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सूचना सेठ केस: एक मां और एक दर्दनाक रहस्य, Suchna Seth Case

Suchna Seth Case

Suchna Seth Case: 2024 की शुरुआत में एक घटना ने हर किसी का ध्यान खींचा। बंगाल की मूल निवासी और बेंगलुरु की बड़ी कंपनी की सीईओ सूचना सेठ पर अपने चार साल के मासूम बेटे की हत्या का आरोप लगा। यह मामला हर मां के दिल को झकझोरने वाला था। आइए इस केस की पूरी कहानी को विस्तार से समझते हैं।

Suchna Seth Case

सूचना सेठ कौन हैं?

सूचना सेठ कोई साधारण व्यक्ति नहीं थीं। वह एक एआई एथिक्स एक्सपर्ट और डेटा साइंटिस्ट थीं। उनके नाम नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग (एनएलपी) क्षेत्र में कई पेटेंट्स हैं। हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से फेलोशिप और रमन रिसर्च इंस्टीट्यूट में बतौर रिसर्च फैलो काम कर चुकी सूचना ने 100 ब्रिलियंट वूमन इन एआई एथिक्स की लिस्ट में भी जगह बनाई थी। वह बेंगलुरु में रहकर काम करती थीं।

लेकिन उनकी सफलता की चमचमाती तस्वीर के पीछे एक गहरी और डरावनी कहानी छिपी थी।

गोवा की वह रात

6 जनवरी 2024 की रात सूचना सेठ ने अपने चार साल के बेटे के साथ गोवा के कलंगूट बीच के एक होटल में चेक-इन किया। सब कुछ सामान्य लग रहा था। उन्होंने होटल में 10 जनवरी तक के लिए रूम बुक किया था।

7 जनवरी की रात लगभग 9 बजे सूचना ने अचानक होटल छोड़ने का निर्णय लिया। उन्होंने बेंगलुरु लौटने के लिए होटल स्टाफ से टैक्सी की व्यवस्था करने को कहा। ड्राइवर रॉय जॉन डिसूजा को तैयार किया गया और देर रात 1 बजे सूचना टैक्सी से बेंगलुरु के लिए रवाना हुईं।

लेकिन उस रात कुछ ऐसा हुआ जिसने पुलिस को सतर्क कर दिया।

होटल में खून के धब्बे

जैसे ही सूचना होटल छोड़कर गईं, स्टाफ ने रूम की सफाई शुरू की। फर्श पर खून के लाल धब्बे देखकर होटल मैनेजर ने तुरंत पुलिस को इसकी जानकारी दी।

पुलिस ने जब सीसीटीवी फुटेज खंगाले, तो देखा गया कि सूचना होटल में आते समय अपने बेटे के साथ थीं, लेकिन जाते समय वह अकेली थीं।

गिरफ्तारी और सच का खुलासा

पुलिस ने सूचना के ड्राइवर से संपर्क साधा और सावधानीपूर्वक उसे निकटतम पुलिस स्टेशन (कर्नाटक के चित्रदुर्गा जिले में) ले जाने के लिए कहा। वहां, सूचना के बैग की तलाशी ली गई।

बैग खोलने पर पहले कपड़े, फिर खिलौना, और अंततः बेटे का शव मिला। पुलिस के पूछने पर सूचना ने कहा, “यह मेरा बेटा है, लेकिन मुझे नहीं पता इसे किसने मारा।”

हत्या का मकसद क्या था?

पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में सामने आया कि बच्चे की मौत गला घोंटने या मुंह दबाने से हुई। घटना के वक्त बच्चा सूचना के साथ कमरे में था।

पुलिस ने सूचना के मानसिक स्वास्थ्य की जांच के लिए मनोवैज्ञानिकों की मदद ली। हालांकि रिपोर्ट ने पुष्टि की कि सूचना मानसिक रूप से पूरी तरह स्वस्थ थीं।

पारिवारिक विवाद और तनाव

जांच में पता चला कि सूचना और उनके पति वेंकट रमन के बीच बच्चे की कस्टडी को लेकर विवाद चल रहा था। उनका तलाक लगभग तय हो चुका था, लेकिन बेटे को लेकर मामला अटका हुआ था।

सूचना ने वेंकट को बेटे से मिलने से रोकने के लिए गोवा आने का बहाना बनाया। पोस्टमॉर्टम के मुताबिक, सूचना ने अपने बेटे की मौत के लगभग 36 घंटे पहले ही हत्या कर दी थी।

मानसिक हालत पर सवाल

कुछ लोगों ने दावा किया कि सूचना मानसिक रूप से अस्थिर थीं। उनके पिता जय सेठ ने अदालत में अपील की कि उनकी बेटी की मानसिक स्थिति की जांच करवाई जाए।

अदालत ने इस पर सहमति जताई और विशेषज्ञों के पैनल का गठन किया।

आगे क्या होगा?

अगर सूचना की मानसिक स्थिति खराब पाई जाती है, तो उन्हें कानूनी कार्यवाही से छूट मिल सकती है या मामूली सजा दी जा सकती है।

लेकिन सच क्या है? सूचना की चुप्पी और उच्च शिक्षा क्या उन्हें इस सजा से बचाने का माध्यम बनेंगे? आने वाले दिनों में केस का परिणाम क्या होगा?

निष्कर्ष

सूचना सेठ केस सिर्फ कानून या अपराध का मामला नहीं है। यह परिवार, मानसिक स्वास्थ्य और आपसी रिश्तों के जटिल समीकरण का प्रतिबिंब है।

क्या न्याय मिलेगा? यह समय ही बताएगा।

आपको क्या लगता है, अगर दोष सिद्ध होता है तो सूचना सेठ को क्या सजा मिलनी चाहिए? अपनी राय कमेंट में जरूर साझा करें।

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