Techi Meena Lishi Case: अरुणाचल प्रदेश में एक दर्दनाक घटना ने पूरे देश का ध्यान खींचा। यह कहानी है टेची मीना लिशी की, जिनकी जिंदगी की खुशहाल तस्वीर को उनके ही अपनों ने साजिश से मिटा डाला। यह केस समाज में रिश्तों, विश्वास और मानवता के पतन की दहला देने वाली कहानी है।

Techi Meena Lishi Case
टेची मीना: एक साधारण लड़की से मिस अरुणाचल तक का सफर
टेची मीना का जन्म अरुणाचल प्रदेश के एक मध्यम वर्गीय परिवार में हुआ। पढ़ाई में होशियार मीना ने 2008 में ईटानगर जाकर पॉलिटेक्निक कॉलेज में दाखिला लिया। यहीं उनकी मुलाकात हुई लिशी रोनी से, जो एक एमएलए के बेटे थे। यह दोस्ती जल्द ही प्यार में बदल गई और तमाम सामाजिक असमानताओं के बावजूद 2012 में उनकी शादी हो गई।
शादी के बाद दोनों की जिंदगी खुशहाल चल रही थी। 2014 में उनकी एक बेटी का जन्म हुआ। मीना मिस अरुणाचल ऑर्गेनाइजेशन में अकाउंट एंड फाइनेंस सेक्रेटरी के रूप में काम करने लगीं, जबकि रोनी अपने बिजनेस में व्यस्त हो गए। हालांकि, 2017 में उनके रिश्तों में दरार की शुरुआत हो गई। बार-बार तलाक की कोशिशों के बावजूद परिवार दोनों के बीच समझौता करवाने में कामयाब होता रहा।
2020: एक खुशखबरी और रक्तरंजित घटना
2020 की शुरुआत मीना के जीवन में खुशियां लेकर आई। वह अपने दूसरे बच्चे के गर्भ से थीं। सात महीने की गर्भधारण के बाद परिवार भविष्य की तैयारियों में व्यस्त था। लेकिन 5 नवंबर 2020 को मीना की इनोवा कार का ‘एक्सीडेंट’ हुआ, जिसमें मीना और उनके गर्भस्थ बच्चे की मौत हो गई।
हालांकि यह एक साधारण दुर्घटना लग रही थी, लेकिन पुलिस को कुछ चीजें हैरान करने वाली लगीं। कार के डैमेज की स्थिति और मीना के शरीर पर चोटों के निशान मेल नहीं खा रहे थे। जांच तेजी से शुरू हुई।
हत्या और उसके पीछे की साजिश
जांच में चौंकाने वाली सच्चाई सामने आई। यह कोई एक्सीडेंट नहीं, बल्कि एक साजिशन हत्या थी। ड्राइवर दांगा सुआंग ने चार दिनों की पूछताछ के बाद स्वीकार किया कि मीना की हत्या एक प्लान के तहत की गई थी। हत्या की योजना खुद उनके पति लिशी रोनी ने बनाई थी।
मीना और रोनी के रिश्तों में दरार की असली वजह लिशी का एक युवती, चूमी ताया, के साथ एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर था। जब तलाक की योजना असफल रही, तो रोनी ने अपनी पत्नी की हत्या की साजिश रच डाली।
हत्या की योजना: एक दर्दनाक प्लान
रोनी ने अपने दोस्त कबवा वांग के जरिए तिरप जिले के दो कॉन्ट्रैक्ट किलर्स को इस काम के लिए हायर किया। इन किलर्स को हत्या के बाद इसे एक्सीडेंट दिखाने का काम सौंपा गया। रोनी ने उन्हें 10 लाख रुपये देने का वादा किया।
5 नवंबर को, हत्या को अंजाम दिया गया। ड्राइवर और दो हत्यारों ने प्लान के तहत कार में मीना पर हमला किया। लोहे के हथौड़े से क्रूरता के साथ उनकी हत्या की गई। फिर इसे एक्सीडेंट का रूप देने के लिए गाड़ी को सड़क से नीचे गिरा दिया गया।
पुलिस की जांच और गिरफ्तारियां
टेची मीना की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से हत्या की पुष्टि होने के बाद पुलिस ने कार्रवाई तेज की। रोनी सहित कुल सात लोगों को इस साजिश के मामले में गिरफ्तार किया गया। इनमें से दो आरोपियों को सबूत के अभाव में बरी कर दिया गया, जबकि रोनी और चार अन्य को जेल भेजा गया।
न्याय का इंतजार
मौजूदा समय में सभी आरोपी जेल में बंद हैं और केस की सुनवाई जारी है। यह घटना केवल एक महिला की हत्या नहीं थी, बल्कि मानवता पर हमला था।
निष्कर्ष
टेची मीना लिशी मर्डर केस यह दिखाता है कि लालच, झूठ और बेवफाई किसी के जीवन को कैसे बर्बाद कर सकते हैं। यह समाज के लिए एक चेतावनी है कि रिश्तों और आवाजों को सुनें, समझें, और सच्चाई से कभी समझौता न करें।
क्या ऐसे आरोपियों को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए? आपके विचार क्या हैं? हमें कमेंट्स में जरूर बताएं।
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