News4Life

Life Changing News & Views

मुकेश सहनी ने किया बड़ा खुलासा: पीएम मोदी ने दिया था सीएम बनने का ऑफर, Mukesh Sahni PM Modi

Mukesh Sahni PM Modi: बिहार में आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर सियासी हलचल तेज हो चुकी है। हर पार्टी अपने प्रचार और तैयारियों में जुटी है। इसी बीच वीआईपी (विकासशील इंसान पार्टी) सुप्रीमो मुकेश सहनी के बयान ने राजनीति में खलबली मचा दी। खगड़िया में एक जनसभा के दौरान उन्होंने बड़ा खुलासा करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिले मुख्यमंत्री बनने के ऑफर का जिक्र किया। आइए जानते हैं इस बयान के क्या मायने हो सकते हैं।

Mukesh Sahni PM Modi

Mukesh Sahni PM Modi

पीएम मोदी से मिला सीएम बनने का ऑफर

मुकेश सहनी ने अपने भाषण में बताया कि जब वह एनडीए गठबंधन का हिस्सा थे, तो प्रधानमंत्री मोदी से उन्हें एक बड़ा ऑफर मिला था। पीएम मोदी ने कहा था कि यदि वह अपनी पार्टी का विलय एनडीए में कर दें, तो उन्हें बिहार के मुख्यमंत्री पद पर आसीन किया जाएगा। हालांकि, मुकेश सहनी ने इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया।

उन्होंने साफ तौर पर कहा कि उनकी पार्टी केवल उनकी नहीं है। यह पार्टी बिहार के डेढ़ करोड़ निषाद समाज की है, जिन्होंने अपने हक और अधिकार के लिए इसे बनाया है। पार्टी का विलय करना उनकी जिम्मेदारी के खिलाफ होता। उन्होंने इस शर्त को नकारते हुए निषाद समाज के लिए आरक्षण की मांग को प्राथमिकता दी।

“हमें ऐसी कुर्सी नहीं चाहिए”

मुकेश सहनी ने अपने बयान में दो टूक कहा कि उन्हें ऐसी कुर्सी नहीं चाहिए, जो उनके समाज के विकास में काम न आ सके। उन्होंने कहा, “अगर आज समझौता कर लूं तो कल भारत सरकार में मंत्री बन जाऊंगा। लेकिन ऐसी कुर्सी का क्या फायदा, जो मेरे लोगों का भला न कर सके?”

उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि जब उन्होंने पीएम मोदी की शर्त नहीं मानी, तो उनकी पार्टी को तोड़ने की साजिश रची गई। उनके विधायकों को तोड़ा गया और एनडीए ने उनके समर्थकों को मंत्री पद तक दे दिया। लेकिन इसका असर उन पर नहीं पड़ा। उन्होंने कहा, “हम संघर्ष करना जानते हैं। लड़ाई लड़ते रहेंगे।”

लालू प्रसाद यादव की तारीफ

अपने भाषण में मुकेश सहनी ने लालू प्रसाद यादव की विचारधारा और उनकी जमीनी राजनीति की जमकर सराहना की। उन्होंने कहा कि गरीब और पिछड़े वर्ग के हक अधिकार के लिए लड़ाई लड़ने वाले नेता लालू यादव ही हैं। आगे चलकर वे उन्हीं के साथ काम करने की इच्छा भी जताते नजर आए।

उन्होंने साफ किया कि आने वाले समय में वह महागठबंधन के साथ मजबूती से खड़े रहेंगे और उनके विचारों को आगे बढ़ाने का काम करेंगे।

जनता को आगाह किया

मुकेश सहनी ने इस मौके पर जनता को आगाह करते हुए कहा कि 2025 के चुनाव में दिल्ली से लोग आएंगे और उन्हें भ्रमित करने की कोशिश करेंगे। उन्होंने जनता से सतर्क रहने की अपील की।

उन्होंने कहा, “हमारा केवल एक ही मकसद है- अपने लोगों के हक और अधिकार के लिए लड़ाई लड़ना। जब तक हमारी जिंदगी है, यह लड़ाई जारी रहेगी।”

एनडीए पर हमला, महागठबंधन पर नरमी

मुकेश सहनी का रुख इस सभा में एनडीए के प्रति बेहद आक्रामक दिखा। उन्होंने एनडीए सरकार पर जमकर हमला बोला। वहीं, महागठबंधन को लेकर नरमी का रवैया अपनाते हुए उन्होंने आने वाले चुनावों में महागठबंधन के साथ जुड़ने की संभावना को मजबूत किया।

क्या है इसका असर?

मुकेश सहनी के इस बयान ने बिहार की राजनीति में स्पष्ट संदेश दिया है। उनकी पार्टी और नेतृत्व को किनारे लगाने की कोशिशों के बावजूद उन्होंने हार मानने से इनकार कर दिया है। उनकी रणनीति अब आगामी चुनावों में महागठबंधन का हिस्सा बनकर बड़ी भूमिका निभाने की लगती है।

निष्कर्ष

मुकेश सहनी का यह बयान बिहार की राजनीति में महज एक खुलासा नहीं है। यह उनके संघर्ष, उनके समाज के प्रति प्रतिबद्धता और उनके भविष्य की रणनीतियों का संकेत है। पीएम मोदी का सीएम बनने का ऑफर ठुकराने से लेकर महागठबंधन की ओर रुख करने तक, हर कदम बिहार में एक नई राजनीतिक तस्वीर खींचते हुए दिखता है।

आपको क्या लगता है, आने वाले चुनावों में यह खुलासा कितना प्रभाव डाल सकता है? अपनी राय कमेंट में जरूर बताएं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *