उत्तराखंड के चम्पावत में घूमने के लिए बेहतरीन जगहें और पर्यटक स्थल, Best Places to Visit in Champawat near Tanakpur Railway Station

Best Places to Visit in Champawat

Best Places to Visit in Champawat: चम्पावत का नाम आपने शायद ना सुना हो! नाम सुना भी होगा तो शायद आप यहाँ पर नहीं आये होंगे। क्योंकि यहाँ पर बहुत कम टूरिस्ट आते है या फिर न के बराबर आते हैं.

यहाँ पर आपको बहुत ही शांति मिलेगी। पीसफुल प्लेस है यह. बिलकुल भी भीड़भाड़ नहीं है यहाँ पर. Offbeat Place है. Unknown place है और अगर आप भी ऐसी ही प्लेस ढूंढ रहे है अपने ट्रिप के लिए तो Champawat नाम की जगह बिलकुल आपके लिए ही है और ये आर्टिकल भी आपके लिए ही है.

Best Places to Visit in Champawat

इस आर्टिकल के जरिये मैं आपको बताऊंगा कि कैसे आप यहाँ पर घूम सकते है, कौन कौन सी जगह है यहाँ पर घूमने के लिए है. चम्पावत में tea gardens के अलावा भी बहुत कुछ है और साथ ही यहाँ पर आपको कब आना चाहिए और कितना खर्चा लगेगा और कितना time लगेगा यहां घूमने में तो पूरी आर्टिकल जरूर पढियेगा। तो चलिए शुरू से शुरुआत करते हैं. आइए मेरे साथ घूमिए Champawat (Uttarakhand) की वादियां।

चम्पावत, उत्तराखंड में एक्स्प्लोर करने के लिए एक ऑफबीट प्लेस  

चम्पावत की बेहतरीन जगहें और पर्यटक स्थल

यहाँ पर मैं सबसे पहले पहुँचा, चम्पावत के प्रसिद्ध गोल जीव देवता मंदिर। इस मंदिर तक जाने का रास्ता यहाँ के गांव के बीच से जाता है. चम्पावत का गोल जीव देवता मंदिर और अल्मोड़ा का गोलू देवता मंदिर दोनों ही एक भगवान को समर्पित है. दोनों जगह बस दो नाम से जानते हैं, जैसा की यहां के लोकल ने हमें बताया। यहाँ के गांव के जो घर है, वो काफी सुन्दर है. इस गांव में आपको माल्टा और बड़े वाले निम्बू के पेड़ हर घर के आँगन और खेत में देखने को मिल जायेगा। माल्टा देखने में ऑरेंज जैसा ही होता है. जो लोग बड़े शहरों से हैं, उनको यहाँ के गांव के छोटे छोटे गलियों में घूमने में बड़ा मजा आनेवाला है.

गोल जीव देवता मंदिर:

अगर आप इस मंदिर में देखेंगे तो यहाँ पर मन्नत मांगने के लिए घंटिया और ध्वज बंधे जाते हैं मंदिर कैंपस में तो वहीँ अलमोड़ा वाले मंदिर में घंटियाँ और पेपर में मन्नत लिखकर बांधते हैं. गोल जीव देवता को ग्वाल गोरिल और न्याय के देवता के नाम से जाना जाता है जो कि उत्तराखंड के स्थानीय देवता है और लोकल के बीच इनकी बहुत मान्यता है. जिनके पूरे उत्तराखंड में कर सारे जगहों पर, कई सारे मंदिर है. तो चलिए अब आपको चम्पावत की और भी प्लेस के बारे में आपको बताता हूँ. मैं पूरा चम्पावत स्कूटी से ही घूमने वाला हूँ और मेरी स्कूटी रेडी है. मैं यहाँ पर जगहों को एक्सप्लोर करने के लिए एक लोकल गाइड को भी साथ में ले लिया है. चम्पावत में आपको स्कूटी रेंट पर नहीं मिलेगी। इसलिए आप या तो खुद के साधन से आए या फिर यहाँ लोकल कार बुक करके घूम सकते है.

चम्पावत का मशहूर टी गार्डन:

इसके बाद मैं पहुंचा चम्पावत के टी गार्डन के तरफ जिसके रास्ते में काफी कुछ देखने को मिला। यहाँ पर रस्ते में हमें निम्बू का पेड़ दिखाई दिया। यहाँ पर की जो निम्बू की वैरायटी है वो काफी बड़ी बड़ी होती है. निम्बू के अलावा यहाँ पर आपको आड़ू फल और जारिम फल भी देखने को मिल जायेंगे. मेन चम्पावत से 3-4 किलोमीटर की दुरी पर है यहाँ का टी गार्डन. काफी बड़े एरिया में यहाँ का टी गार्डन फैला हुआ है. टी गार्डन के अंदर ही आपको देवदार और चीड़ के बहुत सारे पेड़ देखने को मिलेगा। टी गार्डन से आपको पूरा चम्पावत का शानदार नजारा दिखाई देता है. साथ ही हिंगला देवी मंदिर भी यहां से दिखाई देता है. जिनको फोटोग्राफी का शौक है वो लोग इस प्लेस को बिलकुल भी मिस न करें.

मलाडेश्वर टेम्पल:

इसके बाद मैं Champawat के मलाडेश्वर टेम्पल की तरफ बढ़ा और इसके रास्ते खूबसूरत देवदार के वृक्षों के बीच बहुत ही प्यारे लग रहे थे. Champawat की unknown places में से एक है, मलाडेश्वर टेम्पल। मलाडेश्वर टेम्पल के लिए आपको थोड़ा नीचे की तरफ उतरना पड़ता है.शिवजी का शिवलिंग यहाँ पर है और मेन प्लेस यही है. ऐसी-ऐसी unknown और unexplored प्लेस आपको यहाँ चंपावत में देखने को मिलेगी। जो मैंने भी कभी नहीं देखी थी और आप लोगों के लिए एक्स्प्लोरर की है. सामने ये बहता ही हुई नदी है. सच में बहुत प्यारी सी place है और यहाँ पर आने के लिए आपको किसी से भी यहाँ से पूछते हुए आ जाएँगे। मलाडेश्वर टेम्पल में भगवान Shiv के अलावा भैरव जी का और Hanuman जी का भी temple है. जहाँ आप शांत वातावरण में काफी समय गुजार सकते है. आप एकदम शांति से यहाँ पर बस बैठ जाइए, प्रकृति की वादियों में सच में एक अलग feeling Champawat में आएगी और मेरे हिसाब से must visit place है ये. जरूर आए यहाँ पर.

घटोत्कच्छ टेम्पल:

इसी रास्ते पर Ghatotkash temple भी देखने को मिलता है. Manali में है Hedimba देवी मंदिर और उसी के पास में है Ghatotkash Temple और यहाँ पे भी Ghatotkash का temple है और वैसी ही यहाँ पर वादियाँ है. जैसे हिडिम्बा देवी temple के आसपास है. यहाँ पे खुला मैदान भी है और पेड़ भी है देवदार के और साथ ही ये मंदिर भी है बहुत ही प्यारा सा, बिलकुल शांत, unknown और ऑफ बीट प्लेस।

चम्पावत का मार्किट और खाने-पीने की चीजे:

घटोत्कच्छ टेम्पल में दर्शन के बाद, मैं यहां की मार्केट में पहुँचा। उत्तराखंड की अन्य जगहों की तरह भी यहाँ की भी फेमस मिठाई है बाल मिठाई। बाल मिठाई कैसी दिखती है उसे आप तस्वीर में देख सकते हैं. आप भी इस बाल मिठाई को ट्राई कर सकते हैं. बाल मिठाई के ऊपर में एक दाना लगता है. ये दाना homeopathic की जो गोलियाँ होती है उसी तरह की होती है. यही वाइट दाना इसका बाल होता है और इसके अंदर मिठाई होती है. यह खाने में लाजवाब है, टेस्टी है. बाल मिठाई का एक दूसरा वेरिएंट भी है जिसमे बाल नहीं होता है उसे भी आप तस्वीर में देखा सकते हैं. आप यहाँ आएंगे तो इसे जरूर ट्राई करना। Champawat में खाने पीने की चीज़ें आपको काफी genuine price में मिल जाएगी। लेकिन एक दिक्कत है, यहाँ आपको कोई बड़े restaurants नहीं मिलेंगे। पर यहाँ के फ़ूड जॉइंट्स पर आपको देसी style में खाना परोसा जाएगा। चम्पावत में आपको बुरांस के फूल हर जगह मिल जायेंगे देखने के लिए. यह देखने में तो सुन्दर होता ही है साथ ही इस फूल का जूस भी बनता है जो हेल्थ के लिए काफी अच्छा होता है. अगर पहाड़ी इलाकों में जाते हैं तो अगर आपको बुरांस के फूल का जूस मिलता है तो उसे जरूर ट्राई करें।

Champawat का झूलता हुआ ब्रिज मतलब केबल ब्रिज

 इस ब्रिज पर आकर आपको बहुत प्यारा लगेगा। Unexplored place है. कोई नहीं जानता है. बहुत कम लोग इधर आते है और छिपी हुई place है. आप रोड से इसको बस देखते है और यहाँ चाहे तो आप आ सकते है. बहुत ही प्यारा है ये bridge और कोई भी आपको यहाँ पे दिखेगा भी नहीं, इतना ज्यादा ये offbeat है. जिस नदी को क्रॉस करने के लिए यह ब्रिज बना है, आप चाहे तो उस नदी में आप नहा भी सकते है. आपके लिए काफी मजेदार experience रहने वाला है. इस ब्रिज को देखकर लगता है कि यह काफी पुराना है और इसका इस्तेमाल, इक्का दुक्का लोकल ही करते होंगे. मुझे पूरा भरोसा है की यहाँ पर आप जब मानसून में आएंगे तो इस झूले के पास से आपको जाने का मन नहीं करेगा।

चम्पावत का सर्किट हाउस और हेलीपैड व्यू पॉइंट

झूला ब्रिज के पास क्वालिटी टाइम स्पेंड करने के बाद मैं चम्पावत के सर्किट हाउस और हेलीपैड के पास पहुंचा। ये दोनों प्लेस एक ही जगह पर है. यह चम्पावत का एक व्यू पॉइंट भी है और यहाँ से चम्पावत शहर का शानदार नजारा देखने को मिलता है. हेलीपैड जाने वाले सड़क से आप जब ऊपर की तरफ बढ़ेंगे तो आप उसी सड़क से Hingla Mata Temple तक पहुँच जायेंगे।

बुरांस के खूबसूरत फूल

पूरे चम्पावत में आपको बुरांस के फूल अच्छे से देखने है तो आपको Hinglaj Temple के पास आना पड़ेगा और इस पूरे रास्ते में ये आपको इस खूबसूरत फूल का नजारा देखने को मिलेगा। ये आपको March end और अप्रैल के start में ही देखने को मिलता है. अभी फोटो में वो चीज आपको समझ में नहीं आ रहा होगा। लेकिन आँखों से देखेंगे तो बहुत ही प्यारा लगता है. बहुत खूबसूरत है, यहाँ का पूरा नजारा, इतना ज्यादा नेचर की खूबसूरती आपको पुर चम्पावत में कहीं भी देखने को नहीं मिलेगी। यहाँ पर एक बार जरूर विजिट करें.

हिंगला देवी टेम्पल

चम्पावत में इस मंदिर को सबसे पवित्र जगह माना जाता है. इस मंदिर में देवी हिंगला को “माँ भवानी” के रूप में सदियों से पूजा जाता रहा है | हिंगला देवी मंदिर और उसके आसपास की प्राकृतिक छटा आपको काफी पसंद आने वाला है और इस पवित्र स्थल और खूबसूरत स्थल से पुरे चम्पावत शहर का दर्शन भी किए जा सकते है.

कुमाउनी शैली में बने पुराने पहाड़ी घर

Champawat में आज भी कुछ पुराने कुमाऊनी शैली में बने घर आपको देखने को मिल जायेगा। ये घर पुराने समय लकड़ी, पत्थर और मिट्टी के संयोजन से बनाये जाते थे. इन घरों को देखने के बाद आप समझ पाएंगे की पुराने समय यहाँ पर किस तरह लोग रहते थे और इससे आपको पुराने कुमाउनी कल्चर को समझने में काफी आसानी होगी. इन मकानों के आसपास आपको छोटे छोटे खेत भी देखने को मिलेंगे जो पहाड़ों पर बेहद खूबसूरत लगते है .

नागनाथ टेम्पल

चम्पावत में आपको कई सारे मंदिर देखने को मिलेंगे और उसी में से एक है, नागनाथ टेम्पल। इस मंदिर के पास ही राजा बूंगा का किला भी है. जिसको फिलहाल तहसील बना दिया गया है। नागनाथ टेम्पल को कुमाउनी शैली में नक्काशीदार लकड़ियों से बनाया गया है और इसके छत को पत्थरों से cover किया गया है.नागनाथ मंदिर के बारे में स्थानीय बताते है कि यहां पर पूजा अर्चना करने से संतान सुख की प्राप्ति होती है और शत्रुओं का नाश भी होता है.

बालेश्वर महादेव टेम्पल

चंपावत की मेन मार्केट में ही पड़ता है. बालेश्वर महादेव टेम्पल। मार्किट से मंदिर वाले रास्ते में आपको पहले एक नौला दिखेगा और यहाँ से पीने का पानी आता है. और अब चलते हैं की तरफ गिरते-गिरते बचा हूँ मैं आता और अब चलते हैं की तरफ गिरते-गिरते बचा हूँ. बालेश्वर महादेव मंदिर का स्ट्रक्चर काफी पुराना है. बालेश्वर महादेव टेम्पल देखकर आपको अल्मोड़ा का जागेश्वर टेम्पल याद आ जाएगा क्योंकि वहाँ का भी मंदिर कुछ इसी तरह का बनाया गया है.इसी मंदिर के पास एक बहुत ही पुराना बजरंग बलि का भी मंदिर है.

शहीद राहुल स्मारक और गवर्नमेंट स्कूल

चम्पावत के गवर्नमेंट स्कूल के पास शहीद राहुल स्मारक बना हुआ है. राहुल रैन्स्वाल, जम्मू कश्मीर में आर्मी की ड्यूटी के दौरान काफी कम उम्र में ही शहीद हो गए थे. इसलिए उनके याद में यह स्मारक बनाया गया है और यहाँ के स्कूल का नाम भी इनके नाम पर कर दिया गया है.

चम्पावत घूमने के लिए कैसे पहुंचे (How to reach Champawat):

सबसे पहले बात करते हैं की आप चम्पावत कैसे पहुंचें. चम्पावत पहुँचने के लिए आपको सबसे पहले उत्तराखंड के ही टनकपुर रेलवे स्टेशन पहुँचना होगा। जहाँ दिल्ली और लखनऊ से डायरेक्ट ट्रेन आती है. टनकपुर से चंपावत की दूरी लगभग 75 किमी है. जहाँ पहुँचने में लगभग ढाई से तीन घंटे लगते है. टनकपुर से चंपावत पहुँचने के लिए शेयर टैक्सी में आपको 200 रूपए देने होंगे। टनकपुर से ही आपको बस भी मिल जाती है. जबकि दिल्ली से आपको शायद 300 से 400 रुपए तक लग सकते है, साधारण बस में और क्योंकि AC बस इधर नहीं आती है. बाकी आप ट्रेन से आ सकते है, पीलीभीत तक या फिर खटीमा तक और टनकपुर तक रेल से आ सकते है. उसके बाद sharing taxi भी चलती है, बस भी चलती है. आपको सिर्फ दो से तीन घंटे में यहाँ पर पहुँचा देंगे। चम्पावत, मैं स्कूटी से पहुँचा था और ये तो बोलना ही पड़ेगा कि यहाँ पहुँचने के रास्ते बेहद खूबसूरत है.

चम्पावत घूमने का सबसे बढ़िया समय:

मार्च और अप्रैल का महीना बेस्ट होता है चम्पावत को घूमने के लिए. लेकिन अगर आप बरसात में यहाँ आते हैं तो उस समय ये जगह आपको बहुत ही ज्यादा सुन्दर दिखने वाला है क्योंकि उस समय ये वैली बादलों से पूरी तरीके ढका होता है. विंटर के टाइम पर आपको यहाँ पर स्नोफॉल भी देखने को मिल सकती है. यहाँ के लोकल बताते हैं की इस साल यहाँ पर विंटर में दबा के बर्फ़बारी हुई थी.

चम्पावत में होटल्स:

चम्पावत में आपको होटल्स के बहुत ज्यादा ऑप्शन नहीं मिलेंगे और यहाँ आपको सात सौ से हजार रुपए मर पर नाइट टू एडल्ट्स के लिए रूम आसानी से मिल जाएंगे जो कि चंपावत की मेन मार्केट में ही मिल जाते हैं. चम्पावत आप जब पहुंचते हैं तो सबसे पहले मेन मार्किट ही पहुंचेंगे और यहां पूरा डायरेक्शन एक बोर्ड लिखा हुआ दिख जाएगा। यहीं पे आप शॉपिंग कर सकते हैं. होटल्स वगैरह भी इसी जगह पर आप लें और यहाँ से इजी भी है हर जगह पहुंचना और यहीं पर आपको सारे साधन भी मिल जाएंगे. मेन मार्केट से थोड़ा सा आगे चलते ही आपको bus stand भी मिल जाएगा।
चंपावत में आपको ज्यादातर मंदिर ही देखने को मिलेंगे। यहाँ पर जो भी मंदिर है, वो अपने साथ natural beauty भी रखते हैं. यहाँ पर आप जिस मंदिर में जाएंगे, वहां से आपको प्रकृति का शानदार नजारा देखने को मिलेगा। Monsoon यहाँ पर, June end से लेके आपको September तक देखने को मिलेगा। उस समय यहाँ पर आपको clouds और साथ ही साथ आपको बढ़िया बारिश और greenery देखने को मिलती है. जो आपको काफी पसंद आएगी। इसके बाद भी आप आ सकते है, March तक आ सकते है. March end में मैं गया था, तो काफी अच्छी खूबसूरती उस time भी देखने को मिली और winter में यहाँ पर snow या फिर snowfall भी आपको देखने को मिल सकता है. जो कि January का time होता है.
अब इसके बाद, यहाँ पर खर्चे वगैरह और साथ ही कितने दिन चाहिए होंगे आपको यहां पर घूमने के लिए. दो दिन काफी है. हालांकि मैंने एक दिन में ही यहाँ की सारी places cover कर ली थी तो आराम से आप चाहे तो cover कर सकते है एक दिन पर दो दिन आप रखे तो थोड़ा easy हो जाएगा।
पहले दिन आप यहाँ पर घूम सकते है यहाँ का जो Ghatotkarsh Temple है, Marleshwar Temple है. साथ ही साथ आप जा सकते है, यहाँ के tea garden में और इसके अलावा फिर आप Gold Jio देवता है, वहाँ जा सकते है. जबकि  day two में आप जा सकते है. यहाँ की other places जैसे की Hingla Devi Temple, Circuit House, Nagnath Temple और यहाँ की जो market है, Champawat की वो explore कर सकते है. village यहाँ की explore कर सकते है और साथ ही साथ यहाँ का  एक और temple है Baleshwar Mahadev वहाँ जा सकते है. तो ये सारी places आप दो दिन में cover कर सकते है.
होटल आपको एक night के लिए लेने की जरूरत है, क्योंकि जिस दिन आप आते है उस दिन आधी places cover कर ले और आधी checkout करने के बाद. अब यहाँ पे जो आपका hotel का खर्चा आएगा वो मैं बता देता हूँ. होटल यहाँ पर आपको  लगभग 500 से 1000 तक में इजीली मिल जाएंगे। मैं कंसीडर कर रहा हूँ, 1000 रुपए में टू एडल्ट्स के लिए मिल जाएगी पर नाइट के लिए. खाने यहाँ पर आपको पाँच सौ से छह सौ में मिल जाएगा और ट्रांसपोर्टेशन के लिए आपको लगभग एक कार के लिए लगभग हजार से बारह सौ रूपए देने पड़ेंगे। इसके अलावा यहाँ पर जो mobile network की problem ऐसी कुछ भी नहीं है. हर जगह mobile network easily आता है heights पर भी आता है.

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