिए सड़क मार्ग सबसे अच्छा विकल्प है. आप जल्दी पहुंचेंगे। काकद्वीप के लिए आपको प्राइवेट बस, सरकारी बस और प्राइवेट टैक्सी की सुविधा मिल जायेगी.

Kolkata to Kakdwip Train:

कोलकाता से काकद्वीप ट्रेन से जाने के लिए आपको कोलकाता के सियालदह रेलवे स्टेशन से काकद्वीप के लिए लोकल ट्रेन पकड़नी होती है. ट्रेन की संख्या सिमित है, इसलिए समय पता करके रेलवे वाला ऑप्शन चुने. फिर काकद्वीप रेलवे स्टेशन से आपको लोट नंबर 8 पहुंचना होता है.

Step 3: काकद्वीप से बोट या फेरी या जहाज लेनी होती है, जो की आपको काकद्वीप के लोट नंबर 8 से मिलेगी। क्योंकि यहाँ पर आपको नदी क्रॉस करनी होती है. फेरी लेने के लिए आपको काकद्वीप के बस स्टैंड से लोट नंबर 8 के लिए शेयर ऑटो मिल जाएगी और आप 10 मिनट में पहुँच जायेंगे.

Step 4: लोट नंबर 8 पहुंचने के बाद आपको फेरी के लिए काउंटर से टिकट लेनी होती है और फिर फेरी पर बैठना होता है. इस फेरी से आप नदी के दूसरे तरफ कचुबेड़िया घाट पहुंचेंगे। फेरी से नदी क्रॉस करने में आपको करीब 45 मिनिट्स का समय लगेगा।

Step 5: कचुबेड़िया घाट से आपको प्राइवेट बस, टैक्सी, शेयर्ड ऑटो आदि मिल जायेगा, सीधी गंगसागर के लिए. कचुबेड़िया घाट से गंगासागर की दुरी करीब 30 किलोमीटर है और आप 2 घंटे में कचुबेड़िया घाट से गंगासागर पहुँच जायेंगे। वापसी में भी आपको इसी तरीके आना पड़ेगा. यहाँ पर जाते समय ही आप वापसी के लिए फेरी का टाइम टेबल पता कर लीजियेगा तो वापसी में आसानी हो जाएगी.

गंगासागर के लिए कोलकाता से काकद्वीप वाला ही सबसे आसान और पॉपुलर रूट है. एक और रूट है, जिसमे आपको कोलकाता से नामखाना पहुंचना होता है और फिर नामखाना घाट से आपको नदी क्रॉस करने के लिए फेरी लेनी होती है. नामखाना से आप फेरी लेकर नदी के उस पर Mayagoaliner नामक जगह पर पहुंचते हैं. वहां से गंगासागर करीब 7 किलोमीटर की दुरी पर है.

कुछ दिनों पहले तक ट्रेन सिर्फ नामखाना तक जाती थी. इसलिए ट्रेन से यात्रा करने वाले यात्री नामखाना वाले रूट का इस्तेमाल करते थे. कोलकाता से आप अपने सुविधानुसार रूट चुन सकते हैं. आपके पास बाइक या फिर कार है, तो उसे लेकर कोलकाता से गंगासागर तक जा सकते हैं. लेकिन उसे फेरी या जहाज़ पर लादकर नदी क्रॉस करवाना पड़ेगा, जिसके आपको काफी सारा पैसा देना पड़ता है.

अगर आपको गंगासागर से रिलेटेड कुछ और इनफार्मेशन चाहिए तो इस ईमेल (manager4lifemedia@gmail.com)  पर मेल कीजिए.

One thought on “गंगासागर कैसे जाएं, होटल, बजट, ट्रांसपोर्ट, खाना, How to Reach Gangasagar Mela, गंगासागर यात्रा कैसे करे A to Z जानकारी, Largest Hindu Festival of Eastern India

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *